#हरदोई:- शबे आशूर पर शब्बेदारी कर घर-घर नौहाख्वानी व सीनाजनी, उठेंगे ताजिये के जुलूस, या हुसैन की बुलंद होगी सदाएं#
#हरदोई:- शबे आशूर पर शब्बेदारी कर घर-घर नौहाख्वानी व सीनाजनी, उठेंगे ताजिये के जुलूस, या हुसैन की बुलंद होगी सदाएं#
#निकलेगा दसवीं मोहर्रम का जुलूस, कर्बला में सुपुर्दे खाक होंगे ताजिया#
#हरदोई: रविवार 10 मोहर्रम को इमाम हुसैन व उनके जांनिसारों के इसाले सवाब के लिए इमाम चौकों व घरों में कुरआन ख्वानी, फातिहा ख्वानी व दुआ ख्वानी हो रही है। अकीदतमंदों में लंगर बांटा जा रहा है। शाम को जिन्होंने दसवीं मोहर्रम का रोजा रखेंगे वह लोग मगरिब की अजान पर रोजा खोलेंगे।आशूरे के दिन यानी 10 मुहर्रम को एक ऐसी घटना हुई थी, जिसका विश्व इतिहास में महत्वपूर्ण स्थान है। इराक में स्थित कर्बला में हुई यह घटना दरअसल सत्य के लिए जान न्योछावर कर देने की जिंदा मिसाल है। इस घटना में हजरत मुहम्मद के नवासे (नाती) हजरत हुसैन को शहीद कर दिया गया था#
#हजरत इमाम हुसैन और उनके 72 वीर साथियों की शहादत की याद में दसवीं मोहर्रम पर जुलूस की शक्ल में ताजियों के साथ अकीदतमंदों का हुजूम निकलेगा। घरों में रखे ताजिए रविवार सुबह से ही शिया समुदाय के लोग कर्बला ले जा रहे हैं। कोतवाल विद्यासागर पाल सुबह से ही कड़ी निगरानी में लगे हुए हैं#
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