#हरदोई:- पिहानी- अहिल्याबाई होल्कर की 300 वीं जयंती पर सरस्वती विद्या मंदिर. शिशु मंदिर समारोह में बच्चों ने दिखाई अपनी प्रतिभा, सांस्कृतिक कार्यक्रमों ने मोहा मन#
#हरदोई:- पिहानी- अहिल्याबाई होल्कर की 300 वीं जयंती पर सरस्वती विद्या मंदिर. शिशु मंदिर समारोह में बच्चों ने दिखाई अपनी प्रतिभा, सांस्कृतिक कार्यक्रमों ने मोहा मन#
#भारत की सबसे दूरदर्शी महिला शासकों थी अहिल्याबाई, 8 की उम्र में शादी, 21 में विधवा हुईं, कुरीतियों की बेड़ियां तोड़ जंग लड़ी, नारी शक्ति और सुशासन की अमर प्रतीक#
#विधायक निधि से बने दो कमरों का भाजपा जिला अध्यक्ष ने किया लोकार्पण#
#अहिल्याबाई होल्कर का जीवन हर नारी के लिए एक प्रेरणा- मुख्य अतिथि भाजपा जिला अध्यक्ष अजीत सिंह बब्बन#
#हरदोई: पिहानी- सरस्वती विद्या मंदिर व सरस्वती शिशु मंदिर के बैनर तले बृहस्पतिवार को अहिल्याभाई होल्कर की त्रिशताब्दी मनाई गई। वक्ताओं ने छात्र-छात्राओं को अहिल्याभाई होल्कर के जीवन के बारे में बताया। सरस्वती विद्या मंदिर विद्यालय में विधायक निधि से बने दो कमरों का भाजपा जिला अध्यक्ष अजीत सिंह बब्बन ने लोकार्पण किया।कार्यक्रम का शुभारंभ विद्यालय के प्रदेश निरीक्षक मिथिलेश अवस्थी, विद्या मंदिर प्रधानाचार्य अवनीश सिंह,सरस्वती शिशु मंदिर की प्रधानाचार्य बिंदु सिंह ने संयुक्त रूप से दीप प्रज्वलित कर किया। सरस्वती शिशु मंदिर के बच्चों की ओर से सरस्वती वंदना, दादा दादी नाना नानी नाटक, प्रयाग गीत, विज्ञान गीत, प्ले ग्रुप के बच्चों की ओर से रस्सी खींचने उठना बैठना आदि प्रस्तुत किया गया। इस मौके पर मुख्य अतिथि भाजपा जिला अध्यक्ष अजीत सिंह बब्बन ने कहा कि देवी अहिल्याबाई होल्कर का जीवन हर नारी के लिए एक प्रेरणा है। एक अकेली महिला ने कन्याकुमारी से लेकर पेशावर, द्वारिका से लेकर पुरी न जाने कितने ही मंदिरों, धर्मशालाओं, घाटों, तालाबों, बावड़ियां, दान-संस्थाएं, धर्मशालाएं, कुएं, भोजनालयों का निर्माण करवाया। बब्बनने कहा कि अहिल्याबाई होलकर ने वर्ष 1757 में होलकर राज्य की बागडोर संभाली। श्वसुर मल्हारराव से मिले संस्कारों व मार्गदर्शन का यह प्रभाव रहा कि रानी अहिल्याबाई में एक कुशल शासक के सभी गुण विद्यमान थे। प्रजा के हित में उठाए कदमों ने उन्हें लोकमाता की उपाधि दी।प्रदेश निरीक्षक मिथलेश अवस्थी ने कहा कि राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ अपने 2025 में 100 वर्ष पूर्ण करने जा रहा है। इस सम्बन्ध में सभी अहिल्या भाई होलकर को याद किया जा रहा है। राजमाता अहिल्याबाई होलकर, मालवा साम्राज्य की होलकर रानी थी। उन्हें भारत की सबसे दूरदर्शी महिला शासकों में से एक माना जाता है। 18वीं शताब्दी में, मालवा की महारानी के रूप में, धर्म का संदेश फैलाने और औद्योगिकरण के प्रचार-प्रसार में उनका महत्वपूर्ण योगदान रहा था। भाजपा जिला उपाध्यक्ष कर्मवीर सिंह ने कहा कि अहिल्या बाई होलकर की जीवनी भारत के संस्कृति की परिचायक है जो बताती है कि जब भारत की स्त्री महादेव शिव को हाथों में रखकर एक योद्धा बनती है तो बड़े-बड़े आक्रांता पीछे हट जाते हैं। उन्होंने कहा कि एक शासक के तौर पर देवी अहिल्याबाई होलकर ने जिस तरह से साम्राज्य की सुरक्षा की और भारत की संस्कृति की रक्षा के साथ-साथ उसका विस्तार किया, आज भारत की हर बेटी हर स्त्री को अपने अंदर की अहिल्याबाई को जगाना होगा। विद्यालय का संचालन वरिष्ठ आचार्य समीर वाजपेई ने किया। इस मौके पर बृजेश गुप्ता, अवधेश रस्तोगी,गोपाल कृष्ण गुप्ता प्रदीप अवस्थी, बिंदु सिंह अवनीश कुमार सिंह रामदास कटियार, भाजपा नगर अध्यक्ष राहुल गुप्ता सभासद प्रतिनिधि अरुण गुप्ता आदिलोग मौके पर मौजूद रहे#
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