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#हरदोई:- डाक्टर के गलत बर्ताव को लेकर एसडीएम को आया गुस्सा, मेडिकल कालेज पहुंची एसडीएम सदर को नहीं दी गई कुर्सी, ज़हर खाने वाली किशोरी के वहां लेने पहुंची थी बयान#


#हरदोई:- डाक्टर के गलत बर्ताव को लेकर एसडीएम को आया गुस्सा, मेडिकल कालेज पहुंची एसडीएम सदर को नहीं दी गई कुर्सी, ज़हर खाने वाली किशोरी के वहां लेने पहुंची थी बयान#

#हरदोई : लापरवाही और अपनी गैर-ज़िम्मेदाराना हरकतों के लिए हर बार सुर्खियों में रहने वाले मेडिकल कालेज में एक और तमाशा खड़ा हो गया। एसडीएम सदर स्वाति शुक्ला आत्महत्या की कोशिश करने वाली वहां भर्ती किशोरी के बयान दर्ज करने पहुंची, लेकिन वहां ड्यूटी पर तैनात डाक्टर ने कोई तवज्जो न देते हुए वहां पहुंची एसडीएम सदर को कुर्सी तक नहीं दी गई और डाक्टर कुर्सी पर डटे रहे।अमर्यादित बर्ताव को लेकर एसडीएम को आक्रोश आना स्वाभाविक था। उनका कहना था कि जब उनके साथ ऐसा बर्ताव किया गया,तो वहां पहुंचने वाले दूसरे लोगों के साथ कैसा बर्ताव होता होगा ? इस पर उन्होंने सीएमओ से अपनी शिकायत दर्ज कराते हुए सम्बन्धित को मैनर सीखने की हिदायत दी#
#दरअसल हुआ ये कि एसडीएम सदर स्वाति शुक्ला सीओ हरियावां शिल्पा कुमारी के साथ मेडिकल कालेज के इमरजेंसी वार्ड में भर्ती किशोरी, जिसने ज़हर खा कर आत्महत्या करने की कोशिश की थी, के बयान दर्ज करने पहुंची। वहां की इमरजेंसी में डा.चन्द्रकांत वहां बतौर ईएमओ की ड्यूटी कर रहे थे। एसडीएम सदर वहां पहुंची और डाक्टर अपनी कुर्सी पर डटे रहे। सामने वाली मैडम कौन है ? इसका पता होने के बाद भी एसडीएम सदर को कुर्सी नहीं दी गई और तो और उनसे सीधे मुंह बात तक नहीं की गई।एक अफसर के साथ किए गए इस तरह के बर्ताव से गुस्सा आना लाज़िमी था। उन्हें इस बात पर और भी गुस्सा आ गया कि जब उनके साथ ऐसा हुआ, तो फिर वहां पहुंचने वाले और लोगों के साथ क्या होता होगा ? इस तरह के बर्ताव से नाराज़ हुई एसडीएम सदर ने तुरंत ही सीएमओ को फोन कर के अपनी शिकायत दर्ज कराई और उनसे कहा कि अपने डाक्टरों को मैनर्स सिखाएं।इसके साथ ही वहां देखा गया कि आने वाले संगीन मामलों में बयान दर्ज कराया जाना ज़रूरी नहीं समझा जाता है और जूनियर डाक्टर अपनी मालूमात के हिसाब से उसका इलाज कर ज़िम्मेदारी से बरी हो जाते हैं। इमरजेंसी वार्ड में क्या खेल हो रहा है। सीनियर डाक्टरों को इससे कोई मतलब नहीं रहता है। इसके अलावा इधर-उधर फैली पड़ी गंदगी और बद-इंतज़ामी दूर से ही दिखाई दे रही थी। मैडम के तेवरों को देख कर वहां सभी की घिग्घी बंध गई#

 #हरदोई : डाक्टर को कुछ भी तो नहीं था पता - 
 हरदोई : ज़हर खाने वाली किशोरी के बयान दर्ज करने मेडिकल कालेज पहुंची एसडीएम सदर स्वाति शुक्ला और सीओ हरियावां शिल्पा कुमारी ने जब ईएमओ डा. चन्द्रकांत से किशोरी के बारे में पूछा,तो उन्हें कुछ भी पता नहीं था। इतना ही नहीं उनकी ड्यूटी के दौरान कौन-कौन से केस आए ? ईएमओ को इस बारे में भी कुछ नहीं पता था। एसडीएम सदर और सीओ हरियावां के सामने मुंह लटकाए खड़े रहे#

हरदोई : सुनिए...वरना जाएंगे जेल - 
हरदोई : मेडिकल कालेज के डाक्टरों के गलत बर्ताव से नाराज़ हुई एसडीएम सदर स्वाति शुक्ला ने जब सीएमओ को फोन मिलाया,उधर से हैलो की आवाज़ आते ही एसडीएम ने उनसे दो टूक लहजे में कहा कि अपने डाक्टरों को मैंनर्स सिखाएं,वरना उनको उनके गलत बर्ताव के चलते जेल भेजा जा सकता है#

हरदोई : प्रिंसिपल ने किया डाक्टर का बचाव - 
हरदोई। मेडिकल कालेज की प्रिंसिपल डा.वाणी गुप्ता का कहना है कि एसडीएम सदर को कुर्सी नहीं दी गई,इसी वजह से नाराज़ हुई। उनका कहना है कि अगर ऐसा हुआ भी तो,तो कौन सा गुनाह हो गया। प्रिंसिपल ने उल्टे एसडीएम सदर को ही मैनर्स सीखने की सीख दे डाली और कहा कि इस तरह की बातें होती रहती हैं।

#हरदोई : तूल देने की की जा रही कोशिश - 
हरदोई : एसडीएम सदर स्वाति शुक्ला ने जब मेडिकल कालेज का चिट्ठा खोला तो वहां के ज़िम्मेदारों को मिर्ची लगना लाज़िम था। एसडीएम ने गलती पकड़ ली, लेकिन इस मामले को कोई दूसरा मोड़ देने के लिए गुणा-भाग लगाया जाने लगा है। बताया जा रहा है कि इसे तूल देने के लिए पीएमएस तक को आगे किया जा सकता है#

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