#हरदोई:- पिहानी- मुसलमानों में बढ़ रही बुराइयों पर मौलाना सबीहुल हसन कासमी ने सुनाई खरी खरी, इस्लाम ने आवारा नहीं बल्कि पाबंद बनाया है#
#हरदोई:- पिहानी- मुसलमानों में बढ़ रही बुराइयों पर मौलाना सबीहुल हसन कासमी ने सुनाई खरी खरी, इस्लाम ने आवारा नहीं बल्कि पाबंद बनाया है#
#हरदोई: पिहानी- अंजुमन खुद्दाम ए सहाबा की जानिब से सोलह रोज़ा जलसे के चौथे दिन मस्जिद सैय्यदना फारूके आज़म मोहल्ला चौहट्टा में बाद नमाजे ईशा जलसे का आयोजन हुआ जिसको खिताब करने के लिए मोहम्मदी से आए मुफ्ती अहसानुल्लाह कासमी ने कहा निस्बतों से इंसान के मुकाम का अंदाजा होता है आज हम और आप जिस महफिल में बैठे हैं ये ऐसी शख्सियतों से जुड़ी हुई है जिन्होंने अल्लाह और उसके रसूल के एक इशारे पर अपनी जानों का नज़राना पेश किया इनका मुकाम बहुत बुलंद है जिसे हम और आप सहाबा की जमाअत कहते हैं#
#इसके अलावा मौलाना सबीहुल हसन ने जलसे को खताब किया मौलाना ने अपनी तकरीर के दौरान हुज़ूर की सुन्नतों पर अमल करने पर जोर दिया मौलाना ने कहा सहाबा की जिंदगी को देखें तारीख का जायज़ा लें अपनी जान और मॉल अपनी औलाद अपना घर सब कुछ कुर्बान कर ये इस्लाम हम तक पहुंचाया सहाबा की जो कड़ी है अगर इसको निकल दिया जाए तो तो इस्लाम हम तक पहुंचना ना मुमकिन है। सहाबा दीन की बुनियाद हैं आज हम अपनी ज़िन्दगी का जायज़ा लें तो बस नाम के मुसलमान रह गए हैं। नमाजों से दूर झूठ फरेब अमानत में ख़यानत समाज की तमाम बुराइयां मुसलमानों के अंदर देखने को मिल रही हैं। इस्लाम ने हमें आवारा नहीं पाबंद रहने का हुक्म दिया है#
#हाफ़िज़ अतीक के संचालन में होने वाले जलसे का आगाज़ तिलावत ए कुरआन पाक से हाफ़िज़ सुहैल ने किया। नात ए पाक इनाम व अबू बकर ने पेश की। आखिर में मुफ्ती अहसानुल्लाह ने दुआ के साथ जलसे का समापन किया#
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