#उरई:- जालौन- अपर जिला सहकारी अधिकारी, सहकारिता एवं संबंधित सचिव के विरूद्व निलम्बन के दिये आदेश- जिलाधिकारी#
#उरई:- जालौन- अपर जिला सहकारी अधिकारी, सहकारिता एवं संबंधित सचिव के विरूद्व निलम्बन के दिये आदेश- जिलाधिकारी#
#उरई: जालौन- जिलाधिकारी चाँदनी सिंह ने जगनेवा व कुसमरा साधन सहकारी समिति का औचक निरीक्षण किया जिलाधिकारी ने जगनेवा साधन सहकारी समिति के निरीक्षण के दौरान सहकारी समिति बन्द पायी गयी जिस पर जिलाधिकारी ने संबंधित अधिकारियों को कड़ी फटकार लगायी। ग्राम वासियों ने बताया कि समिति लगभग 03- 04 वर्षो से खोली ही नही गयी है और न ही यहां पर खाद वितरण की जाती हैं। साथ ही ग्रामवासियों ने यह भी बताया कि एक कर्मचारी समिति पर जब कभी आता है या उससे फोन से पूंछे जाने पर उसके द्वारा बताया जाता है कि खाद किस ग्राम में और किस समिति पर इस समिति के पंजीकृत कृषकों को किस तिथि पर उपलब्ध करायी जायेगी जिस पर जिलाधिकारी ने गहरी नाराजगी व्यक्त कर सहायक आयुक्त एवं सहायक निबंधक सहकारी समितियां से दो दिवस के अन्दर स्पष्टीकरण उपलब्ध कराये जाने हेतु निर्देशित किया। साथ ही उन्होने यह भी निर्देशित किया कि स्पष्टीकरण में यह भी स्पष्ट करें कि उक्त समिति के नाम पर जनपद स्तर से किया जा रहा खाद के आवंटन को किस नियम एवं स्थिति के अन्तर्गत जनपद की अन्य समिति पर भेजा गया और उक्त समिति से पृथक खाद का वितरण किया जा रहा हैं। जिलाधिकारी ने संबंधित अपर जिला सहकारी अधिकारी, सहकारिता एवं संबंधित सचिव के विरूद्व निलम्बन की कार्यवाही किये जाने के निर्देश दिये। इसके उपरान्त कुसमरा साधन सहकारी समिति में कार्यरत सचिव रवीन्द्र कुमार ने बताया कि सहायक आयुक्त एवं सहायक निबंधक द्वारा उपलब्ध कराये गये विवरण के अनुसार यूरिया 22 मी. टन उपलब्ध कराया गया था जिसमें 08 मी. टन दर्शाया गया है तथा 14 अवशेष दर्शाया गया है जबकि मौके पर यूरिया की 125 बोरी उपलब्ध पायी गयी। इसी प्रकार डीएपी की 14 मी. टन खाद की उपलब्ध होना विवरण पत्र में दर्शाया गया है जब कि मौके पर मात्र 01 बोरी उपलब्ध पायी गयी। इस प्रकार 14 मी0टन की 280 बोरी होती है, जिसके दृष्टिगत 279 बोरी का विचलन परिलक्षित होता हैं। इस संबंध में सचिव द्वारा बताया गया कि कृषकों की अधिक भीड़ होने के कारण समस्त बोरियों का वितरण करा दिया गया है, परन्तु इस संबंध में खाद वितरण संबंधी अभिलेख नही पाये गये जिस पर उन्होने संबंधित अधिकारी के विरूद्ध कड़ी कार्यवाही के निर्देश दिये। सचिव ने बताया कि इस समिति पर कुल 750 कृषक सदस्य हैं जिस पर जिलाधिकारी ने सदस्यता से संबंधित रजिस्टर अपूर्ण पाया गया। समिति पर खाद वितरण संबंधी अभिलेख न पाये जाने पर जिलाधिकारी ने संबंधित अपर जिला सहकारी अधिकारी, सहकारिता एवं सचिव को स्पष्टीकरण दिये जाने के निर्देश दिये। जिलाधिकारी ने सहायक निबंधक को निर्देशित किया कि जिन सहकारी समितियों पर कृषकों की अधिक भीड़ हो रही है, उन पर संबंधित थाना से पुलिस बल प्राप्त करे साथ ही खाद वितरण की व्यवस्था भी सुनिश्चित करें#
रिपोर्टर- गोविन्द सिंह दाऊ- खोज जारी है.24×7 न्यूज चैनल/ हिन्दी दैनिक समाचार पत्र की खास रिपोर्ट...

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