#हरदोई:- हरियावां - गुरू पूर्णिमा के अवसर पर लगा पौराणिक अषाढ़ी मेला#
#हरदोई:- हरियावां - गुरू पूर्णिमा के अवसर पर लगा पौराणिक अषाढ़ी मेला#
#हरदोई:- हरियावां - गुरू पूर्णिमा के अवसर पर लगा पौराणिक अषाढ़ी मेला#
#हरदोई : हरियावां - हरियावां कस्बे के प्राचीन देवी मंदिर परिसर में लगा पौराणिक अषाढ़ी मेला, श्रद्धालुओ की लगी भीड़, विगत् वर्षो की भांति इस वर्ष भी हरियावां कस्बे के प्राचीन बाराही देवी मंदिर परिसर में मेले का आयोजन किया गया जिसको देखने के लिए भारी संख्या में लोग पहुंचे। मेले में पहुंचने वाले सभी लोग सबसे पहले माता बाराही देवी की पूजा-अर्चना करने के पश्चात मेले में खरीददारी करते हैं, मेले में खिलौने, मिठाई आदि की दर्जनों दुकाने लगती हैं। बच्चों के मनोरंजन के लिए मेले में झूला भी लगता है। प्रत्येक वर्ष में एक बार लगने वाला अषाढ़ी मेला अपने आप में खास है यहाँ मिलने वाली मिठाई *'कपूरकंद'* मेले की शोभा बढ़ाता है, यह मिठाई मेले के अलावा पूरे साल नहीं मिलती#
#मेले को लेकर बच्चों में खासा उत्साह दिखा#
#अषाढ़ी मेले को लेकर बच्चों में मेले से कई दिन पूर्व से ही उत्साह नजर आया, बच्चे मेले के लिए काभी दिन पहले से ही तैयारी में जुट जाते हैं, गरीब तमगे के बच्चे जिनके माता-पिता मेले का खर्च नहीं उठा सकते मेले में खरीददारी करने के लिए नीम के पेड़ में लगने वाले फल(निमकौरी) को इकट्ठा करके, बेचते हैं फिर उन पैसों से मेला देखते हैं#
#हरियावां कस्बे के प्राचीन बाराही देवी मंदिर परिसर में लगने वाला अषाढ़ी मेला अषाढ़ मास की पूर्णिमा यानी गुरू पूर्णिमा को लगता है। मेला कमेटी के सदस्यों ने बताया कि यह मेला सैंकड़ों वर्षों से हरियावां धाम की पावन धरा पर विगत् वर्षो से लगता आया है, मेले में बच्चों से लेकर बुजुर्ग भारी संख्या में पहुंचते है, आसपास के दर्जनों गावों के लोग भी इस मेले पहुंचते हैं#
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