#शाहजहांपुर:- जलालाबाद- घायल व्यक्ति को मुकदमा एसपी के आदेश पर लिखा, लेकिन दबंगो का मुकदमा तुरंत से लिख लिया#
#शाहजहांपुर:- जलालाबाद- घायल व्यक्ति को मुकदमा एसपी के आदेश पर लिखा, लेकिन दबंगो का मुकदमा तुरंत से लिख लिया#
#शाहजहांपुर: जलालाबाद- थाने के इंस्पेक्टर की कार्यप्रणाली पर उठ रहे सवाल#
#पुलिस अधीक्षक के आदेश पर मुकदमा दर्ज होने के बाद पीड़ितों के खिलाफ भी इंस्पेक्टर ने क्रॉस केस दर्ज किया
#जबरन समझौता करने के उद्देश्य इंस्पेक्टर ने दर्ज किया क्रॉस केस#
#हमलवारों को गिरफ्तार करना दूर की बात, घर तक नहीं गई पुलिस#
#शाहजहांपुर: जलालाबाद- योगी सरकार में सबको न्याय मिले इसको लेकर लगातार मुख्यमंत्री अधिकारियों को निर्देश देते रहते है लेकिन शाहजहांपुर जनपद की जलालाबाद थाना पुलिस से न्याय की उम्मीद करना बेमानी है। जलालाबाद कोतवाली के इंस्पेक्टर न केवल हमलावरों की पैरवी कर रहे हैं, बल्कि 2 दिन बाद क्रॉस केस बनाकर समझौते का दबाव भी बना रहे हैं। आपको बता दें कि शाहजहांपुर के जलालाबाद में समाजवादी पार्टी के नगर अध्यक्ष और उनके साथियों ने एक व्यापारी राहुल गुप्ता पर हमला कर दिया। उन्हें लाठी-डंडों से पीटा गया और गंभीर हालत में राजकीय मेडिकल कॉलेज में भर्ती कराया गया। पुलिस ने 2 दिन पीड़ितों को टरकाये रखा। जब पुलिस अधीक्षक ने आदेश दिया तब जाकर मामला दर्ज कर लिया गया। पुलिस ने इसमें हमलावरों की गिरफ्तारी तो दूर बल्कि पीड़ितों के खिलाफ हमलावर संजीव गुप्ता की ओर से क्रॉस केस दर्ज कर लिया। जानकारी के अनुसार जलालाबाद नगर में रहने वाले राहुल गुप्ता मंडी में अपनी दुकान पर बैठे थे तभी समाजवादी पार्टी के नगर अध्यक्ष संजीव गुप्ता के दिशा निर्देश पर उनके साथियों ने राहुल गुप्ता की दुकान पर धावा बोल दिया और दुकान के अंदर घुसकर इन लोगों ने राहुल गुप्ता को बुरी तरह पीटा। राहुल गुप्ता ने बताया कि विरोधियों ने उन्हें लाठी डंडों से काफी देर तक पीटा और वह उन्हें मरा हुआ समझकर छोड़कर चले गए। इसके बाद जब व्यापारी लोगों ने शोर मचाया तो यह लोग भाग गए। इसके बाद राहुल गुप्ता को नगरिया मोड़ ले जाया गया जहां से गंभीर हालत में उन्हें शाहजहांपुर के राजकीय मेडिकल कॉलेज में भेज दिया गया जहां वह एक दिन भर्ती भी रहे। इस संबंध में जलालाबाद इंस्पेक्टर से रिपोर्ट दर्ज करने को कहा गया लेकिन 2 दिन तक मुकदमा दर्ज नहीं होने पर पीड़ित पुलिस अधीक्षक से मिले और पुलिस अधीक्षक ने तत्काल प्रभाव से मुकदमा दर्ज कर दिया लेकिन जलालाबाद कोतवाली के इंस्पेक्टर ने आरोपियों के द्वारा दिए गए प्रार्थना पत्र पर पीड़ित के खिलाफ ही मुकदमा दर्ज कर दिया। जिससे पीड़ित पक्ष पर समझौते का दबाव बनाया जा सके। अब इसमें कोतवाली इंस्पेक्टर को क्या फायदा मिला यह सब जनता के सामने आना चाहिएं#
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