हरदोई।आयुष्मान कार्ड बनाने में जनपद प्रदेश में प्रथम स्थान पर है:-मंगला प्रसाद सिंह
👉सम्भावित बाढ़ प्रभावित नदियों एवं गांवों का स्थलीय निरीक्षण कर लें और बाढ़ के कारण किसी भी क्षेत्र में जनहानि न होने दें:- सभापति
हरदोई। खोज जारी है [ संवाददाता नरेंद्र कुमार ] विकास भवन सभागार में उ.प्र.विधान परिषद की दैवीय आपदा प्रबन्धन जांच समिति बैठक की अध्यक्षता करते हुए सभापति उमेश द्विवेदी ने जनपद उन्नाव तथा हरदोई के अधिकारियों को निर्देश दिये कि सम्भावित बाढ़ प्रभावित नदियों एवं गांवों का स्थलीय निरीक्षण कर लें और बाढ़ के कारण किसी भी क्षेत्र में जनहानि न होने दें। उन्होने कहा कि बाढ़ चौकियों पर राजस्व, चिकित्सा, पंचायत, पशु, पूर्ति आदि संबंधित विभाग के कर्मचारियों की रोस्टर के अनुसार डियुटी लगायी जाये और समय-समय पर गांववासियों को नदियों का जल स्तर बढ़ने की जानकारी देते रहे। उन्होने कहा कि विगत वर्षो में जो गांव बाढ़ से प्रभावित हुए हो उनकी निगरानी प्राथमिकता पर की जाये और बाढ़ नियंत्रण कन्ट्रोल रूम के नम्बर चालू हालत में रखें जाये ताकि बाढ़ संबंधी सूचना पर तत्काल कार्यवाही हो सके।
बैठक में सभापति ने अधिकारियों को निर्देश दिये कि ग्रामीण क्षेत्रों में लोगों की डूबने, विद्युत करंट, आकाशीय बिजली गिरने तथा सर्प दंश से मरने वाले परिवार को निर्धारित समय में आपदा राहत कोष से सहायता उपलब्ध करायें। गांव में संचारी रोग आदि की रोकथाम के लिए सभापति ने दोनो जनपद के सीएमओ को निर्देश दिये कि विशेष संचारी रोग एवं दस्तक अभियान के दौरान आशा एवं आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं के माध्यम से घर-घर सर्वे करायें और जाड़ा, बुखार, खांसी, मलेरिया, फायलेरिया आदि के मरीजों की पहचान करें और संबंधित सीएचसी/पीएचसी को सूचित कर उनका ईलाज प्रारम्भ करायें तथा आशाओं का नियमित भुगतान करायें। सभापति ने जिला पंचायत राज अधिकारियों से कहा कि सफाई कर्मचारियों को निर्देशित करें कि गांव की सफाई से पहले नियमित गांव के विद्यालयों की सफाई करायें और सफाई कार्य में लापरवाही करने वाले कर्मचारियों पर सख्त कार्यवाही करें। वृक्षारोपण के संबंध में सभापति ने डीएफओ को निर्देश दिये कि वृक्षारोपण महोत्सव के अर्न्तगत अपने-अपने जनपद में अधिक से अधिक वृक्षारोपण करायंे और लोगों को पर्यावरण के प्रति जागरूक करें। जनपद हरदोई की समीक्षा में जिलाधिकारी मंगला प्रसाद सिंह ने सभापति को बताया कि जनपद में साढ़े पांच लाख से अधिक आयुष्मान कार्ड बनाये गये और जनपद प्रदेश में प्रथम स्थान पर है, इस पर सभापति ने जिलाधिकारी की प्रशंसा की।बैठक में डीएम ने बताया कि जनपद में पांच नदियां है और तीन नदियों से तहसील बिलग्राम, सवायजपुर एवं शाहाबाद के 21 गांवों बाढ़ से प्रभावित होते है और उन गांवों में बाढ़ चौकियों की स्थापना करने के साथ विभागीय कर्मचारियों की डियुटी लगाने के साथ कन्ट्रोल रूम स्थापित कर कन्ट्रोल रूम नम्बर जारी किये गये है और कटरी क्षेत्र के बाढ़ प्रभावित 23 गांवों में कटान रोकने हेतु नदियों पर कार्य कराया गया है। बैठक में सभापति ने स्वास्थ्य, शिक्षा एवं बिजली विभाग के अधिकारियों को निर्देश दिये कि ग्रामीण क्षेत्रों में आयोजित होने वाले शिविरों का उद्घाटन जनप्रतिनिधियों से कराये और कैम्पों में लोगों को प्रदेश सरकार की लाभकारी योजनाओं के प्रति जागरूक करें। बैठक में उन्नाव के पुलिस अधीक्षक के उपस्थित न होने पर नाराजगी व्यक्त करते हुए सभापति ने एसपी का स्पष्टीकरण तलब करने के निर्देश दिये। बैठक में पीडब्लूडी विभाग की समीक्षा करते हुए सभापति ने निर्देश दिये कि जो सड़के एवं पुलिया आदि बाढ़ से क्षतिग्रस्त हो उनकी तत्काल मरम्मत कराये। बैठक में समिति के सदस्य इं. अवनीश कुमार सिंह, सत्यपाल सिंह, सुरेन्द्र चौधरी, उप सचिव तेज प्रताप सिंह, जिलाधिकारी मंगला प्रसाद सिंह, उन्नाव जिलाधिकारी अपूर्वा दूबे, मुख्य विकास अधिकारी सौम्या गुरूरानी, अपर जिलाधिकारी प्रियंका सिंह, पुलिस अधीक्षक हरदोई राजेश द्विवेदी तथा उन्नाव-हरदोई के सीएमओ, समीक्षा अधिकारी मयंक यादव, पीडब्लूडी अधिशासी अभियंता, जिला पंचायत, विद्युत आदि विभाग के अधिकारी तथा अपर जिला सूचना अधिकारी दिव्या निगम सहित अन्य अधिकारी गण उपस्थित रहे। बैठक के उपरान्त सभापति उ.प्र. विधान परिषद की दैवीय आपदा प्रबन्धन जांच समिति श्री उमेश द्विवेदी एवं सदस्यों द्वारा जिला महिला चिकित्सालय का निरीक्षण किया गया। उन्होंने ओ.पी.डी एवं बाल रोग ओ.पी.डी का निरीक्षण किया, तथा अभिलेखों को देखा, तथा दवाओं की उपलब्धता के बारे मे जानकारी ली। इस अवसर पर जिलाधिकारी मंगला प्रसाद सिंह, पुलिस अधीक्षक सहित अन्य अधिकारी/चिकित्सक उपस्थित रहें।
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