#हरदोई:- पाली- निजी हास्पिटल और लैब के तलब किए गए अभिलेख, एचआईवी पाज़िटिव मामले में भेजी गई नोटिस, दर्ज होंगे बयान#
#हरदोई:- पाली- निजी हास्पिटल और लैब के तलब किए गए अभिलेख, एचआईवी पाज़िटिव मामले में भेजी गई नोटिस, दर्ज होंगे बयान#
#हरदोई: पाली- एचआईवी पाज़िटिव का डर दिखा कर वसूली करने के मामले ने स्वास्थ्य महकमें की नाकामी सामने ला दी है। महकमें के ज़िम्मेदार नींद से जागे,उसके बाद आनन-फानन में एचआईवी पाज़िटिव की रिपोर्ट देने वाली लैब और डिलीवरी कराने वाले निजी हास्पिटल को नोटिस जारी करते हुए उन्हे अभिलेखो के साथ बयान दर्ज कराने के लिए तलब किया गया है। नोटिस जारी होते ही इस तरह का फर्ज़ीवाड़ा करने वालों में हड़कंप मचा हुआ है#
#बताते चलें कि पाली थाने के भरखनी निवासी छुन्ने लाल का कहना था कि वह अपनी पत्नी सुमन को डिलीवरी कराने के लिए सरकारी हास्पिटल ले गया,उसके साथ आशा बहू रेखा भी थी। आशा बहू ने वहां सही इलाज और देखभाल न होने की पट्टी पढ़ा कर उसे वहीं के एक निजी हास्पिटल ले गई। जहां के डाक्टर ने ब्लड की जांच लिखी। छुन्ने लाल उसी आशा बहू के कहने पर पाली में खुली निजी लैब पहुंचा,जहां जांच के लिए सैंपल दिया। उसे रिपोर्ट देने वाले सचिन नाम के शख्स ने सुमन को एचआईवी पाज़िटिव बताया। उसके बाद निजी हास्पिटल के डाक्टरों ने एचआईवी पाज़िटिव के नाम पर उसे डराया और 55 हज़ार रुपये वसूल करते हुए जैसे-तैसे डिलीवरी कराई। उसके बाद उसे छुट्टी दे दी गई। छुन्ने लाल का कहना है कि रिपोर्ट के बारे में जब उसके आस-पड़ोसियों को पता हुआ तो उन्होनें उससे दूरी बना ली,लोगों ने उसके घर आना-जाना बंद कर दिया। उसी बीच उसने एचआईवी की दोबारा जांच कराई,जिसकी रिपोर्ट निगेटिव आई। छुन्ने लाल ने अपने साथ हुए इस तरह के खेल की मुख्यमंत्री से शिकायत की है। 'अमृत विचार' ने इस मामले को उठाते हुए स्वास्थ्य महकमें को ज़िम्मेदार ठहराया। खबर छपने के बाद ज़िम्मेदारों की नींद टूटी। प्रभारी चिकित्साधिकारी डा.आनंद शुक्ला ने एचआईवी पाज़िटिव की रिपोर्ट देने वाली लैब और ऐसे मरीज़ की डिलीवरी कराने वाले निजी हास्पिटल को नोटिस भेजा है। नोटिस में कहा गया है कि रिपोर्ट पाज़िटिव आने पर उसी मरीज़ की तीन बार फिर जांच होती है,फिर भी पाज़िटिव रिपोर्ट आने के बाद एलाइज़ा की जांच की जाती है। एक ही बार में एचआईवी पाज़िटिव की रिपोर्ट कैसे दी जा सकती है ? निजी हास्पिटल से पूछा गया है कि अगर मरीज़ एचआईवी पाज़िटिव था,तो उसकी डिलीवरी कराने में कौन-कौन से नियम पूरे किए गए ? डा.शुक्ला ने बताया कि नोटिस में बयान दर्ज कराने के अलावा लैब और निजी हास्पिटल के अभिलेख तलब किए गए है। साथ ही कहा गया है कि दी गई मोहलत के भीतर ऐसा नही होता है तो कानूनी कार्रवाई की जाएगी#
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