फर्रूखाबाद: पात्र धक्के खा रहे।। अपात्र मार रहे मलाई
फर्रूखाबाद: पात्र धक्के खा रहे।। अपात्र मार रहे मलाई
शमसाबाद ब्लाक में उस समय हलचल मच गई।जब महिलाएं ट्रैक्टर ट्राली से ब्लाक कार्यालय पहुँची। पूरा मामल यह है शमसाबाद ब्लाक की ग्राम पंचायत कटरी तौफीक में ग्राम प्रधान ने गरीब महिलाओं को आवास न देकर अपने चहेतों को आवास दे दिए हैं।वही एक गरीब विधवा महिला हंसमुखी ने अपनी आप बीती सुनाई।हंसमुखी ने बताया पति अशोक की मौत दस वर्ष हो चुकी है।महिला ने बताया उसके एक बेटा है। मेहनत मजदूरी कर पेट तो भर लेते हैं।लेकिन सर ढकने के लिए ग्राम प्रधान व सचिव की मनमानी के चलते आवास नही मिला है।महिला ने बताया कि दस वर्ष बीत जाने के बाद भी विधवा पेंशन का भी लाभ नही मिल रहा है।महिला पन्नी तानकर रहने को मजबूर है।महिला ने बताया कि ग्राम प्रधान ने पेंशन के कागजात लिए थे।लेकिन आज भी पेंशन नही मिली है।
फर्रूखाबाद: सफाई कर्मचारी काम दूसरों से करबा रहे पगार खुद खा रहे।
सरकार: ने जिन लोगों के जिम्मे सफाई की कमान दी थी, वे इस काम से परहेज कर रहे हैं और खुद अफसर की माफिक तीन या चार हजार रुपये पगार पर प्राइवेट मजदूर से सफाई करवा रहा है। बेरोजगार बीरू बेचारा क्या करे…तीन हजार रुपया लेकर सुबह एक-आध झाड़ू गलियों में मार दिया करता है। विकास खण्ड राजेपुर का कस्बा राजेपुर। लोग पूर्व प्रधान ओमप्रकाश सिंह का कार्यकाल आज भी याद कर लेते हैं, जिनकी ईमानदारी ने ग्राम पंचायत को चमन कर दिया था। लेकिन साफ-सुथरी छवि वाले, बेहद ईमानदार नोटेरी वकील ओमप्रकाश सिंह दोबारा चुनाव नहीं लड़े। आज ग्राम पंचायत में कई समस्याएं हैं।
आज सरकार का सबसे ज्यादा जोर स्वच्छता पर है। कस्बा राजेपुर में तैनात सफाई कर्मी रामबाबू निवासी तुषौर अपने आप सफाई ना करके उसने गाँधी निवासी वीरू को चार हजार रुपया महीना पर नियुक्त कर रखा है। प्राइवेट कर्मचारी वीरू महीना में तीन या चार बार सफाई करने कस्बा राजेपुर में आता। इससे साफ जाहिर है संबंधित अधिकारी बिना सुविधा शुल्क लिए सफाई कर्मचारियों को यह सुविधा नहीं दे सकते हैं।
अब अगर पूरे विकास खण्ड की बात करें तो विकासखंड राजेपुर में भी स्थिति लगभग यही है। अधिकांश गांवों में सफाई कर्मी खुद सफाई न करके रुपया तीन हजार महीना पर प्राइवेट मजदूर लगाकर सफाई करवाते हैं। इसका परिणाम है निजी श्रमिक एक महीने में दो या तीन बार ही सफाई करने जाते हैं। फल स्वरूप हरगांव की नालियों का पानी अपने गंतव्य पर ना पहुंच कर गलियों में कीचड़ ही बनाए रखती है, जिसकी वजह से संक्रामक बीमारियों का बोलबाला बना रहता है। और सरकार की मंशा धरी की धरी रह गयी है। इस खेल में ग्राम पंचायत अधिकारी और ग्राम प्रधान भी शामिल होते हैं। लेकिन इसे धनलक्ष्मी की कृपा कही जाये या सफाई कर्मी का रुतबा…मुखिया और सचिव सफाई कर्मी के विरुद्ध कार्रवाई करने का साहस नहीं जुटा पाते। जिससे सफाई कर्मियों के हौसले बुलंद हैं। मजे की बात यह है की इनकी उपस्थिति ग्राम प्रधान, ग्राम पंचायत अधिकारी द्वारा ही दर्शायी जाती है। इसके बाद ही इनका वेतन निकलता है। इनकी उपस्थिति शत-प्रतिशत दर्ज होती है। ज्ञात हुआ है कि कुछ सफाई कर्मी तो दूसरी जगह प्राइवेट जॉब अथवा व्यवसाय कर माल कमा रहे हैं।
इस संबंध में जब एडीओ पंचायत अजीत पाठक से पूछा एडीओ पंचायत अजीत पाठक का कहना है कि हमें इसकी जानकारी नहीं इस संबंध में जांच करके संबंधित के खिलाफ उचित कार्रवाई करूंगा। ऐसे न जाने कितने मामलों में जांच करके कार्रवाई करने की बात कह दी जाती है। 2 अक्टूबर गाँधी जी की 150वीं जयन्ती आ रही है। इन स्थितियों से नहीं लगता सरकार की स्वच्छ भारत..स्वस्थ भारत की मंशा पूरी होगी। अफसर मानसिकता वाले सफाई कर्मियों के रहते बाढ़ की त्रासदी झेलने वाले क्षेत्र को छुटकारा दिलाना आवश्यक है, अन्यथा कई अन्य तरह की समस्याओं से ग्रामीणों को रूबरू होना होगा।
फर्रूखाबाद: बेखौफ बदमाशों ने हिस्ट्रीसीटर को गोली मारी गंभीर।
घर के बाहर बैठे हिस्ट्रीशीटर के कुछ बाइक सबारों नें गोली मार दी। जिससे उसकी हालत गंभीर हो गयी। उसी गंभीर हालत में सीएचसी ले जाया गया। जिससे बाद उसे रिफर कर दिया गया। परिजनों नें उसे एक निजी नर्सिंग होम में भर्ती कराया है। कोतवाली मोहम्मदाबाद क्षेत्र के मोहल्ला राजीव नगर निवासी 35 वर्षीय विकास सक्सेना पुत्र शिव नारायण मंगलवार की शाम अपने घर के बाहर बैठा था। उसी दौरान बाइकों पर सबार होकर आये तीन लोगों नें उसके ताबड़तोड़ फायरिंग कर दी। जिससे एक गोली उसके पेट में लगी। गोली लगने से हडकंप मच गया। परिजनों नें उसे गंभीर हालत में सीएचसी में भर्ती कराया। जंहा उसकी हालत गंभीर होनें पर उसे सीएचसी से रिफर कर दिया गया। परिजनों नें शहर कोतवाली क्षेत्र के आवास विकास में एक निजी नर्सिंग होम में भर्ती कराया। जंहा सीओ मोहम्मदाबाद राजवीर सिंह, कोतवाली प्रभारी राकेश कुमार फोर्स के साथ पंहुचे और जाँच पड़ताल की। मोहम्मदाबाद व्लाक प्रमुख बब्बन दुबे आदि भी पंहुचे। प्रभारी निरीक्षक राकेश कुमार नें बताया कि विकास सक्सेना कोतवाली की टॉपटेन अपराधियों की सूची में शामिल है। जाँच की जा रही है। तहरीर मिलने पर मुकदमा दर्ज किया जायेगा।
फर्रूखाबाद: सभासदों से हुआ विवाद अनु. जाति अनु. जनजाति मोर्चा आया साथ
फर्रुखाबाद --बीते 13 दिन से अपनी मांगों के लेकर प्रदर्शन कर रहे पालिका सफाई कर्मियों के साथ दो सभासदों का विवाद हो गये। जिसके बाद तकरीबन डेढ़ सैकड़ा महिला व पुरुष सफाई कर्मी तहरीर लेकर थाने पंहुचे। पुलिस ने जाँच कर कार्यवाही का भरोसा दिया।
नगर पालिका परिषद की बैठक सफाई र्कर्मियों के साथ बीती रात चल रही थी। उसी दौरान आरोप है की सभासद लल्ला वर्मा और अतुल शंकर दुबे सभा सदों के साथ सफाई कर्मियों का विवाद हो गया। सफाई कर्मियों का आरोप है कि सभासदों नें उनके साथ गाली-गलौज किया और मारपीट भी सफाई कर्मियों के साथ की । जिससे अधिकारीयों से वार्ता भी बिफल हो गयी। बुधवार को तकरीबन डेढ़ सैकड़ा सफाई कर्मियों नें थाना मऊदरवाजा का घेराव कर सभासदों के खिलाफ तहरीर लेकर मुकदमा दर्ज करने की मांग की। हरिओम वाल्मीकि, नीरज वाल्मीकि, लालू प्रसाद, अजय कुमार, कुलदीप कुमार, सूरज, मुकेश, पिंकी, रेखा, रीता आदि रहे। प्रभारी निरीक्षक विनय प्रकाश राय नें बताया कि तहरीर की जाँच की जा रही है। जाँच के बाद ही अग्रिम कार्यवाही की जायेगी। इस बीच अनु.जाति अनु. जनजाति मोर्चा के जिला अध्यक्ष राकेश सागर ने आज फिर हड़ताल करने वाले सफाई कर्मियों के साथ उनको हड़ताल में पूर्ण सहयोग का वादा किया।
फर्रूखाबाद: से: सुनील शुक्ला की: रिपोर्ट:
शमसाबाद ब्लाक में उस समय हलचल मच गई।जब महिलाएं ट्रैक्टर ट्राली से ब्लाक कार्यालय पहुँची। पूरा मामल यह है शमसाबाद ब्लाक की ग्राम पंचायत कटरी तौफीक में ग्राम प्रधान ने गरीब महिलाओं को आवास न देकर अपने चहेतों को आवास दे दिए हैं।वही एक गरीब विधवा महिला हंसमुखी ने अपनी आप बीती सुनाई।हंसमुखी ने बताया पति अशोक की मौत दस वर्ष हो चुकी है।महिला ने बताया उसके एक बेटा है। मेहनत मजदूरी कर पेट तो भर लेते हैं।लेकिन सर ढकने के लिए ग्राम प्रधान व सचिव की मनमानी के चलते आवास नही मिला है।महिला ने बताया कि दस वर्ष बीत जाने के बाद भी विधवा पेंशन का भी लाभ नही मिल रहा है।महिला पन्नी तानकर रहने को मजबूर है।महिला ने बताया कि ग्राम प्रधान ने पेंशन के कागजात लिए थे।लेकिन आज भी पेंशन नही मिली है।
फर्रूखाबाद: सफाई कर्मचारी काम दूसरों से करबा रहे पगार खुद खा रहे।
सरकार: ने जिन लोगों के जिम्मे सफाई की कमान दी थी, वे इस काम से परहेज कर रहे हैं और खुद अफसर की माफिक तीन या चार हजार रुपये पगार पर प्राइवेट मजदूर से सफाई करवा रहा है। बेरोजगार बीरू बेचारा क्या करे…तीन हजार रुपया लेकर सुबह एक-आध झाड़ू गलियों में मार दिया करता है। विकास खण्ड राजेपुर का कस्बा राजेपुर। लोग पूर्व प्रधान ओमप्रकाश सिंह का कार्यकाल आज भी याद कर लेते हैं, जिनकी ईमानदारी ने ग्राम पंचायत को चमन कर दिया था। लेकिन साफ-सुथरी छवि वाले, बेहद ईमानदार नोटेरी वकील ओमप्रकाश सिंह दोबारा चुनाव नहीं लड़े। आज ग्राम पंचायत में कई समस्याएं हैं।
आज सरकार का सबसे ज्यादा जोर स्वच्छता पर है। कस्बा राजेपुर में तैनात सफाई कर्मी रामबाबू निवासी तुषौर अपने आप सफाई ना करके उसने गाँधी निवासी वीरू को चार हजार रुपया महीना पर नियुक्त कर रखा है। प्राइवेट कर्मचारी वीरू महीना में तीन या चार बार सफाई करने कस्बा राजेपुर में आता। इससे साफ जाहिर है संबंधित अधिकारी बिना सुविधा शुल्क लिए सफाई कर्मचारियों को यह सुविधा नहीं दे सकते हैं।
अब अगर पूरे विकास खण्ड की बात करें तो विकासखंड राजेपुर में भी स्थिति लगभग यही है। अधिकांश गांवों में सफाई कर्मी खुद सफाई न करके रुपया तीन हजार महीना पर प्राइवेट मजदूर लगाकर सफाई करवाते हैं। इसका परिणाम है निजी श्रमिक एक महीने में दो या तीन बार ही सफाई करने जाते हैं। फल स्वरूप हरगांव की नालियों का पानी अपने गंतव्य पर ना पहुंच कर गलियों में कीचड़ ही बनाए रखती है, जिसकी वजह से संक्रामक बीमारियों का बोलबाला बना रहता है। और सरकार की मंशा धरी की धरी रह गयी है। इस खेल में ग्राम पंचायत अधिकारी और ग्राम प्रधान भी शामिल होते हैं। लेकिन इसे धनलक्ष्मी की कृपा कही जाये या सफाई कर्मी का रुतबा…मुखिया और सचिव सफाई कर्मी के विरुद्ध कार्रवाई करने का साहस नहीं जुटा पाते। जिससे सफाई कर्मियों के हौसले बुलंद हैं। मजे की बात यह है की इनकी उपस्थिति ग्राम प्रधान, ग्राम पंचायत अधिकारी द्वारा ही दर्शायी जाती है। इसके बाद ही इनका वेतन निकलता है। इनकी उपस्थिति शत-प्रतिशत दर्ज होती है। ज्ञात हुआ है कि कुछ सफाई कर्मी तो दूसरी जगह प्राइवेट जॉब अथवा व्यवसाय कर माल कमा रहे हैं।
इस संबंध में जब एडीओ पंचायत अजीत पाठक से पूछा एडीओ पंचायत अजीत पाठक का कहना है कि हमें इसकी जानकारी नहीं इस संबंध में जांच करके संबंधित के खिलाफ उचित कार्रवाई करूंगा। ऐसे न जाने कितने मामलों में जांच करके कार्रवाई करने की बात कह दी जाती है। 2 अक्टूबर गाँधी जी की 150वीं जयन्ती आ रही है। इन स्थितियों से नहीं लगता सरकार की स्वच्छ भारत..स्वस्थ भारत की मंशा पूरी होगी। अफसर मानसिकता वाले सफाई कर्मियों के रहते बाढ़ की त्रासदी झेलने वाले क्षेत्र को छुटकारा दिलाना आवश्यक है, अन्यथा कई अन्य तरह की समस्याओं से ग्रामीणों को रूबरू होना होगा।
फर्रूखाबाद: बेखौफ बदमाशों ने हिस्ट्रीसीटर को गोली मारी गंभीर।
घर के बाहर बैठे हिस्ट्रीशीटर के कुछ बाइक सबारों नें गोली मार दी। जिससे उसकी हालत गंभीर हो गयी। उसी गंभीर हालत में सीएचसी ले जाया गया। जिससे बाद उसे रिफर कर दिया गया। परिजनों नें उसे एक निजी नर्सिंग होम में भर्ती कराया है। कोतवाली मोहम्मदाबाद क्षेत्र के मोहल्ला राजीव नगर निवासी 35 वर्षीय विकास सक्सेना पुत्र शिव नारायण मंगलवार की शाम अपने घर के बाहर बैठा था। उसी दौरान बाइकों पर सबार होकर आये तीन लोगों नें उसके ताबड़तोड़ फायरिंग कर दी। जिससे एक गोली उसके पेट में लगी। गोली लगने से हडकंप मच गया। परिजनों नें उसे गंभीर हालत में सीएचसी में भर्ती कराया। जंहा उसकी हालत गंभीर होनें पर उसे सीएचसी से रिफर कर दिया गया। परिजनों नें शहर कोतवाली क्षेत्र के आवास विकास में एक निजी नर्सिंग होम में भर्ती कराया। जंहा सीओ मोहम्मदाबाद राजवीर सिंह, कोतवाली प्रभारी राकेश कुमार फोर्स के साथ पंहुचे और जाँच पड़ताल की। मोहम्मदाबाद व्लाक प्रमुख बब्बन दुबे आदि भी पंहुचे। प्रभारी निरीक्षक राकेश कुमार नें बताया कि विकास सक्सेना कोतवाली की टॉपटेन अपराधियों की सूची में शामिल है। जाँच की जा रही है। तहरीर मिलने पर मुकदमा दर्ज किया जायेगा।
फर्रूखाबाद: सभासदों से हुआ विवाद अनु. जाति अनु. जनजाति मोर्चा आया साथ
फर्रुखाबाद --बीते 13 दिन से अपनी मांगों के लेकर प्रदर्शन कर रहे पालिका सफाई कर्मियों के साथ दो सभासदों का विवाद हो गये। जिसके बाद तकरीबन डेढ़ सैकड़ा महिला व पुरुष सफाई कर्मी तहरीर लेकर थाने पंहुचे। पुलिस ने जाँच कर कार्यवाही का भरोसा दिया।
नगर पालिका परिषद की बैठक सफाई र्कर्मियों के साथ बीती रात चल रही थी। उसी दौरान आरोप है की सभासद लल्ला वर्मा और अतुल शंकर दुबे सभा सदों के साथ सफाई कर्मियों का विवाद हो गया। सफाई कर्मियों का आरोप है कि सभासदों नें उनके साथ गाली-गलौज किया और मारपीट भी सफाई कर्मियों के साथ की । जिससे अधिकारीयों से वार्ता भी बिफल हो गयी। बुधवार को तकरीबन डेढ़ सैकड़ा सफाई कर्मियों नें थाना मऊदरवाजा का घेराव कर सभासदों के खिलाफ तहरीर लेकर मुकदमा दर्ज करने की मांग की। हरिओम वाल्मीकि, नीरज वाल्मीकि, लालू प्रसाद, अजय कुमार, कुलदीप कुमार, सूरज, मुकेश, पिंकी, रेखा, रीता आदि रहे। प्रभारी निरीक्षक विनय प्रकाश राय नें बताया कि तहरीर की जाँच की जा रही है। जाँच के बाद ही अग्रिम कार्यवाही की जायेगी। इस बीच अनु.जाति अनु. जनजाति मोर्चा के जिला अध्यक्ष राकेश सागर ने आज फिर हड़ताल करने वाले सफाई कर्मियों के साथ उनको हड़ताल में पूर्ण सहयोग का वादा किया।
फर्रूखाबाद: से: सुनील शुक्ला की: रिपोर्ट:


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