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#हरदोई:- कौन बनेगा सवायजपुर का किंग, किसके सिर सजेगा जीत का सेहरा #भाजपा के रानू खिलाएंगे कमल या सरपट दौड़ाएंगे पम्मू सपा की साइकिल #बसपा खेमे में कम ऊर्जा की उमंग, राजवर्धन डाल सकते हैं रंग में भंग#


#हरदोई:- कौन बनेगा सवायजपुर का किंग, किसके सिर सजेगा जीत का सेहरा#

#भाजपा के रानू खिलाएंगे कमल या सरपट दौड़ाएंगे पम्मू सपा की साइकिल#

#बसपा खेमे में कम ऊर्जा की उमंग, राजवर्धन डाल सकते हैं रंग में भंग#

#सवायजपुर हरदोई  हरदोई जिले की बहुचर्चित सवायजपुर सीट इस समय हर जुबान पर चर्चा का केंद्र बनी हुई है और इस सीट पर सपा भाजपा के बीच मुकाबला काफी रोचक व कांटे का माना जा रहा है। सवायजपुर की सीट पर जीत के समीकरण किस करवट बैठ रहे हैं और कौन विधायकी की कुर्सी से चुकता हुआ दिखाई दे रहा है, यह हम आपको आगे बताएंगे। पहले आपको सवायजपुर विधानसभा की भौगोलिक स्थिति से रूबरू कराते है। सवायजपुर विधानसभा की सीमा फर्रुखाबाद, कन्‍नौज और शाहजहांपुर से सटी हुई है और इस क्षेत्र को कटियारी के साथ पंचनंद के नाम से भी पुकारा जाता है। सवायजपुर विधानसभा क्षेत्र में 5 नदियां बहती है और इस क्षेत्र का एक बड़ा हिस्सा हमेशा बाढ़ की त्रासदी को झेलता रहा है। सवायजपुर विधानसभा सीट पर इस बार भाजपा ने अपने सिटिंग एमएलए माधवेन्द्र प्रताप सिंह रानू को दोबारा प्रत्याशी बनाया है तो वहीं सपा ने पार्टी के सबसे वफादार माने जाने वाले यादव परिवार से पूर्व विधायक स्वर्गीय विश्राम सिंह यादव के बेटे पद्मराग सिंह यादव उर्फ पम्मू यादव को अपना उम्मीदवार बनाया है। सपा उम्मीदवार पम्मू यादव सपा के पूर्व जिलाध्यक्ष भी रह चुके हैं। कांग्रेस ने इस सीट पर समाजसेवी राजवर्धन सिंह राजू को टिकट दिया है तो वहीं बसपा ने राहुल तिवारी को अपना उम्मीदवार बनाया है। भाजपा प्रत्याशी माधवेन्द्र प्रताप सिंह रानू विकास कार्यों को गिनाकर सवायजपुर की जनता से वोट रूपी आशीर्वाद मांग रहे हैं और उनको भाजपा प्रत्याशी होने के चलते जनता का सॉफ्ट कार्नर भी मिलता हुआ दिखाई दे रहा है। जातीय समीकरण भी सिटिंग एमएलए रानू सिंह के पक्ष में माहौल को बनाते हुए दिखाई दे रहे हैं तो वहीं उनके द्धारा कराए गए कुछ विकास कार्य आम क्षेत्रीय मतदाताओं की भवानाओं से जुड़े हुए हैं जिनका सीधा लाभ भाजपा प्रत्याशी रानू सिंह को मिल सकता है। अर्जुनपुर पुल का निर्माण कार्य शुरू होना भाजपा विधायक के तौर पर रानू सिंह की सबसे बड़ी उपलब्धि मानी जा रही है। अर्जुनपुर पुल के निर्माण की मांग वर्षों से चली आ रही थी और यह मुद्दा कटियारी की जनभावनाओं से जुड़ा हुआ था। अर्जुनपुर पुल का निर्माण कार्य शुरू हो जाने का लाभ भाजपा प्रत्याशी रानू सिंह को मिलता हुआ साफ दिखाई दे रहा है। क्षेत्रीय नागरिक बताते हैं कि अर्जुनपुर पुल का निर्माण शुरू हो जाना क्षेत्र के लिए शुभ संकेत है और अब कुछ महीनों के बाद फर्रूखाबाद आने जाने में आने वाली दिक्कतें समाप्त हो जाएंगी। क्षेत्रीय ग्रामीण अर्जुनपुर पुल के निर्माण शुरू हो जाने के कारण भाजपा विधायक रानू सिंह के साथ खड़े होने का दावा भी करते हैं#
#भाजपा विधायक रानू सिंह के प्रयासों से 107 करोड़ रुपये की लागत से रामगंगा नदी पर बड़ागाँव-अर्जुनपुर पुल निर्माण कार्य शुरू होने, 45 करोड़ रुपये की लागत से हरपालपुर से श्रीमऊ तक टू-लेन सड़क निर्माण होने, 58 करोड़ रुपये से बन्डारी मोड़ से कुसुमखोर पुल तक टू-लेन सड़क निर्माण होने, 38 करोड़ रुपये से पाली से काठ कुर्रिया तक टू-लेन सड़क का निर्माण होने, 4 करोड़ रुपये से हरपालपुर मुख्य बाजार टू-लेन सड़क बनने, रूपापुर से पाली तक टू-लेन सड़क का निर्माण, सवायजपुर में फायर ब्रिगेड की स्थापना, हरपालपुर में कृषि कल्याण केन्द्र की स्थापना,श्रीमऊ में प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र की स्थापना व चौसार में 10 करोड़ रुपये की लागत से सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र की स्थापना जैसे तमाम कार्य हुए हैं। भाजपा विधायक के द्धारा कराए गए यह कार्य मतदाताओं को सोचने पर विवश कर रहे हैं। 
भाजपा प्रत्याशी रानू सिंह क्षत्रिय समाज से आते हैं और सवायजपुर विधानसभा में क्षत्रिय मतदाताओं की संख्या करीब 50 हजार के आस पास है जोकि इस बार सीएम योगी व रानू सिंह के नाम पर लामबंद होता हुआ दिख रहा है तो वही करीब 70 हजार ब्राह्मण, 55 हजार लोध व 40 हजार कश्यप मतदाताओं में भाजपा के प्रति सॉफ्ट कार्नर दिख रहा है जिसका सीधा लाभ भाजपा प्रत्याशी माधवेन्द्र प्रताप सिंह रानू को मिल सकता है। हालांकि कांग्रेस ने भी इस बार क्षत्रिय बिरादरी से आने वाले गोरिया निवासी समाजसेवी राजवर्धन सिंह राजू को प्रत्याशी बनाकर भाजपा विधायक रानू सिंह की मुश्किलें थोड़ी बढ़ाई हैं लेकिन राजवर्धन सिंह के कांग्रेस प्रत्याशी होने व कांग्रेस के पास कैडर की कमी के कारण इसका कोई खास नुकसान रानू सिंह को होता हुआ दिखाई नही दे रहा है। राजवर्धन सिंह भी कई महीनों से क्षेत्र में सक्रिय हैं और गरीबों की मदद करके उन्होंने क्षेत्र में अच्छी पकड़ बनाई है। हाल फिलहाल की स्थितियों को देखकर यही कहा जा सकता है कि कांग्रेस राजवर्धन सिंह राजू भाजपा विधायक रानू सिंह को कोई खास टक्कर देते हुए दिखाई नही दे रहे हैं लेकिन उनकी सक्रियता व बढ़ती लोकप्रियता भाजपा प्रत्याशी रानू सिंह के लिए मुश्किलें तो खड़ी कर ही रही है जिसका नुकसान कहीं न कहीं भाजपा को होता हुआ दिखाई दे रहा है। स्थानीय क्षेत्रवासी बतातें हैं कि सवायजपुर विधानसभा में इस बार सीधा मुकाबला सपा प्रत्याशी पद्मराग सिंह यादव उर्फ पम्मू यादव व भाजपा प्रत्याशी माधवेन्द्र प्रताप सिंह रानू के बीच ही है और दोनों में नेक टू नेक फाइट चल रही है। सपा उम्मीदवार पम्मू यादव ओबीसी वर्ग से आते हैं और सवायजपुर सीट पर ओबीसी मतदाताओं की संख्या 40 प्रतिशत से भी अधिक है जिसमे यादव बिरादरी के मतदाताओं की संख्या ही करीब 60 हजार से अधिक है। समाजवादी पार्टी  के क्षेत्रीय नेताओं की बातों पर विश्वास करें तो सपा सवायजपुर सीट पर 40 हजार कश्यप मतदाताओं को भी अपना मानकर चल रही है क्योकि यह मतदाता निषाद आरक्षण का वादा पूरा न होने के कारण भाजपा से असंतुष्ट चल रहा है जिसका फायदा उठाने की कोशिशें सपा करती हुई दिखाई दे रही है। करीब 30 हजार मुस्लिम मतदाता इस सीट पर सपा का कोर वोटर रहा है और इस बार भी उसका रुख सपा की ओर से ही दिखाई दे रहा है जिससे सपा उम्मीदवार पम्मू यादव को मजबूती मिलती हुई दिखाई दे रही है। बसपा ने सवायजपुर सीट पर ब्राह्मण समाज से आने वाले राहुल तिवारी को प्रत्याशी बनाया है लेकिन सवायजपुर का ब्राह्मण समाज बसपा प्रत्याशी से दूरियां बनाता हुआ ही दिखाई दे रहा है जिससे बसपा प्रत्याशी का दावा जमीन पर कहीं टिकता हुआ नही दिखाई दे रहा है। हालांकि बसपा प्रत्याशी राहुल तिवारी भी ब्राह्मण व करीब 60 हजार दलित वोटरों को अपना मानकर विधानसभा पहुचने के सपने सजाए हुए हैं। काछी, कुर्मी, पाल बिरादरी के मतदाता भी इस सवायजपुर की सीट पर बहुत महत्वपूर्ण माने जाते हैं तो वहीं राजननीतिक रूप से बेहद परिपक्व माने जाने वाले करीब 5 हजार वैश्य और करीब साढ़े पांच हजार कायस्थ मतदाता भी समीकरण बनाने और बिगाड़ने का दम रखते हैं।
हालांकि यह तो आने वाला वक्त ही बताएगा कि सवायजपुर की सीट पर अब तक सबसे मजबूत प्रत्याशी माने जा रहे भाजपा विधायक रानू सिंह एक बार फिर कमल खिलाने में कामयाब रहते है या भाजपा को कड़ी टक्कर दे रहे पम्मू यादव सपा की साइकिल दौड़ाते हुए विधानसभा पहुंच जाते हैं। देखना तो यह भी होगा कि बसपा के राहुल तिवारी सवायजपुर के रण मेंUp अपनी दावेदारी को कितना पास तक लेकर आ पाते है तो वहीं कांग्रेस प्रत्याशी राजवर्धन सिंह राजू साइकिल व कमल को कितनी टक्कर दे पाते हैं#

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