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#लखनऊ:- 4 फरवरी कैंसर दिवस के अवसर पर नशा मुक्त तहरी भोज व संगोष्ठी का आयोजन#

#लखनऊ:- 4 फरवरी कैंसर दिवस के अवसर पर  नशा मुक्त तहरी भोज व संगोष्ठी का आयोजन#

#लखनऊ:- 4 फरवरी कैंसर दिवस के अवसर पर  नशा मुक्त तहरी भोज व संगोष्ठी का आयोजन#

#लखनऊ:- 4 फरवरी कैंसर दिवस के अवसर पर  नशा मुक्त तहरी भोज व संगोष्ठी का आयोजन#


#लखनऊ:- 4 फरवरी कैंसर दिवस के अवसर पर  नशा मुक्त तहरी भोज व संगोष्ठी का आयोजन#

#लखनऊ: नशा मुक्त आंदोलन अभियान की टीम द्वारा किया गया।गणपति लॉन इंदिरा नगर में संगोष्ठी का आयोजन आयोजित इस कार्यक्रम में नशे से मुक्ति ही कैंसर से सुरक्षा विषय पर  संगोष्ठी का आयोजन किया गया। कार्यक्रम में मुख्य अतिथि मा. कौशल किशोर जी, विशिष्ट अतिथि- मा. उमेश द्विवेदी जी, विशिष्ट अतिथि- पवन सिंह चौहान जी की गरिमामय उपस्थिति में संपन्न हुआ। कार्यक्रम में मुख्य वक्ता के रूप में उपस्थित प्रोफ़ेसर सोनिया नित्यानंद जी निदेशक, डा. राम मनोहर लोहिया आयुर्विज्ञान संस्थान , संगोष्ठी को संबोधित किया। उन्होंने कई स्कूलों के आए हुए छात्र छात्राओं को कैंसर के प्रकार, उसके कारण तथा  उपचार के बारे में बताया। आधुनिक युग में कैंसर का इलाज संभव है और यदि उचित समय पर इलाज प्रारंभ किया जा सके तो जीवन की रक्षा की जा सकती है।उन्होंने बताया कि आज सर्वाइकल कैंसर का टीका बाजार में उपलब्ध है जिसे  समय से सभी महिलाओं को लगवाना चाहिए ।पुरुषों में होने वाले ज्यादातर कैंसर का कारण किसी ना किसी प्रकार का नशा होता है अतः सभी प्रकार के नशे से दूर रहना चाहिए। बच्चों को बताया कि ऐसे दोस्तों को छोड़ देना चाहिए जो नशा करने को कहते हैं। लखनऊ से विधान परिषद सदस्य मा. उमेश द्विवेदी जी ने गांधीजी के तीन बंदर की कहानी सुना कर बच्चों से वर्तमान समय में चौथे बंदर की आवश्यकता को बताते हुए कहा कि जिस प्रकार बुरा देखना, बुरा सुनना और बुरा कहना बुरा है उसी प्रकार बुरा चखना भी बुरा  है। विद्यालय, सरकारी परिसर तथा सार्वजनिक स्थानों में और घरों के बाहर अब यह लिखना आवश्यक है कि धूम्रपान करने वालों का प्रवेश वर्जित है। विधान परिषद सदस्य मा.पवन सिंह चौहान जी ने बच्चों को सकारात्मक नशे के रूप में पढ़ाई का नशा और अपने कैरियर को बनाने हेतु गुरुजनों और माता-पिता के आदेश को अक्षरसह मानने का नशा पालने का संदेश दिया। समाज में व्याप्त सभी प्रकार के नकारात्मक व्यसनों से दूर रहने को कहा। मुख्य अतिथि के तौर पर बोलते हुए मा.कौशल किशोर जीने बच्चों को कैंसर जैसी भयानक बीमारी से अवगत कराया तथा समाज में कैंसर की वजह से छा रहे मातम का मुख्य कारण गुटखा, पान मसाला, शराब जैसे व्यसन को बताया। उन्होंने बच्चों से जीवन में कभी नशा न करने का संकल्प  कराया। उन्होने उपस्थित सभी विद्यालय की छात्राओं शिक्षिकाओं से यह संकल्प लिया है कि वह नशा करने वाले लड़कों से शादी नहीं करेंगी। नशे के खरीदारों से खत्म होते ही नशे की दुकानें बंद हो जाएंगी।निश्चित रूप से नशा मुक्त समाज आंदोलन अभियान कौशल का के तहत सभी लोग कड़ी से कड़ी जोड़कर हिंदुस्तान नशा मुक्त बनाने का प्रयास करेंगे। संचालन कर रही समाजसेविका रीना त्रिपाठी ने बच्चों को कहा कि नशे से शरीर, यश, धन दौलत, सदाचार, परिवार सभी का नाश होता है। बुराई से संकल्प के साथ जीवन सदैव दूर रहने का प्रयास करें। जो लोग नशा करते हैं वह विवेक शून्य, अपने पराए का भेद न रखने वाले  हो जाते हैं।बच्चों को आधुनिक युग के 3D यानी कि डार्कनेस,डिस्ट्रक्सन, डीवेस्टेशन नशे कारण मिलता है जो लोग नशा करते हैं वह जीवन में अंधेरा तो करते ही हैं साथ ही अपने परिवार को बर्बादी के मोड़ पर ले जाकर पूर्ण रूप से तबाह हो जाते हैं। सारांश नशे को दूर भगा कर कैंसर से मुक्ति पाई जा सकती है। बच्चों के प्रोत्साहन हेतु समाजसेवी अमित शर्मा जी ने साई ट्रस्ट की तरफ से नशा न करने के संदेश के साथ कैप वितरित की, एसआर इंस्टीट्यूट की तरफ से बैग दिए गए, नशा मुक्त समाज आंदोलन के संदेश और नशा मुक्त सेनानी के प्रमाण पत्र प्रदान किए। कार्यक्रम में आयोजक गौरव मिश्रा, राजू शुक्ला, श्याम जी, सोनू चतुर्वेदी, पंकज सक्सेना, ज्ञान चंद ज्ञानी, दीपक, प्रिया रघुवंशी, संतोष तिवारी, पंकज शुक्ला, गोपाल अग्रवाल ,आशीष अग्रवाल, सुरेश चंद्र उपाध्याय, अजय सिंह, राहुल सिंह, रेनू त्रिपाठी, अजय त्रिवेदी सहित सैकड़ों की संख्या में जनमानस उपस्थित रहा/ रीना त्रिपाठी#

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