🌞अखिल भारतीय क्षत्रिय महासभा🌞 🚩🚩🚩👉पूरा जीवन एक *अनुभव* है... आप जितने अधिक प्रयोग करते है, उतने *बेहतर* बनते है...हमेशा राजनीतिक रूप से आजाद होता क्षत्रिय : आज क्षत्रिय समाज का सभी राजनीतिक दलों से पूर्णतः आक्रोशित क्याे है,
🌞अखिल भारतीय क्षत्रिय महासभा🌞 🚩🚩🚩👉पूरा जीवन एक *अनुभव* है...
आप जितने अधिक प्रयोग करते है,
उतने *बेहतर* बनते है...हमेशा
राजनीतिक रूप से आजाद होता क्षत्रिय :
आज क्षत्रिय समाज का सभी राजनीतिक दलों से पूर्णतः आक्रोशित क्याे है...
🌞अखिल भारतीय क्षत्रिय महासभा🌞 🚩🚩🚩👉पूरा जीवन एक *अनुभव* है...
आप जितने अधिक प्रयोग करते है,
उतने *बेहतर* बनते है...हमेशा
राजनीतिक रूप से आजाद होता क्षत्रिय :
आज क्षत्रिय समाज का सभी राजनीतिक दलों से पूर्णतः आक्रोशित क्याे है, ? वही
सामाजिक संगठन भी अपनी निजी अति राजनीतिक महत्वकांक्षा और अपने वर्चस्व युद्ध के चलते समाज के किसी भी कसौटी पर खरे उतरते नही दिखाई दे रहे है यह चिंता की बात है देश मे यह बिखरे हुए राजपूताना संगठन भी अब अपने समाज मे सन्तोषजनक विश्वास को अर्जित भी नही कर पा रहे है ।
हाँ जरूर समय - समय पर संगठनों द्वारा बड़े-बड़े सपने जब दिखाए गए तब तब हमारे समाज ने सामाजिक संगठनों द्वारा बुलाई गई सभाओं में और आयोजनों में तो अपनी खासी उपसथिति से समर्थन तो जरूर दिखया भी , मगर अब राजनीतिक फरमानो की अनदेखी भी स्पस्ट रूप से दिखाई देने लगी है ,क्योंकि सामाजिक संगठनों के नेता भी स्वयं पराक्रम छोड़कर परिक्रमा करने लगते हैं ,
और अपने समाज के हितों और अधिकारों की सोशल मीडिया ,व्हाट्सएप ,फेसबुक पर चर्चा करते रहते हैं पर यह धरातल पर मदद नहीं करते वही जातियों और उप जातियों में विभाजित वर्ण व्यवस्था के आधार पर अब समाज का विभाजन ,चिंतनीय, हमारे समाज के मतदाताओं में भी अब इतना जोश क्याे नहीं ,चार वेदो का अर्थ ना जानो तो
कोई बात नहीं।
परंतु
समझदारी, जवाबदारी,
वफ़ादारी, और ईमानदारी,
ये चार शब्दों का मर्म जानों
तो भी जीवन सार्थक हो जाये।.हमारे पास क्षत्रियत्व है , समर्पण है , साहस है , कल्याणार्थ प्रेरणा है और रक्षार्थ गुण है यह सभी गुण हमारे खून में पर्याप्त मात्रा में उपलब्ध है और इन सभी गुणों के सामने नेतृत्व नतमस्तक खड़ा रहता है ।
तो आज जरूरत है जागरूकता की , जरूरत है गुणों को व्यवहार में लाने की तब आपको नेतृत्व के लिए आमन्त्रित करने जनता आपके द्वार होगी ।
🌞राघवेंद्र सिंह राजू🌞
🚩वरिष्ठ राष्ट्रीय महामंत्री🚩
🙏अखिलभारतीयक्षत्रियमहासभा🙏
डीपी सिंह चौहान संपादक खोज जारी है न्यूज चैनल की खास रिपोर्ट...
आप जितने अधिक प्रयोग करते है,
उतने *बेहतर* बनते है...हमेशा
राजनीतिक रूप से आजाद होता क्षत्रिय :
आज क्षत्रिय समाज का सभी राजनीतिक दलों से पूर्णतः आक्रोशित क्याे है...
🌞अखिल भारतीय क्षत्रिय महासभा🌞 🚩🚩🚩👉पूरा जीवन एक *अनुभव* है...
आप जितने अधिक प्रयोग करते है,
उतने *बेहतर* बनते है...हमेशा
राजनीतिक रूप से आजाद होता क्षत्रिय :
आज क्षत्रिय समाज का सभी राजनीतिक दलों से पूर्णतः आक्रोशित क्याे है, ? वही
सामाजिक संगठन भी अपनी निजी अति राजनीतिक महत्वकांक्षा और अपने वर्चस्व युद्ध के चलते समाज के किसी भी कसौटी पर खरे उतरते नही दिखाई दे रहे है यह चिंता की बात है देश मे यह बिखरे हुए राजपूताना संगठन भी अब अपने समाज मे सन्तोषजनक विश्वास को अर्जित भी नही कर पा रहे है ।
हाँ जरूर समय - समय पर संगठनों द्वारा बड़े-बड़े सपने जब दिखाए गए तब तब हमारे समाज ने सामाजिक संगठनों द्वारा बुलाई गई सभाओं में और आयोजनों में तो अपनी खासी उपसथिति से समर्थन तो जरूर दिखया भी , मगर अब राजनीतिक फरमानो की अनदेखी भी स्पस्ट रूप से दिखाई देने लगी है ,क्योंकि सामाजिक संगठनों के नेता भी स्वयं पराक्रम छोड़कर परिक्रमा करने लगते हैं ,
और अपने समाज के हितों और अधिकारों की सोशल मीडिया ,व्हाट्सएप ,फेसबुक पर चर्चा करते रहते हैं पर यह धरातल पर मदद नहीं करते वही जातियों और उप जातियों में विभाजित वर्ण व्यवस्था के आधार पर अब समाज का विभाजन ,चिंतनीय, हमारे समाज के मतदाताओं में भी अब इतना जोश क्याे नहीं ,चार वेदो का अर्थ ना जानो तो
कोई बात नहीं।
परंतु
समझदारी, जवाबदारी,
वफ़ादारी, और ईमानदारी,
ये चार शब्दों का मर्म जानों
तो भी जीवन सार्थक हो जाये।.हमारे पास क्षत्रियत्व है , समर्पण है , साहस है , कल्याणार्थ प्रेरणा है और रक्षार्थ गुण है यह सभी गुण हमारे खून में पर्याप्त मात्रा में उपलब्ध है और इन सभी गुणों के सामने नेतृत्व नतमस्तक खड़ा रहता है ।
तो आज जरूरत है जागरूकता की , जरूरत है गुणों को व्यवहार में लाने की तब आपको नेतृत्व के लिए आमन्त्रित करने जनता आपके द्वार होगी ।
🌞राघवेंद्र सिंह राजू🌞
🚩वरिष्ठ राष्ट्रीय महामंत्री🚩
🙏अखिलभारतीयक्षत्रियमहासभा🙏
डीपी सिंह चौहान संपादक खोज जारी है न्यूज चैनल की खास रिपोर्ट...
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