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ट्रम्प के ख़िलाफ़ महाभियोग के समर्थक क्यों बढ़ते जा रहे हैं

ट्रम्प के ख़िलाफ़ महाभियोग के समर्थक क्यों बढ़ते जा रहे हैं?

ऐसा लगता है कि अमरीकी समाज पर ट्रम्प की कार्यवाहियों के नकारात्मक परिणाम सामने आने के कारण, ट्रम्प के ख़िलाफ़ महाभियोग के समर्थन में वृद्धि हो रही है और यह प्रक्रिया अमरीका में राष्ट्रपति चुनाव के समय तक जारी रहेगी।
द हिल मैगज़ीन के अनुसार शुक्रवार को इस मैगज़ीन द्वारा कराए जाने वाले सर्वेक्षण के परिणामों के अनुसार अमरीका के राष्ट्रपति डोनल्ड ट्रम्प के इमपीचमेंट के समर्थन की प्रक्रिया, तीन महीने पहले कराए गए सर्वेक्षण के परिणामों की तुलना में 12 प्रतिशत बढ़ गई है। 26 और 27 सितम्बर को कराए गए सर्वेक्षण में अमरीकी संसद के डेमोक्रेट सांसदों ने ट्रम्प के ख़िलाफ़ महाभियोग की औपचारिक प्रक्रिया शुरू कर दी है। इस सर्वेक्षण से पता चलता है कि डेमोक्रेट व रिपब्लिक सांसदों और निष्पक्ष मतदाताओं के बीच ट्रम्प के इमपीचमेंट का रुझान बढ़ता जा रहा है। डेमोक्रेट्स के बीच ट्रम्प के ख़िलाफ़ महाभियोग लाने के रुझान में 19 प्रतिशत की वृद्धि हुई है और यह आंकड़ा 57 प्रतिशत से 78 प्रतिशत तक पहुंच गया है। रिपब्लिकंस में यह आंकड़ा पांच प्रतिशत बढ़ कर 18 प्रतिशत तक पहुंच गया है जबकि निष्पक्ष मतदाताओं में यह आंकड़ा दुगना हो कर 41 प्रतिशत तक पहुंच गया है।

अमरीकी प्रतिनिधि सभा की प्रमुख नेन्सी पेलोसी ने कहा है कि ट्रम्प के ख़िलाफ़ महाभियोग की प्रक्रिया औपचारिक रूप से मंगलवार से आरंभ होगी। यह घोषणा ऐसी स्थिति में की गई है जब ट्रम्प और यूक्रेन के राष्ट्रपति के बीच होने वाली टेलीफ़ोनी बातचीत लीक हो गई। इस बातचीत में ट्रम्प ने विलादिमीर ज़ेलेंस्की से कहा कि वे उनके चुनावी प्रतिद्वंद्वी जो बाइडन के परिवार से पूछताछ करें अन्यथा यूक्रेन की सैन्य सहायता बंद कर दी जाएगी। ट्रम्प की यह मांग स्पष्ट कर देती है कि उनके लिए राजनैतिक हित देश के हितों से बढ़ कर हैं। इस आधार पर कुछ टीकाकारों का कहना है कि ट्रम्प के ख़िलाफ़ महाभियोग को सफल बनाने के लिए डेमोक्रेट्स को यह रुख़ अपनाना होगा कि राष्ट्रपति ने अमरीका के राष्ट्रीय हितों को ख़तरे में डाल दिया है और अगर वे इस पद पर बने रहे तो संभव है कि आगे भी ऐसा करें।

डेमोक्रेट्स इससे पहले भी ट्रम्प के ख़िलाफ़ महाभियोग चला सकते थे लेकिन उन्होंने इस वक़्त ऐसा करने का जो निर्णय किया है उसके कई कारण हो सकते हैं। एक कारण यह है कि इससे पहले ट्रम्प के इमपीचमेंट की सफलता की संभावना कम थी लेकिन अब राष्ट्रपति के रूप में उनके तीन साल के क्रियाकलाप को मद्दे नज़र रखते हुए अमरीकी मतदाता भी उनका विरोध करने लगे हैं और इसी लिए डेमोक्रेट्स को लगता है कि ट्रम्प के ख़िलाफ़ महाभियोग का यह उचित अवसर है। अगर सेनेट में उनके ख़िलाफ़ महाभियोग का बिल पास नहीं होता तब भी वर्ष 2020 के राष्ट्रपति चुनाव की दौड़ से उन्हें दूर किया जा सकता है।

दूसरी बात यह है कि ट्रम्प ने अन्य देशों विशेष कर चीन के साथ जो व्यापारिक जंग शुरू की है, वह आरंभ में तो अमरीका के हित में दिखाई दे रही थी लेकिन चीन के जवाबी क़दमों के कारण अमरीकी कंपनियों को अनेक समस्याओं का सामना करना पड़ रहा है और इस व्यापारिक युद्ध का बोझ, अमरीकी उपभोगताओं पर पड़ रहा है। ब्लूमबर्ग के आर्थिक टीकाकारों ने भविष्यवाणी की है कि इस व्यापारिक युद्ध के दो साल बाद चीन और अमरीका के आर्थिक विकास दर में, व्यापारिक युद्ध न होने की स्थिति तुलना में क्रमशः शून्य दशमलव पांच और शून्य दशमलव दो प्रतिशत की कमी आएगी। ट्रम्प ने कई बार दावा किया है कि अन्य देशों पर टैक्स बढ़ाने से अमरीका को अरबों डाॅलर का फ़ायदा हुआ है लेकिन सटीक समीक्षाओं से पता चलता है कि चूंकि अमरीकी निर्यातकों और उपभोगताओं को चीनी वस्तुओं की ख़रीदारी पर अधिक पैसे ख़र्च करने पड़ेंगे इस लिए वाॅशिंग्टन की ओर से बढ़ाए जाने वाले टैक्सों का बोझ मुख्य रूप से अमरीकी जनता पर ही पड़ेगा।

दूसरी तरफ़ विदेश नीति में ट्रम्प के कुछ फ़ैसलों विशेष रूप से ज़ायोनी शासन के भरपूर समर्थन से भी अमरीकी जनता पर बोझ बढ़ गया है जबकि अमरीकी लोगों को इससे कोई लाभ नहीं हुआ है। इस तरह परमाणु समझौते से निकलने और ट्रम्प के एकपक्षीय क़दमों ने भी अमरीका को संसार में अलग-थलग कर दिया है और उसकी शक्ति कम होती जा रही है। ये सारी बातें ऐसी हैं जिनका प्रभाव धीरे धीरे सामने आता जा रहा है। यही कारण है कि डेमोक्रेट्स अब चुनाव के अवसर से लाभ उठा कर ट्रम्प के ख़िलाफ़ महाभियोग का प्रस्ताव पेश करके उन पर कड़ा प्रहार करना चाहते हैं। भविष्यवाणी यही है कि जैसे जैसे अमरीका में राष्ट्रपति का चुनाव निकट आता जाएगा, वैसे वैसे ट्रम्प की लोकप्रियता कम होती जाएगी और उनके ख़िलाफ़ महाभियोग का समर्थन बढ़ता जाएगा।

सम्पादक: डीपी सिंह चौहान 

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