#हरदोई:- सांडी- बांसुरी को गुणों की खान समझकर भगवान कृष्ण ने अधरों से लगाया- कथा ब्यास प्रभात त्रिपाठी#
#हरदोई:- सांडी- बांसुरी को गुणों की खान समझकर भगवान कृष्ण ने अधरों से लगाया- कथा ब्यास प्रभात त्रिपाठी#
#हरदोई: सांडी- कस्बे के मोहल्ला मुंशीगंज ऋषि आश्रम शान्तनुपुरी बाबा कमलेश्वर नाथ महादेव मंदिर सतमठिया में 45 वां रुद्र महायज्ञ महोत्सव में नैमिषारण्य से पधारे प्रभात त्रिपाठी जी ने कहा कि बासुरी में गुणों की खान समझकर अधरों से लगा लिया। श्री त्रिपाठी जी ने कहा कि बांसुरी मीठा बोलती है। जितना बुलवाया जाता है उतना बोलती है। बांसुरी मीठा बोलतीं हे। गोपियों के प्रेम में आडे आने पर बांसुरी को अपना दुश्मन सभझ लिया। भगवान कृष्ण ने कहा कि बांसुरी की धुन इतनी मीठी है। उसके गुणों को समझिये। वो इतना भीठा बोलती है। उसी की धुन सुनकर आप सभी दौडी चली आती हैं। उस समय गोपियों के तन मन की सुध ही नहीं रहती थी। इतना भान नहीं रहता था कि गायों से दूध निकालना है कि नहीं। दूध आग पर खौलता रहा गोपियाँ कृष्ण के लिए भाग खडी हुईं। बच्चे को दूध पिलाते हुये छोडकर भाग खडाहुई। कोई गोबर से आंगन की लिपाई कर रही थी वो भी भाग खडी हुई। परमात्मा गोपियों का स्वागत इसलिये करता है। क्योंकि कृष्ण के लिए बांसुरी की धुन कान में पहुंचते ही सांसारिक कार्यों को छोडकर भाग खडी होती हैं। जीव को अगर गोपी बनना है तो कृष्ण की गोपी जैसी भक्ति अर्थात प्रेम करना होगा। धीरे धीरे जीवन बीतता चला जाता है और कामनाओं की लंबी फेहरिस्त बढती रहती है। और आशायें कभी पूरी नहीं होती हैं । श्री त्रिपाठी जी ने कहा कि सभी धर्मों को छोडकर जो मेरी शरण में आ जाता है। मैं उसके लिए हर समय उस जीव के साथ रहता हूँ। सभी गोपियों का सम्मान किया फिर पूंछा कि आप यहाँ क्यों आई हैं। आप चंद्रमा देखने आई तो गोपियों ने सिर हिला दिया । फिर कहा कि कि कोई आसुरी शक्ति आ गई है। तो गोपियों ने सिर हिला दिया। फिर कहा कि लगता है कि पति के साथ झगड़ा हो गया है। गोपियों ने फिर सिर हिला दिया। भगवान श्री कृष्ण ने कहा कि जिस राजा के राज्य में पृजा दुखी रहती है। पारिवारिक जिम्मेदारियों से मुख यत मोडों। अपनी अपनी जिम्मेदारी समझो। पत्नी के लिए पति ही परमेश्वर है। बच्चे भगवान का स्वरुप हैं। गोपियों ने कहा कि आप मझसे एक ही बात कह रहे हैं। कि चली जाओ चली जाओ। ये हमारे नेत्र आपको देखने के बाद कुछ बाकी नहीं रहा। भगवान कृष्ण बोले पति की सेवा करो पति की सेवा करने से धर्म की प्राप्ति होगी। धर्म से मैं मिल जाऊँगा। कथा के यजमान अभिषेक अवस्थी सपत्नीक ने आरती पूजन किया। इस अवसर पर नगरपालिका अध्यक्ष रामजी गुप्ता,रामदास पाठक, भूपेश अग्निहोत्री, संजय शुक्ल, पुनीत दीक्षित, पाल बाबू जी, शंजू अग्निहोत्री, अनिल राजपूत बिबेक कुशवाहा, हरिश्याम यादव, देव दरबार आश्रम इंटर कॉलेज के प्रधानाचार्य डा० रमाशंकर पाठक गुड्डू शुक्ला सहित भक्तगण मौजूद रहे#
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