#हरदोई:- पिहानी- बर्ड फ्लू : प्रशासन अलर्ट#
#हरदोई:- पिहानी- बर्ड फ्लू : प्रशासन अलर्ट#
#हरदोई:- पिहानी में अन्य जिलों से मुर्गा मंगाने पर लगाई रोक, बिना मानक चिकन मीट बेचने वालों की दुकान होगी बंद- अधिशासी अधिकारी अमित कुमार सिंह#
हरदोई:- पिहानी-
#गोरखपुर: में मुर्गों की दुकानों पर जांच में बर्ड फ्लू मिलने के बाद अधिशासी अधिकारी अमित कुमार सिंह ने कस्बा पिहानी में अलर्ट जारी कर दिया गया है। पशु पालन विभाग भी सक्रिय कर दिया है। पिहानी के अंदर बड़े पैमाने पर मुर्गा मीट बेचने की दुकान मानक विहीन चलाई जा रही हैं। ईओ इन सभी दुकानों को नोटिस जारी कर दुकान बंद करने के निर्देश जारी कर दिए हैं। इसके लिए स्थानीय पुलिस से भी टीम मदद ले रही है। बुधवार को मुर्गा व बिरयानी की मांग कस्बे की दुकानों पर कम रही#
#गोरखपुर: के चिड़ियाघर के जानवरों में बर्ड फ्लू का वायरस मिलन व सैंपल पाजिटिव मिलने के बाद कस्बे में भी हड़कंप मच गया है। पशु पालन विभाग की ओर से टीम इसकी रोकथाम के लिए गठित की गई है#
#इसके अलावा पुलिस हरदोई शाहजहांपुर व अन्य जिलों से जोड़ने वाली सड़क पर भी नजर है। आबादी के बीच बने अंडा फाॅर्म व पोल्ट्री फार्म संचालकों को सफाई के लिए निर्देश दिया गया है। इसके लिए ब्लाक स्तरीय पशु पालन विभाग के कर्मचारी भी पहुंच कर सफाई कराने के लिए कह रहे हैं। बर्ड फ्लू का मामला सामने आने के बाद शहर के बिरयानी और मुर्गा की दुकानों पर लोगों की भीड़ कम देखी गई। करवा तिराहा के समीप एक बिरयानी दुकानदार ने बताया कि आज ग्राहकों में गिरावट आई है नहीं तो प्रति दिन 40 से 45 ग्राहक आते थे#
#स्थानीय पशु पालन विभाग के डॉक्टर मुर्गी फार्म की जांच करेंगे, निगरानी करेंगे। साथ लक्षण मिलने पर जांच करने के साथ ही इलाज करेंगे। वहीं, आकड़ों की बात करें तो कस्बे में 8 से अधिक मुर्गी फार्म संचालित हो रहा है और लाखों का कारोबार प्रतिदिन का है। वहीं, विशेषज्ञों का कहना है कि यह मुर्गी में अधिक होता है। ऐसे में अगर बिरयानी या फिर चिकन के शौकीन हैं तो सतर्क हो जाएं और बचकर खाएं, क्योंकि संक्रमित हो सकते हैं। ऐसे में बीमारी के नियंत्रित होने तक बचने की जरूरत है#
#ऐसे फैलता है बर्ड फ्लू#
#मनुष्य को बर्ड फ्लू हो सकता है यदि वे संक्रमित जानवर के शरीर के तरल पदार्थ, जैसे थूक (लार), दूध, श्वसन बूंदों या पूप (मल) के संपर्क में आते हैं। आप इसे जानवरों के आवास में छोटे धूल कणों से सांस के माध्यम से अंदर ले सकते हैं या शरीर के तरल पदार्थ को छूने के बाद इसे अपनी आंखों, नाक या मुंह में ले सकते हैं। बर्ड फ्लू के जोखिम जो लोग मुर्गीपालन, जलपक्षी (जैसे बत्तख या हंस) और डेयरी गायों के साथ काम करते हैं, उनमें बर्ड फ्लू का खतरा सबसे अधिक होता है#
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