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#हरदोई:- सांडी- भगवान कृष्ण के साथ राधा रानी का नाम क्यों जुडा/ कथा ब्यास प्रभात त्रिपाठी#



#हरदोई:- सांडी- भगवान कृष्ण के साथ राधा रानी का नाम क्यों जुडा/ कथा ब्यास प्रभात त्रिपाठी#


#हरदोई:- सांडी- भगवान कृष्ण के साथ राधा रानी का नाम क्यों जुडा/ कथा ब्यास प्रभात त्रिपाठी#

#हरदोई: सांडी- कस्बे के मोहल्ला मुंशीगंज ऋषि आश्रम शान्तनुपुरी बाबा कमलेश्वर नाथ महादेव मंदिर सतमठिया में  45 वां रुद्र महायज्ञ महोत्सव में  नैमिषारण्य से पधारे प्रभात त्रिपाठी जी ने कहा कि राधा रानी के साथ कृष्ण का नाम क्यों जुडा। श्री त्रिपाठी जी ने कहा कि राधा रानी की तपस्या के आगे सोलह हजार एक सौ आठ रानियों की तपस्या फीकी पड़ गई। श्री कथा ब्यास जी ने कहा कि जब एक समय भगवान श्री कृष्ण के पेट में दर्द हुआ। उसी समय देवर्षि नारद जी वहां आ गए। उन्होंने कहा कि प्रभू आपका दर्द कैसे खत्म होगा। भगवान कृष्ण ने देवर्षि नारद जी जी से कहा कि जो मुझे अपना चरणोदक मुझे पिला देगा। मैं ठीक हो जाऊँगा। देवर्षि नारद जी ने भगवान कृष्ण की सोलह हजार एक सौ आठ रानियों से अपने पैर का चरणोदक मांगा सभी ने नर्क जाने के डर से नहीं दिया। इतना ही नहीं बृजवासी मथुरावासी गोकुलवासियों ने नर्क जाने के डर से चरणोदक देने से मना कर दिया । बस फिर क्या था। नारद जी आखिर में राधारानी के पास पहुंचकर भगवान कृष्ण के पेट दर्द की बात बताई। तो राधा रानी ने देवर्षि नारद जी से पूंछा कि मेरे प्राणप्रिय कन्हैया के लिए के दर्द मिटाने के लिए किसी ने चरणोदक क्यों नहीं दिया । देवर्षि नारद जी ने कहा कि सभी लोगो ने नर्क जाने के डर से चरणोदक नहीं दिया। राधा रानी ने अपना चरणोदक देवर्षि नारद जी को दे दिया। देवर्षि नारद जी ने राधा रानी से पूंछा कि आपको नर्क जाने से डर नहीं लगता है। राधा रानी ने कहा कि एक जन्म नहीं अनेकों जन्मों में भी कन्हैया जी का सानिध्य मिले मुझे नर्क की परवाह नहीं है। इसलिए राधा रानी जी का नाम भगवान कृष्ण के साथ साथ जन्म जन्मांतर के लिए जुड गया#

#कथा के यजमान अभिषेक अवस्थी अपनी धर्म पत्नी ममता अवस्थी के साथ आरती पूजा किया। आचार्य अंश शुक्ला द्वारा श्रीमद्भागवत का मूल पाठ किया गया। वाद्य यंत्र पैड पर संगत करनेवाले सौरभ कुमार, ढोलक पर संगत कर रहे कपिल शेरा, आर्गन पर संगत कर रहे दीपक शुक्ला ने संगीत के द्वारा भक्तों को मंत्र मुग्ध कर दिया। इस अवसर पर रामदास पाठक, भूपेश अग्निहोत्री, हरिश्याम यादव, गुड्डू शुक्ला, संजय शुक्ल, पुनीत दीक्षित, पाल बाबू जी, शंजू अग्निहोत्री, अनिल राजपूत बिबेक कुशवाहा, विशाल सैनी, राधे मोहन पाठक मौजूद रहे#

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