#हरदोई:- जिलाधिकारी ने कल्याण योजनाओं की लाभार्थी बच्चियों से किया शक्ति संवाद#
#हरदोई:- जिलाधिकारी ने कल्याण योजनाओं की लाभार्थी बच्चियों से किया शक्ति संवाद#
#बच्चियों के उत्थान लिए सरकार द्वारा जन्म से लेकर विवाह व उसके बाद तक के लिए योजनाएँ चलायी हैं:- मंगला प्रसाद सिंह#
#हरदोई: विवेकानंद सभागार में जिलाधिकारी मंगला प्रसाद सिंह ने मुख्यमंत्री कन्या सुमंगला योजना, उत्तर प्रदेश मुख्यमंत्री बाल सेवा योजना तथा स्पांसरशिप योजना के अंतर्गत लाभार्थी बच्चों के साथ शक्ति संवाद किया। मिशन शक्ति कार्यक्रम की चर्चा करते हुए उन्होंने कहा कि कोई भी बच्ची स्वयं को कमजोर न समझे। दुर्व्यहार के मामले में दोषियों के विरुद्ध कार्रवाई की जाएगी। सरकार महिलाओं व बच्चियों के उत्थान के लिए बहुत सी योजनाएं चला रही है। सरकार ने जन्म से लेकर विवाह व उसके बाद तक के लिए योजनाएँ चलायी हैं। बच्चियों ने जिलाधिकारी से विभिन्न प्रश्न पूछे जिनका जिलाधिकारी ने जवाब दिया। सरस्वती शिशु मंदिर की कक्षा एक की छात्रा ने डॉक्टर बनने की इच्छा जताई। कक्षा 6 की बच्ची आफरीन जिलाधिकारी से बात करते हुए भावुक हो गयी। इस बच्ची ने भी डॉक्टर बनने की इच्छा जताई। कक्षा 1 में पढ़ने वाली बच्ची सुवर्णा ने जिलाधिकारी के समक्ष माँ के प्रति अपने प्यार को व्यक्त किया। इस बच्ची ने एक कविता भी सुनाई। कक्षा 7 की छात्रा दिव्यांशी ने अपने जन्मदिन के अवसर पर जिलाधिकारी के साथ सेल्फी लेने की इच्छा जताई। बच्ची ने बताया कि उसे गणित पसंद है। कक्षा 2 की छात्रा ने जिलाधिकारी के समक्ष 2 कविताएं सुनाई। जिलाधिकारी ने बच्ची से सामान्य ज्ञान के कुछ प्रश्न पूछे जिसका बच्ची ने बखूबी जवाब दिया। कन्या सुमंगला की लाभार्थी बच्ची ने जिलाधिकारी से संवाद किया। जिलाधिकारी ने कहा कि मजबूत इच्छा शक्ति से इंसान कोई भी लक्ष्य हासिल कर सकता है। बच्ची ने बताया कि कन्या सुमंगला व अभ्युदय योजना से उसे काफ़ी लाभ मिला है। उसका चयन नीट में हो गया है। बच्ची ने कहा कि लोगों को जागरूक करने की आवश्यकता है। अभ्युदय योजना के अंतर्गत पढ़ाने वाले शिक्षक काफ़ी मेहनत करते हैं। जिलाधिकारी ने बच्ची को जवाब देते हुए कहा कि सकारात्मकता से नकारात्मकता को दूर किया जा सकता है। सबसे पहले अपनी मंजिल तय की जाये जिसके अनुसार रास्ते का चुनाव किया जाये। अपनी ताकत को पहचानने की जरुरत है। बच्चों के आगे बढ़ने पर सबसे ज्यादा ख़ुशी माँ-बाप को होती है। ऐसा कोई काम नही करना चाहिए जिससे माता-पिता को दुःख हो। सरकारी योजनाओं की चर्चा के दौरान उन्होंने कहा कि सरकार बच्चों के तकनीकी सशक्तिकरण के लिए स्मार्टफोन व टेबलेट दे रही है। सभी बच्चे एक विश्वास के साथ आगे बढ़ें। उन्होंने बच्चियों को भगवान राम का उदाहरण देते हुए सकारात्मक रहने का सन्देश दिए। एक बच्ची प्रिया गुप्ता ने भी कन्या सुमंगला योजना के अंतर्गत मिली धनराशि से मिले लाभ के बारे में बताया। नैंसी ने जिलाधिकारी से आत्मविश्वास प्राप्त करने के तरीके के बारे में पूछा। जिलाधिकारी ने कहा कि ज्ञान आत्मविश्वास को बढ़ाता है। कक्षा 9 की बच्ची मानवी से बात करते हुए जिलाधिकारी ने कहा कि तुलना अपने से अच्छे से करने पर प्रेरणा मिलती है। उन्होंने कहा कि भारत की महामहिम राष्ट्रपति महोदया से हमें प्रेरणा लेनी चाहिए जो कमजोर पृष्ठभूमि से होने के बाद भी देश के सर्वाेच्च पद तक पहुंचीं। जिलाधिकारी ने वन स्टॉप सेंटर व विभिन्न हेल्पलाइनों के बारे में बताया। उन्होंने कहा कि बच्चियों के स्वावलम्बी होने से दहेज़ रुपी दानव से बचा जा सकता है। बाल विवाह की प्रथा को समाप्त किया जा सकता है। अंत में जिलाधिकारी ने बच्चियों को स्मृति चिन्ह भेंट किये। इस अवसर पर जिला प्रोबेशन अधिकारी संजय निगम, जिला कार्यक्रम अधिकारी मनोज कुमार व जिला सूचना अधिकारी संतोष कुमार आदि उपस्थित रहे#
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