Breaking News

#हरदोई:- मातृ एवं शिशु मृत्यु दर को कम करने में टीकाकरण की अहम भूमिका#


#हरदोई:- मातृ एवं शिशु मृत्यु दर को कम करने में टीकाकरण की अहम भूमिका#

#हरदोई : मातृ एवं शिशु  मृत्यु दर को कम करने में टीकाकरण की अहम भूमिका है। हर साल अप्रैल के आखिरी सप्ताह में विश्व टीकाकरण सप्ताह का आयोजन किया जाता है। इस सप्ताह को मनाने का उद्देश्य सभी आयु के लोगों को बीमारियों से बचाव के लिए टीके के उपयोग को बढ़ावा देना है। इसके साथ ही सम्पूर्ण टीकाकरण के लिए सामूहिक रूप से काम करने की जरूरत है#
#हरदोई : मुख्य चिकित्सा अधिकारी डा. ओम प्रकाश तिवारी ने बताया कि टीकाकरण के प्रति लोगों में जागरूकता आई है और लोग इसे स्वीकार भी रहे हैं। यह हमें राष्ट्रीय परिवार स्वास्थ्य सर्वेक्षण-5 (एनएफएचएस-5) 2020-21 के आंकड़ों से पता चलता है। एनएफएचएस-5 के अनुसार 12 से 23 माह के 63.3 फीसद बच्चों का पूर्ण टीकाकरण (बीसीजी,खसरा, पोलियो की तीन ख़ुराकें) हुआ हैं वहीं एनएफएचएस-4 में यह आंकड़ा 39.1 फीसद था। पिछले पाँच सालों में हमने टीकाकरण में काफी बढ़त हासिल की है लेकिन हमें अभी इस पर और काम करने की जरूरत है। हमें शत प्रतिशत टीकाकरण करना है। वर्तमान में कोरोना से लड़ने में कोविड के टीके ने अहम भूमिका निभाई है। यही एकमात्र हथियार है। हमारा प्रयास है कि शत प्रतिशत लक्षित आबादी का कोविड टीकाकरण कर कोरोना से प्रतिरक्षित करें।
जिला प्रतिरक्षण अधिकारी डा. प्रशांत रंजन बताते हैं-भारत में वर्ष 1978 में टीकाकरण कार्यक्रम शुरू किया गया और वर्ष 1985 में सार्वभौमिक टीकाकरण कार्यक्रम (यूआईपी)) में इसका रूपान्तरण हुआ। यह कार्यक्रम विश्व का सबसे बड़ा कार्यक्रम है। भारत सरकार द्वारा 12 ऐसी बीमारियों का निःशुल्क टीकाकरण किया जा रहा है, जो वैक्सीन से रोकी जा सकती हैं। यह हैं-डिप्थीरिया, काली खांसी, हिपेटाइटिस बी, टिटेनस,पोलियो,टीबी, मीजल्स, रूबेला, रोटा वायरस डायरिया, मेनिनजाईटिस व निमोनिया (हेमोफिलस इंफ्लुएंज़ा टाइप बी संक्रमण तथा न्यूमोकॉकल निमोनिया)। जेई प्रभावित जिलों में जेई का टीका लगाया जाता है। मिशन इंद्रधनुष (एमआई) केंद्रसरकार ने बच्चों व गर्भवती का सम्पूर्ण टीकाकरण कवरेज़ प्राप्त करने और यूआईपी को मजबूत बनाने एवं पुनः ऊर्जा देने के लिए वर्ष2014 में “मिशन इंद्रधनुष”अभियान शुरू किया। सघन मिशन इंद्रधनुष (आईएमआई) टीकाकरण कार्यक्रम में तेजी लाने के उद्देश्य से 8 अक्टूबर 2017 को सघन मिशन इंद्रधनुष का शुभारंभ किया गया इस कार्यक्रम के माध्यम से दो वर्ष से कम उम्र के प्रत्येक बच्चों और उन गर्भवती महिलाओं तक पहुँचना है, जो नियमित रूप से टीकाकरण कार्यक्रम के तहत छूट गए हैं। चार से 11 अप्रैल तक आयोजित  सघन मिशन इंद्रधनुष अभियान 4.0 के दूसरे चरण में दो साल तक की आयु के बच्चों का लक्ष्य से अधिक टीकाकरण हुआ।  जहां 15,810 बच्चों के टीकाकरण का लक्ष्य था, इसके सापेक्ष 20,225 बच्चों का टीकाकरण किया गया।  कुल 4936 गर्भवती के सापेक्ष 6704 का टिटेनस व वयस्क डिप्थीरिया (टीडी) का टीकाकरण किया। एनएचपी इंद्रधनुष टीकाकरण (मोबाइल एप्लिकेशन) स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय भारत सरकार ने माता पिता और अभिभावक को बच्चों के टीकाकरण कार्यक्रम के बारे में जागरूक करनेऔर टीकाकरण की स्थिति पर नज़र रखने( ट्रैक) के लिए मोबाइल एप्लीकेशन का शुभारंभ किया है। इस एप्लिकेशन को गूगल प्ले स्टोर से डाउनलोड किया जा सकता है। विश्व स्वास्थ्य संगठन ने वर्ष2014 में भारत को पोलियो मुक्त कर दिया था। साल 2015 में मातृ एवं नवजात टिटेनस से भी देश को  मुक्त कर दिया गया है#

खोज जारी है.24×7 न्यूज चैनल/ हिन्दी दैनिक समाचार पत्र की खास रिपोर्ट...

No comments