#हरदोई:- कोथावां - जांच करने पहुंची सीडीपीओ, सुपरवाइजर नहीं कर पाईं समस्या का समाधान, जांच के नाम पर हुई महज औपचारिकता,गोल मोल रहा जांच का दायरा#
#हरदोई:- कोथावां - जांच करने पहुंची सीडीपीओ, सुपरवाइजर नहीं कर पाईं समस्या का समाधान, जांच के नाम पर हुई महज औपचारिकता,गोल मोल रहा जांच का दायरा#
#हरदोई : कोथावां - ब्लाक के कल्यानमल में बने आंगनबाड़ी केंद्र प्रथम में तैनात सहायिका रामकांती पर जच्चा बच्चा को विभागीय सामग्री पोषाहार राशन ना देने व उनका स्थानांतरण कराए जाने को लेकर रोहनी मिश्रा ने जनसुनवाई के माध्यम से जिला बाल विकास पुष्टाहार कार्यक्रम अधिकारी को जनसुनवाई के माध्यम से बताया गया कि ग्राम पंचायत कल्यानमल मे बने आंगनबाड़ी केंद्र प्रथम पर सहायिका रामकांती पुत्री सुरेश जो सहायिका के पद पर तैनात हैं वह निवासी ग्राम पंचायत कल्यानमल नहीं है।जिनका मूल निवास विकासखंड भरावन ग्राम भरावन जनपद हरदोई है।जिनकी नियुक्ति आंगनबाड़ी केंद्र पर सहायिका के पद पर अवैध रूप से कल्यानमल प्रथम में हुई थी।जिनका वर्तमान निवास लखनऊ है जो केंद्र पर नियमित नहीं आती हैं और विभाग से प्राप्त राशन लाभार्थियों को नहीं वितरित करती हैं।जिसकी मौके पर जांच करा कर किसी पड़ोसी ग्राम पंचायत कार्यकत्री सहायिका को नियुक्त किया जाए।जिसके संबंध में दिनांक 02/09/2022 को सीडीपीओ रेखा देवी,सुपरवाइजर रामदेवी आंगनबाड़ी केंद्र पहुंची जिन्होंने मौके पर सहायिका रामकांती की अनुपस्थिति व विभाग सम्बंधी अभिलेख ना होने के कारण जांच पूरी ना होने का हवाला दिया।वहीं जच्चा बच्चा गर्भवती महिलाओं को समय से पोषाहार ना मिलने की बात इन दोनों जिम्मेदारों के बीच रखी गई।इसी बीच आंगनबाड़ी चतुर्थ कार्यकत्री शहरूनिशा पत्नी मोहम्मद मुस्तकीम ने बताया कि सहायिका रामकांती मुझे केंद्र पर पोषाहार राशन वितरण नहीं करने देती हैं जिसके कारण उन्हें अपने घर पर राशन वितरण करना पड़ता है।मौके पर पहुंचे स्थानीय भाजपा नेता अनिल मिश्रा के अनुसार रामकांती कभी समय से पोषाहार का वितरण करती हैं और ना ही केन्द्र पर उपस्थित रहती हैं कुछ भी कहने पर आमादा फौजदारी वा निराधार आरोपों सहित पुलिस को शिकायत करती हैं।अगर समय से अधिकारियों द्वारा ध्यान ना दिया गया तो शिकायत मुख्यमंत्री से करेंगे।रामकांती के अनुसार अनिल मिश्रा जच्चा बच्चा के हिस्से का पोषाहार मांगते हैं न देने पर वह शहरूनिशा से मिलकर मेरी फर्जी शिकायतें करते हैं जिन बच्चों को पोषाहार उपलब्ध कराया जाता है उन सभी के फोटो समय अनुसार फोन में मौजूद है जरूरी अभिलेखों में सभी के अंगूठा दस्तखत उपलब्ध है।मेरी मां यहीं नौकरी करती थीं हम यहीं के मूलतः निवासी हैं।शहरूनिशा पड़ोसी गांव रायपुर केंद्र पर कार्य न कर कल्यानमल में अपनी मर्जी से सेंटर लगाकर पोषाहार वितरण करती हैं।मेरा उनसे कोई लेना देना नहीं है।मामले की जांच कर रही सीडीपीओ रेखा देवी ने अपना स्वास्थ्य ठीक ना होने का हवाला देते हुए चलती बनी।उपरोक्त मामले में शिकायतकर्ता गर्भवती महिलाओं और जांचकर्ता अधिकारियों के बीच ऊहा पोह को देखकर साफ अंदाजा लगाया जा सकता था कि कहीं ना कहीं विभागीय बड़ी झोल है जिसको बाल विकास एवं पुष्टाहार विभाग के स्थानीय जिम्मेदार छिपाने का प्रयास कर रहे हैं।नतीजतन जिम्मेदारों ने निष्पक्ष जांच से बहानेबाजी करते हुए पल्ला झाड़ लिया।देखना होगा कि कल्यानमन के इस आंगनबाड़ी केंद्र में कार्यकत्री सहायिका एवं लाभार्थियों शिकायत कर्ताओं में कब तक ऐसे खेल चलते रहेंगे।इस दौरान शिकायत कर्ताओं में लाभार्थी प्रिया,आशीष, अंकुश,आर्यन,रिंकी पत्नी ज्ञानेंद्र सारथी पत्नी दिनेश नीलिमा पत्नी महेश निशा पत्नी रमेश सुषमा राठौर पत्नी राजेंद्र सहित दर्जनों गर्भवती महिलाएं उपस्थित रहीं#
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