#हरदोई:- पेपर लीक हो गया रब्बा-रब्बा, सिस्टम वीक हो गया रब्बा-रब्बा' बाल दिवस पर रजत जयंती समारोह पर कवि सम्मेलन#
#हरदोई:- पेपर लीक हो गया रब्बा-रब्बा, सिस्टम वीक हो गया रब्बा-रब्बा' बाल दिवस पर रजत जयंती समारोह पर कवि सम्मेलन#
#नगर के कुर्सी रोड स्थित सीबीजी इंटर कालेज में श्रीमद् भागवत आयोजन की रजत जयंती व बाल दिवस के उपलक्ष्य में आयोजित कवि सम्मेलन में सुदूर जनपदों से आए हुए स्वनामधन्य कवियों की उपस्थिति में काव्य- गंगा की सरस रसधार में देर रात तक रसिक श्रोता गोता लगाते रहे। हास्य, श्रृंगार और वीर रस कविताओं को सुनकर श्रोता निरंतर तालिया की गड़गड़ाहट से पंडाल को गुंजायमान करते रहे#
#भागवत भक्ति धर्म प्रचार समिति के तत्वाधान में संपन्न हुई पच्चीसवीं भागवत कथा के उपरांत विराट कवि सम्मेलन का आयोजन भक्ति के साथ साथ साहित्य की छठा बिखेरता रहा । हास्य, ओज, श्रृंगार, तथा व्यंग के माध्यम से पढ़ी गई उत्कृष्ट रचनाओं ने सुधी श्रोताओं की चेतना को कही राष्ट्रीयता ,के धागे में पिरोते रहे तो कही हास्य के ठहाके गूंजते रहे#
#कार्यक्रम का शुभारम्भ वीणा वादिनि के चित्र पर दीप प्रज्वलन से हुआ ।कार्यक्रम की अध्यक्षता वरिष्ठ कवि डा0 श्यामल मजूमदार ने की। वाणी वंदना के साथ,फतेपुर,बाराबंकी से पधारे संजय संवारा ने कवि सम्मेलन का संचालन किया#
#संवारा ने अपनी रचना के माध्यम से नवाजते हुए कहा, मोम था या कि फौलाद, क्या देखते, तेरे दीदार के बाद क्या देखते। रात पूनम की थी यह तो सच है मगर, आप थे सामने चांद क्या देखता#
#कवि विनय शुक्ला (बाराबंकी) ने अपनी पंक्तियों के माध्यम से कवि धर्म को उकेरते हुए कहा *हम कवि जन दरबारों के, हम बाजारों में बिके नहीं#
#कवि प्रमोद पंकज राम नगर ने अपनी पैरोडी के माध्यम से करारा व्यंग देते हुए तालियां बटोरी। न तुमने पेपर देखा ,न मैने पेपर देखा, पेपर लीक हो गया रब्बा-रब्बा, सिस्टम वीक हो गया रब्बा-रब्बा#
#हरदोई: राजधानी लखनऊ से पधारी श्रृंगार की इकलौती कवित्री हेमा पांडेय ने श्रृंगार की रचना पढ़ते हुए कहा, पग महावर लगाया तुम्हारे लिए, चांद को जल चढ़ाया तुम्हारे लिए#
#हरदोई: आगरा से आए ओज के कवि भगवान सहाय ने उपस्थित श्रोताओं में देश की मौजूदा व्यवस्था पर करारी चोट की। वही राजधानी दिल्ली से पधारे विनय विनम्र ने भारत माता के चित्र को अपनी रचना में अनूठा रंग देते हुए पढ़ा *अमन सुमन नित खिले चमन में एक साथ संकल्पित हों । आओ हम सब मिल कर ऐसे भारत का निर्माण करें#
#कोलकाता से आए डाक्टर श्यामल मजूमदार ने राजनीति के प्रति भाव प्रगट करते हुए कहा, सियासत में आंधी कमाई न होती, चेहरे पे उनकी लुनाई ना होती।अगर गटर में उनका कुत्ता न गिरता, तो सीवर की जल्दी सफाई ना होती#
#हरदोई:- अपनी रचनाओं से महफिल को गुदगुदाया। हास्य के साक्षात अवतार कहे जाने वाले कवि मधुप नरकंकाल की रचनाओं पर देर रात तक श्रोता ढहाके लगाते रहे। वहीं कार्यक्रम के संयोजक कवि जगजीवन मिश्र की अवधी मुक्तक छंदों ने रंग बिखेरा#
#ठंड और घने कोहरे के बीच कवि सम्मेलन के स्वर देर रात तक गूंजते रहे । कुंवर वीरेंद्र सिंह मल्हेरा ने कवियों को पुरस्कार राशि व प्रतीक चिन्ह देकर सम्मानित किया#
#प्रधानाचार्य गिरजेश तिवारी ने नगर व क्षेत्र के गणमान्य व्यक्तियों का आभार व्यक्त किया । इस मौके पर संजय द्विवेदी,अभिषेक द्विवेदी ,मृदुल द्विवेदी,डाक्टर विभा सिंह,राजकुमार शुक्ला,शिवप्रताप मिश्र बड़क्के,सुरेन्द्र गुप्ता कल्लू,सरोज मिश्रा,रामशब्द शास्त्री आदि बड़ी संख्या में महिलाएं व पुरुष मौजूद रहे#
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