#हरदोई:- महिषासुर वध का वर्णन श्रवण से भी मिलती है मां दुर्गा की कृपा/ आचार्य अवधेश शुक्ल#
#हरदोई:- महिषासुर वध का वर्णन श्रवण से भी मिलती है मां दुर्गा की कृपा/ आचार्य अवधेश शुक्ल#
#हरदोई: जनपद के ब्लॉक टड़ियांवा के ग्राम सिकरोहरी में चल रहे सात दिवसीय श्री शत चंडी यज्ञ और श्रीमद देवी भागवत महापुराण कथा के आयोजन में भक्तों की भीड़ उमड़ रही है।देवी भागवत महापुराण के चौथे दिवस कथा व्यास आचार्य अवधेश शरण शुक्ला ने आदिशक्ति मां की महिमा के बखान में महिषासुर वध की कथा का वर्णन करते हुए श्रद्धालुओं को बताया कि देवी भागवत कथा श्रवण करने से मां की कृपा अवश्य प्राप्त होती है। इसलिए मनुष्य को देवी पुराण की कथा का श्रवण अवश्य करना चाहिए।आचार्य ने बताया एक बार महिषासुर नाम के दानव ने तप के बल पर ब्रह्मा जी को प्रसन्न कर लिया।ब्रह्मा जी- ने उस दानव से वरदान मांगने को कहा तो दानव ने अमरता का वरदान मांगा।ब्रह्मा जी ने दानव से कहा जो जन्मा है उसकी मृत्यु निश्चित है।अतः कोई और वर मांगो तो दानव ने स्त्री के हाथों अपनी मृत्यु का वरदान ब्रह्मा जी से प्राप्त कर लिया।दानव जनता था स्त्री उसके समक्ष युद्ध के लिए आएगी नही और पुरुष उसे मार नही सकता।वरदान प्राप्त कर महिषासुर नाम के दानव ने युद्ध में तीनों देवों को भी परास्त कर खुद तीनों लोकों का स्वामी बन गया।और देव गणों को तरह तरह की यातनाएं देने लगा।तब सभी देवगण एकत्र होकर त्रिदेव के पास गए और अपनी परेशानी से अवगत करवाया।तब ब्रह्मा विष्णु और शिव जी ने एक शक्ति प्रकट की। उस शक्ति के पैर के दबाव से समुद्र का जल छलकने लगा था और उनके मुकुट से आसमान में रेखा सी खींच रही थी। उन मां दुर्गा ने महिषासुर का वध कर देवताओं को उनके अधिकार वापस दिलवाए।दुष्ट दानव के संहार पर पवन वायु चलने लगी, नदियां अपने मार्ग से बहने लगीं,उल्कापात शांत हो गए और यज्ञ शाला की अग्नि अपने आप प्रज्जवलित हो उठी।सभी देवताओं ने मां दुर्गा को नमन कर हर मुसीबत से रक्षा करने का वरदान प्राप्त किया। विद्वान ज्ञानी जी और ने राम कथा की महिमा का विस्तार से वर्णन कर श्रोताओं को मंत्रमुग्ध कर दिया। इस अवसर पर आयोजक मंडल के सोमेंद्र सिंह, अनुज सिंह, लक्ष्य सिंह चंदेल, अमर पाल, नीरज सिंह सहित सैकड़ों भक्त गण उपस्थित रहे#
No comments