#उरई:- जालौन- पल्लेदार मजदूरों ने भाकपा माले की सदस्यता लेकर शहीदों के सपनों का भारत बनाने का लिया संकल्प, भाकपा माले के पूर्व राष्ट्रीय महासचिव का. बीएम की 24 वें स्मृति दिवस को फासीवादी विरोध दिवस के रूप में मनाया#
#उरई:- जालौन- पल्लेदार मजदूरों ने भाकपा माले की सदस्यता लेकर शहीदों के सपनों का भारत बनाने का लिया संकल्प, भाकपा माले के पूर्व राष्ट्रीय महासचिव का. बीएम की 24 वें स्मृति दिवस को फासीवादी विरोध दिवस के रूप में मनाया#
#उरई: जालौन- आज ही के दिन जनता के महानायक भाकपा माले के पूर्व राष्ट्रीय महासचिव का. बीएम की 24 वें स्मृति दिवस को हम सब का. फासीवादी विरोधी दिवस के रूप में बना रहे हैं स्मृति दिवस पर सभी पल्लेदार मजदूरो ने का. डोंने का. बीएम के चित्र पर माल्यार्पण करते हुए उनको क्रांतिकारी श्रद्धांजलि दी आगे भाकपा माले नेताऑल इंडिया सेंट्रल काउंसिल आफ ट्रेड यूनियंस एक्टू प्रांतीय उपाध्यक्ष का. राम सिंह चौधरी ने कहा की जनता के जन महानायक का. बीएम के सपनों का भारत कैसा होगा उन्होंने एक ऐसे भारत का निर्माण का बात किया था जिसमें बराबरी ही नहीं अनेकता में एकता और संघर्ष का जो सपना था उसमें उन्होंने धर्म और राजनीति को बिल्कुल घाल मेल ना होने देने के लिए सांप्रदायिक उन्माद का और कट्टरपंथ का विरोध करते हुए कहा था कि विभिन्न जातियों धर्म की जो जातिवाद वा अंध राष्ट्रवाद काजू धार्मिक एजेंडा है उसके पीछे का जो सांप्रदायिक पिसाची उन्मादी खूनी चेहरा है उस चेहरे में फासीवाद के पनपने का जो माहौल है जिसमें इंसानी नरसंहार की जो फितरत है बोलो हिटलर ई निजाम की सियासत है उसके लिए हिंदुस्तान में कोई भी जगह ना बन पाए इसलिए अब फैसले सड़कों पर होंगे इसके लिए जनता की बड़ी गोलबंदी और बड़े आंदोलन के लिए ही नहीं बल्कि वैचारिक रूप से जनता के बीच एक बड़ी एकता और संघर्ष की जरूरत है तभी सच्चे मायने में शहीदों के सपनों के भारत निर्माण की तरफ बढ़ा जा सकता है उपर्युक्त संदर्भों पर बोलते हुए का. राम सिंह चौधरी ने कहा कि जाते जाते कामरेड विनोद मिश्र ने हिंदुस्तान की आवाम को आवाज लगाई थी कि साथी हम फिर मिलेंगे संघर्षों के मैदानों में खेतों और खलियालों में उसका मतलब शहरों को गांव से घेंरना था आगे भाकपा माले के नगर उरई सचिव का. हरिशंकर ने कहा का. बीएम के सपनों का भारत हमें बनाना है इसके लिए असली लड़ाई सड़कों पर होगी हमें संविधान लोकतंत्र ही नहीं बचाना है हमें शोषण भी विहीन समाज की स्थापना करते हुए शहीदों के सपनों का भारत बनाना है जिन शहीदों ने भारत के लिए अपनी आहुति दी उन कामरेड शहीदों देश के शहीदों के सपनों का जो भारत है वह शोषण दिन समाज की स्थापना समाजवाद और साम्यवाद ही हो सकता है आगे पल्लेदार मजदूर यूनियन अध्यक्ष माले नेता का. राजाराम वर्मा ने कम रेट डीएम के सपनों के भारत निर्माण के लिए 11 वे भाकपा माले के पार्टी महाधिवेशन द्वारा फासीवाद हटाने सामाजिक बराबरी सम्मान उत्पीड़न से मुक्ति शहीदों के सपनों के भारत बनाने का संकल्प लिया और राष्ट्रीय महाधिवेशन को सफल बनाने के लिए आह्वान करते हुए कॉमरेड विनोद मिश्रा को क्रांतिकारी श्रद्धांजलि अर्पित की और नारा लगाया साथी हम फिर मिलेंगे खेतों और खालियानों में संघर्षों के मैदानों में आगे स्मृति दिवस में प्रमुख रूप से कॉमरेड देवी दयाल वर्मा देवेंद्र कुशवाहा, श्रीराम कुशवाहा एपवा नेता कॉमरेड शमा बानो, कॉमरेड संजय, कामरेड रूबी, का. रमेश चौधरी, का. सुरेश, का. अशोक गौतम, का. रामबाबू अहिरवार, चमन, मंगन लाल वर्मा, लखनराज, प्रताप जाटव, का. का. कल्लू, का. हरिदास, रामबाबू, बृज बिहारी, गयाप्रसाद और पप्पू कमला, कुसुम, रामप्यारी, धकेली, विमला, राजरानी, राजकुमारी, शीतला, विमलेश, बाबू खा, निसार अहमद, जुबेर, इदरीश, इस्लाम इत्यादि सैकड़ों महिला-पुरुष उपस्थित रहे अंत में कई पल्लेदार मजदूरों ने भाकपा माले की सदस्यता लेकर शहीदों के सपनों का भारत बनाने का संकल्प लिया#
रिपोर्टर: गोविन्द सिंह दाऊ- खोज जारी है.24×7 न्यूज चैनल/ हिन्दी दैनिक समाचार पत्र की खास रिपोर्ट...
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