#लखनऊ:- धिक्कार है ऐसी राजनीति पर जहां पर एक आईएएस का बेटा आईएएस तो बन सकता है लेकिन अगर एक नेता का लड़का जो की अपनी मेहनत से नेता बना है बेशक उनके पिताजी एक पार्टी के शीर्ष पदों पर रहे हो । माननीय पंकज सिंह हिंदुस्तान के इतिहास में आजादी के बाद पहले ऐसे विधायक हैं जिन्होंने 70% से ऊपर मत 1लाख 80 हजार पाकर विजय हासिल की#
#लखनऊ:- धिक्कार है ऐसी राजनीति पर जहां पर एक आईएएस का बेटा आईएएस तो बन सकता है लेकिन अगर एक नेता का लड़का जो की अपनी मेहनत से नेता बना है बेशक उनके पिताजी एक पार्टी के शीर्ष पदों पर रहे हो । माननीय पंकज सिंह हिंदुस्तान के इतिहास में आजादी के बाद पहले ऐसे विधायक हैं जिन्होंने 70% से ऊपर मत 1लाख 80 हजार पाकर विजय हासिल की# उसका फल यह है की वह केवल एक विधायक है लेकिन कुछ दल बदलू लोग मंत्री हो गए लेकिन जिस व्यक्ति ने अपनी विधानसभा की 70 प्रतिशत जनता का आशीर्वाद प्राप्त किया वह केवल विधायक, जो लोग विशेष जातियों से आते वह अपनी जाती की विशेषता के कारण मंत्री बन गए धन्यवाद ऐसे राजनीति को। कुछ लोग अपने क्षेत्र की सारी सीटें हारने के बाद भी उप मुख्यमंत्री दुर्भाग्य है की हम ऐसे देश में पैदा हुए चाहा राजनीति निम्न स्तर पर जा चुकी है। सारांश यह है की सवर्ण चाहती में पैदा होना दुर्भाग्य है। इसका कारण यह है की हमारे सवर्ण समाज की नेता अधिकतर नपुंसक है । जो मुखर होते हैं पार्टी उनको लात मार देती है#
#शायद इस पोस्ट को पढ़ने के बाद कुछ ज्ञानी कहेंगे की तुम ठाकुर ब्रह्म कर रहे हैं या ब्राह्मण दलित कर रहे हैं या ओबीसी दलित कर रहे हैं#
खोज जारी है.24×7 न्यूज चैनल/ हिन्दी दैनिक समाचार पत्र की खास रिपोर्ट...
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