#रामपुर:- समाजवादी पार्टी नेता- आज़म खान के समर्थकों की एक मांग से बिलबिला उठे अखिलेश यादव के समर्थक#
#रामपुर:- समाजवादी पार्टी नेता- आज़म खान के समर्थकों की एक मांग से बिलबिला उठे अखिलेश यादव के समर्थक#
#समाजवादी पार्टी के कद्दावर नेता मोहम्मद आजम खां के साथ हो रही नाइंसाफ़ी किसी से छुपी नहीं है। मुसलमानों और आज़म खां को लेकर अखिलेश यादव की खामोशी बरकरार है। इन दिनों आज़म खान के समर्थक मांग कर रहे हैं कि आजम खान को अब अपनी पार्टी बना लेनी चाहिए। आज़म खान के समर्थकों का दावा है कि अगर आज़म खान अपनी पार्टी बना लेते हैं तो अखिलेश यादव का पॉलिटिकल कैरियर खत्म हो जाएगा। आज़म खान के समर्थकों की इस मांग से अखिलेश यादव के समर्थक बिलबिला उठे हैं और आज़म खान के समर्थकों को अनाप शनाप बोल रहे हैं#
#अखिलेश यादव पिछले पांच साल से मुसलमानों के मुद्दे पर खामोश हैं उसके बाबजूद मुसलमानों ने अखिलेश यादव का साथ नही छोड़ा लेकिन आज़म खान को लेकर अखिलेश यादव की खामोशी से मुसलमान काफी नाराज हैं। अब मुसलमानों की नाराजगी सिर्फ और सिर्फ आज़म खान ही दूर कर सकते हैं। दो साल से सीतापुर जेल में कैद आज़म खान की रिहाई के लिए अखिलेश यादव ने क्या किया ये जग जाहिर है। आज़म खान की रिहाई के लिए समाजवादी पार्टी ने ना कोई धरना दिया और ना किसी तरह का कोई प्रदर्शन किया। अब्दुल्ला आज़म से आज़म खान को लेकर समाजवादी पार्टी की बेरुखी पर सवाल किए गए तो उन्होंने तफ्सील से जवाब ना देकर सधे हुए जवाब दिए। उन बयानों को आप यूट्यूब पर देखकर समझ सकते हैं कि समाजवादी पार्टी ने आज़म खान का कितना साथ दिया है#
#कुछ गलतियां तो आज़म खान ने भी की हैं जिनका आज उन्हें खामियाजा भुगतना पड़ रहा है। समाजवादी पार्टी के बड़े और छोटे मुस्लिम नेताओं के हवाले से ज्ञात हुआ है कि आजम खान ने बड़े और छोटे मुस्लिम नेताओं से कभी सीधे मुंह बात नहीं की। उनके सिर पर कभी अपनी झूठी हमदर्दी का हाथ नहीं रखा। आज़म खान बरगद के दरख़्त की तरह बढ़ते रहे लेकिन अपनी सरपरस्ती में किसी दूसरे दरख़्त को पनपने नही दिया जिसका नतीजा यह हुआ कि जब वो जेल गए तो सोशल मीडिया पर तो शोर मचा लेकिन जमीन पर खामोशी छाई रही। जिसका कारण यह था कि आजम खान ने जिला स्तर पर अपनी कोई टीम नही बनाई थी। समाजवादी पार्टी की टीम को ही अपनी टीम मानते रहे और टीम के कैप्टन अखिलेश यादव की खामोशी को देखकर पूरी टीम खर्राटे मारकर सोती रही #आज जब आज़म खान के अलग पार्टी बनाने की मांग हो रही है तो सबके सब बिलबिला रहे हैं क्योंकि उत्तर प्रदेश का 90% मुसलमान आज़म खान के पीछे खड़ा नजर आएगा# #समाजवादी पार्टी से आज़म खान के अलग होते ही# #समाजवादी पार्टी वेंटिलेटर पर पहुंच जाएगी। अखिलेश यादव के समर्थक आज़म खान के समर्थकों से सवाल कर रहे हैं क्या वो यह बताने का कष्ट करेंगे कि जब शिवपाल सिंह यादव ने अपनी पार्टी बनाई थी तो तुम खामोश क्यों हो गए थे। जब अपर्णा यादव भाजपा में शामिल हुईं थी तब तुम क्यों नही बिलबिलाए थे। आज़म खान के पार्टी बना लेने की मांग से इतने बिलबिला रहे कि आजम खान के समर्थकों को अनाप शनाप बोल रहे हो। यह मत भूलना कि आजम खान समाजवादी पार्टी से नही हैं बल्कि समाजवादी पार्टी आज़म खान से है। अगर आज़म खान ने समाजवादी पार्टी को छोड़ दिया तो 403 विधानसभा सीट में 40 सीट जीतना मुश्किल हो जाएगा#
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