#हरदोई:- बेनीगंज- कोतवाली में SHO की मर्जी से लिखी जाने लगीं तहरीरें#
#हरदोई:- बेनीगंज- कोतवाली में SHO की मर्जी से लिखी जाने लगीं तहरीरें#
#हरदोई: बेनीगंज- कप्तान नीरज जादौन के ट्रांसफर के बाद फिर लौट आई पुरानी पुलिसिंग की कार्यप्रणाली पीड़ितों की शिकायतें पुलिस की दया पर निर्भर#
#हरदोई: बेनीगंज- जनपद में पुलिस की कार्यशैली को लेकर फिर सवाल उठने लगे हैं। कप्तान नीरज जादौन के ट्रांसफर के बाद जिले की कई कोतवालियों में “मनमानी पुलिसिंग” का दौर वापस लौट आया है#
#सबसे चर्चित नाम इस समय बेनीगंज कोतवाली का है, जहां अब शिकायतें SHO की मर्जी और पुलिस के लिहाज से लिखी जा रही हैं#
#स्थानीय लोगों का आरोप है कि थाने में आने वाले पीड़ितों से पहले यह पूछा जाता है कि “तहरीर किसके खिलाफ है?” उसके बाद पुलिस अपने हिसाब से तहरीर का ड्राफ्ट तैयार कर पीड़ित से हस्ताक्षर करवाती है। पीड़ित की बात पूरी तरह दर्ज नहीं की जाती, जिससे कार्रवाई की दिशा पहले से तय हो जाती है#
#पसंदीदा_लोगों_पर_मेहरबान_बेनीगंज_पुलिस#
#सूत्रों के अनुसार, SHO बेनीगंज द्वारा कुछ खास लोगों को खुली छूट दी जा रही है। इनमें संदीप व कुलदीप शुक्ला पुत्र मुनेश्वर के नाम विशेष रूप से चर्चाओं में हैं। बताया जाता है कि इन लोगों के मामलों में पुलिस तुरंत नरमी दिखाती है, जबकि सामान्य लोगों की शिकायतें महीनों तक दबा दी जाती हैं#
#क्षेत्रवासियों का कहना है कि यदि किसी शिकायतकर्ता का मामला प्रभावशाली या रसूखदार व्यक्ति से जुड़ा होता है, तो उसे टालने या कमजोर करने की पूरी कोशिश की जाती है। वहीं मामूली विवादों में भी गरीब व आम नागरिकों को पुलिस का कोपभाजन बनना पड़ता है#
#कमीशन_पर_चलने_लगी_तहरीरें#
#जनता के बीच चर्चा यह भी है कि अब तहरीर लिखवाने से लेकर एफआईआर दर्ज करवाने तक “सेट रेट” तय कर दिया गया है। लोग आरोप लगा रहे हैं कि योगी सरकार के शासन में भी कई थानों में “प्रति तहरीर कमीशन सिस्टम” सक्रिय है। बेनीगंज कोतवाली इसका ताज़ा उदाहरण बन गई है, जहां बिना जेब ढीली किए किसी आम आदमी की शिकायत दर्ज कराना मुश्किल हो गया है#
#प्रशासन_मौन_जनता_में_आक्रोश#
#क्षेत्र में बढ़ती ऐसी घटनाओं को लेकर जनता में रोष है। कई पीड़ितों ने उच्चाधिकारियों से निष्पक्ष जांच की मांग की है#
#लोगों का कहना है कि जब तक पुलिस तंत्र में पारदर्शिता नहीं आएगी, तब तक न्याय केवल ताकतवरों की पहुँच में रहेगा#

No comments