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#हरदोई:- टड़ियावां - स्वास्थ्य महकमें का अजीबो-गरीब कारनामा - सीज़ किए गए मेडिकल स्टोर के खुल गए ताले - आखिर किस के आदेश पर मेडिकल के खुले ताले हरदोई : स्वास्थ्य महकमें की टीम ने दर्ज कराई थी रिपोर्ट - किसके इशारे पर की गई इस तरह की मेहरबानी#


#हरदोई:- टड़ियावां - स्वास्थ्य महकमें का अजीबो-गरीब कारनामा - सीज़ किए गए मेडिकल स्टोर के खुल गए ताले - आखिर किस के आदेश पर मेडिकल के खुले ताले हरदोई : स्वास्थ्य महकमें की टीम ने दर्ज कराई थी रिपोर्ट - किसके इशारे पर की गई इस तरह की मेहरबानी#

#हरदोई : स्वास्थ्य महकमें की टीम ने दर्ज कराई थी रिपोर्ट
किसके इशारे पर की गई इस तरह की मेहरबानी ?
टड़ियावां (हरदोई)। झोलाछाप डॉक्टरों और दवाखानों के खिलाफ की गई सीज़ बंदी की कार्रवाई के बाद भी आखिर किसके इशारे पर सीज़ हो चुके मेडिकल स्टोर का ताला खोला गया। हर कोई इसी को लेकर तरह-तरह की अटकलें लगा रहा है। अवैध तरीके से बिना लाइसेंस के चल रहे एक हास्पिटल और एक दवाखाने को सीज़ किया गया था। टड़ियावां सीएचसी के अधीक्षक डा.मनु शर्मा ने मुकदमा भी दर्ज कराया था #हरदोई : आपको बताते चलें कि 22 अप्रैल को सीएचसी टड़ियावां के अधीक्षक डा.मनु शर्मा के निर्देश पर डा.महेंद्र मित्रा,फार्मासिस्ट रामजीवन व राघवेंद्र सिंह की टीम ने पुलिस बल के साथ अवैध तरीके से चल रहे रंजना हास्पिटल व प्रिंस मेडिकल्स में मौके पर प्रसव आदि की चीजें पाकर सीज़ करते हुए मुकदमा दर्ज कराया था।जिसके बाद एक सप्ताह भी नही बीत पाया कि प्रिंस मेडिकल के पीछे सीज़ किया गया अस्पताल खुल गया। इतना ही महिला डाक्टर प्रसव भी कराने लगी।। इसकी पोल तो तब खुली जब अंगौलपुर निवासी कुलदीप अपनी पत्नी सीमा को प्रसव के लिए मेडिकल के पीछे अवैध तरीके से संचालित हो रहे कल्पना हॉस्पिटल को ले गया। जिसमें प्रसव के दौरान जज्चा की तो जान बच गयी लेकिन बच्चे की जान किसी डाक्टर के न होने चली गई। इस बारे में मरीज़ के पति कुलदीप ने बताया कि आठ हज़ार रुपए पर बात तय हुई थी। जो उसने जमा कर दिए थे, यहां के डाक्टरों की लापरवाही से उसके बच्चे की जान गई है#

#वही इस मामले में सीएचसी टड़ियावां के अधीक्षक डा. मनु शर्मा ने कहा कि अगर सीज़ होने के बाद दोबारा अस्पताल खुला है तो सख्त कार्यवाही की जाएगी#

#हरदोई : सीएमओ बोले, उन्हें कुछ नहीं पता !
टड़ियावां। अवैध तरीके से चल रहे हास्पिटल और दवाखाना सीज़ होने के बाद आखिर किसके इशारे पर दोबारा अपने वजूद में आया ? इस सवाल पर सीएमओ डा.,ओपी तिवारी का कहना है कि फिलहाल उन्हें कुछ नहीं पता है। इस बारे में सीएचसी अधीक्षक ही बेहतर जवाब दे सकते हैं।कितनी अजीब बात है कि महकमें का मुखिया अपनी ज़िम्मेदारी से अलग हट कर जब ऐसी बोली तो वहां का सिस्टम कैसा हो सकता है,इसका खुद-ब-खुद अंदाज़ा लगाया जा सकता है#

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