#दिल्ली:- फिल्मी अंदाज में डीके राव की गिरफ्तारी- सेशंस कोर्ट में सुनवाई के दौरान मुंबई क्राइम ब्रांच का धावा, 1.25 करोड़ के फिरौती मामले में तीनों आरोपी धराए#
#दिल्ली:- फिल्मी अंदाज में डीके राव की गिरफ्तारी- सेशंस कोर्ट में सुनवाई के दौरान मुंबई क्राइम ब्रांच का धावा, 1.25 करोड़ के फिरौती मामले में तीनों आरोपी धराए#
#दिल्ली: मुंबई: की अपराध जगत में सनसनी फैला देने वाली एक फिल्मी घटना ने फिर से सुर्खियां बटोर ली हैं। कुख्यात गैंगस्टर रविंद्र मल्लेश बोर्रा उर्फ डीके राव (53 वर्ष) को मुंबई क्राइम ब्रांच की एंटी एक्सटॉर्शन सेल ने 10 अक्टूबर 2025 को सेशंस कोर्ट के बाहर ही दबोच लिया। यह गिरफ्तारी एक 1.25 करोड़ रुपये के फिरौती मामले से जुड़ी है, जहां राव ने एक बिल्डर के कहने पर निवेशकों को धमकी देकर चुप कराने की कोशिश की थी। लोकमत टाइम्स और फ्री प्रेस जर्नल की रिपोर्ट्स के अनुसार, राव के साथ दो अन्य साथी, छोटे बिल्डर मिमित भुटा और मध्यस्थ अनिल परेराव, भी गिरफ्तार हुए। घटना इतनी नाटकीय थी कि राव कोर्ट में एक पुराने मामले की सुनवाई के लिए आया था, तभी क्राइम ब्रांच की टीम ने घेराबंदी कर ली। यह राव की इस साल की दूसरी बड़ी गिरफ्तारी है, जो छोटा राजन के करीबी सहयोगी के रूप में जाना जाता है। पुलिस ने तीनों को कोर्ट में पेश किया, जहां उन्हें 14 दिनों की न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया#
#यह गिरफ्तारी मुंबई के अंडरवर्ल्ड के लिए एक बड़ा झटका है। डीके राव का नाम अपराध की दुनिया में डर का पर्याय है। वह छोटा राजन गैंग का प्रमुख सदस्य रहा है और रियल एस्टेट, होटल और व्यवसायियों को लूटने के लिए कुख्यात है। मिड-डे की 10 अक्टूबर की रिपोर्ट के मुताबिक, इस मामले में राव ने भुटा के कहने पर निवेशकों को फोन कर धमकी दी थी। भुटा ने घाटकोपर में एक आवासीय प्रोजेक्ट के लिए निवेशकों से करोड़ों रुपये इकट्ठा किए थे, लेकिन प्रोजेक्ट पूरा नहीं किया। जब निवेशकों ने पैसे वापस मांगे, तो भुटा ने राव को हायर किया। राव ने परेराव के जरिए निवेशकों को 1.25 करोड़ रुपये की फिरौती की मांग की और जान से मारने की धमकी दी। यह घटना पिछले साल की है, लेकिन शिकायत हाल ही में दर्ज हुई। क्राइम ब्रांच ने एफआईआर दर्ज की और तीनों को गिरफ्तार कर लिया#
#गिरफ्तारी का दृश्य किसी बॉलीवुड फिल्म से कम न था। डेवडिस्कोर्स की 10 अक्टूबर की खबर के अनुसार, राव सेशंस कोर्ट पहुंचा था, जहां एक पुराने एक्सटॉर्शन केस की सुनवाई हो रही थी। वह जमानत पर बाहर था, लेकिन क्राइम ब्रांच को गुप्त सूचना मिली थी कि वह कोर्ट आ रहा है। टीम ने कोर्ट के बाहर घेराबंदी की। जैसे ही राव बाहर निकला, अफसरों ने उसे घेर लिया। राव के दो साथी भी साथ थे, जिन्हें तुरंत पकड़ लिया गया। क्राइम ब्रांच के एक अधिकारी ने बताया कि राव ने विरोध किया, लेकिन संख्या में कम होने से कुछ न कर सका। तीनों को क्राइम ब्रांच मुख्यालय ले जाया गया, जहां पूछताछ शुरू हुई। राव ने कबूल किया कि भुटा ने उसे 50 लाख रुपये का ऑफर दिया था, ताकि निवेशक चुप हो जाएं। पुलिस ने उनके फोन रिकॉर्ड चेक किए, जिसमें धमकी वाले कॉल्स मिले#
#डीके राव का अपराधी जीवन लंबा और खौफनाक रहा है। हिंदुस्तान टाइम्स की पुरानी रिपोर्ट्स के अनुसार, उसके खिलाफ 42 से ज्यादा केस दर्ज हैं, जिनमें 6 हत्या, 5 डकैती और कई एक्सटॉर्शन शामिल हैं। वह छोटा राजन का करीबी रहा, जो मुंबई के अंडरवर्ल्ड का बड़ा नाम है। 2022 में बॉम्बे हाई कोर्ट ने उसे ऑर्गनाइज्ड क्राइम केस में जमानत दी थी, जहां वह जेल से ही फोन कर फिरौती वसूलता था। इस साल जनवरी में राव को फिर पकड़ा गया था, जब उसने अंधेरी के एक होटल मालिक से 2.5 करोड़ रुपये मांगे थे। टाइम्स ऑफ इंडिया की 23 जनवरी की खबर के अनुसार, राव और उसके 6 साथियों ने होटल मालिक को धमकी दी थी कि प्रॉपर्टी सस्ते में बेच दे, वरना जान से मार देंगे। क्राइम ब्रांच ने तीन गाड़ियों से चेज कर उन्हें पकड़ा था। राव को फिर जमानत मिल गई, लेकिन अब यह नई गिरफ्तारी उसके लिए मुश्किल खड़ी कर रही है#
#इस गिरफ्तारी से मुंबई पुलिस का आत्मविश्वास बढ़ा है। क्राइम ब्रांच के डिप्टी इंस्पेक्टर जनरल ने कहा कि अंडरवर्ल्ड के अवशेषों को खत्म करने का अभियान जारी है। राव जैसे गैंगस्टर अब रियल एस्टेट के विवाद सुलझाने के लिए हायर होते हैं। फ्री प्रेस जर्नल की रिपोर्ट में बताया गया कि भुटा ने निवेशकों को चुप कराने के लिए राव को चुना, क्योंकि उसका नाम ही डर फैला देता है। पुलिस अब राव के बैंक खातों और संपत्तियों की जांच कर रही है। अगर फॉरेंसिक वॉइस सैंपल मैच हुए, तो और केस बन सकते हैं। राव के गैंग में 20 से ज्यादा सदस्य हैं, जिनकी तलाश जारी है#
#मुंबई: का अपराध परिदृश्य बदल रहा है। एनसीआरबी के आंकड़ों के अनुसार, 2024 में एक्सटॉर्शन केस 20 प्रतिशत बढ़े। रियल एस्टेट में निवेशकों का शोषण आम हो गया है। विशेषज्ञ कहते हैं कि बिल्डर गैंगस्टरों को हायर कर कानूनी प्रक्रिया बायपास करते हैं। इस मामले में निवेशक डरे हुए थे, लेकिन शिकायत दर्ज कराने से हिम्मत जुटाई। पुलिस ने उन्हें सुरक्षा दी है। यह गिरफ्तारी निवेशकों के लिए राहत#
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#मध्यप्रदेश: भिंड में करवा चौथ पर दो दोस्तों पर चढ़ा अनोखा रंग- लहंगा पहनकर व्रत रखा, छलनी से दोस्त का चेहरा देखा, वीडियो वायरल#
#मध्य प्रदेश के भिंड जिले में करवा चौथ के पावन पर्व पर एक ऐसी घटना घटी, जिसने दोस्ती के बंधन को नई ऊंचाई दे दी। सदर बाजार इलाके में एक युवक ने अपने सबसे करीबी दोस्त की लंबी उम्र की कामना के लिए करवा चौथ का व्रत रखा। न केवल व्रत रखा, बल्कि दुल्हन की तरह सोलह श्रृंगार कर लहंगा पहना और बाजार में छलनी व करवा खरीदने निकला। इस अनोखे नजारे को देखने के लिए सड़क पर लोगों की भारी भीड़ जुट गई। वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो गया, जहां लाखों लोगों ने इसे दोस्ती की मिसाल बताते हुए शेयर किया। न्यूजट्रैक और टीवी9 हिंदी की 10 अक्टूबर 2025 की रिपोर्ट्स के अनुसार, युवक का नाम विनोद शर्मा है, जो भिंड के स्थानीय निवासी हैं। उनके दोस्त का नाम गिरीश है, जिनकी दोस्ती बचपन से है। यह घटना 10 अक्टूबर को शाम के समय घटी, जब करवा चौथ का चांद निकलने वाला था#
#करवा चौथ हिंदू विवाहित महिलाओं का प्रमुख त्योहार है, जो कार्तिक मास की कृष्ण पक्ष की चतुर्थी को मनाया जाता है। इस दिन सुहागिनें पति की लंबी आयु के लिए निर्जला व्रत रखती हैं। सोलह श्रृंगार कर सजती हैं, करवा भरती हैं और शाम को चांद निकलने पर छलनी से चांद व पति को देखकर अर्घ्य देती हैं। फिर व्रत खोलती हैं। लेकिन भिंड में विनोद ने इस परंपरा को दोस्ती के रंग में रंग दिया। नवभारत लाइव की रिपोर्ट के मुताबिक, विनोद ने बताया कि गिरीश उनका बचपन का साथी है, जो हर कदम पर साथ खड़ा रहता है। इस बार उन्होंने सोचा कि क्यों न दोस्ती को भी उतना ही महत्व दिया जाए जितना वैवाहिक बंधन को। विनोद ने पूरे विधि-विधान से व्रत रखा। सुबह से कुछ नहीं खाया-पिया। दोपहर में सजना-संवरना शुरू किया। माथे पर बिंदी लगाई, हाथों में चूड़ियां पहनीं, काजल लगाया और लाल लहंगा पहन लिया। सिर पर चुनरी ओढ़ी और आईने के सामने खड़ी होकर सोलह श्रृंगार पूरा किया#
#शाम ढलते ही विनोद सदर बाजार पहुंचे। बाजार में छलनी और करवा खरीदने के लिए दुकानों पर घूमे। लहंगे में सजी 'दुल्हन' को देखकर दुकानदार और ग्राहक हैरान रह गए। एक दुकानदार ने बताया कि पहले तो लगा कि कोई लड़की है, लेकिन पास आकर देखा तो युवक। सब हंस पड़े। विनोद ने करवा और छलनी खरीदी। बाजार में लोगों ने उनका स्वागत किया। कुछ ने सेल्फी मांगी, कुछ ने ताली बजाई। भीड़ इतनी हो गई कि सड़क जाम हो गई। विनोद ने मुस्कुराते हुए कहा कि दोस्ती भी एक बंधन है, जो जिंदगी भर साथ निभाती है। गिरीश ने भी इस पर कहा कि विनोद का यह कदम दोस्ती की सच्चाई दिखाता है। वे दोनों कॉलेज के दिनों से दोस्त हैं और हर उतार-चढ़ाव में साथ रहे#
#घर लौटकर विनोद ने पूजा की। चांद निकलने पर छलनी से चांद देखा, फिर गिरीश का चेहरा देखा। गिरीश ने सिर पर सात फेरे घुमाए, जैसे पति के लिए होता है। फिर व्रत खोला। यह पूरा दृश्य विनोद के दोस्तों ने वीडियो बना लिया। वीडियो में विनोद लहंगे में सजी हुई मुस्कुराती 'दुल्हन' नजर आ रही है। बाजार की भीड़, तालियां और हंसी सब कैद है। वीडियो को इंस्टाग्राम और एक्स पर शेयर किया गया। न्यूजट्रैक की रिपोर्ट के अनुसार, वीडियो को 24 घंटों में 5 लाख से ज्यादा व्यूज मिल चुके हैं। कमेंट्स में लोग लिख रहे हैं कि प्यार का कोई जेंडर नहीं होता। एक यूजर ने कहा, दोस्ती भी शादी से कम नहीं। दूसरा लिखा, वाह! क्या दोस्ती है। कुछ ने मजाक में कहा, अब तो करवा चौथ दोस्तों का भी हो गया। लेकिन ज्यादातर ने सराहना की#
#यह घटना भिंड शहर में चर्चा का विषय बनी। सदर बाजार के लोग कहते हैं कि विनोद हमेशा मजाकिया स्वभाव के हैं। वे लोकल थिएटर में काम करते हैं, इसलिए ड्रेस-अप आसान था। गिरीश एक प्राइवेट जॉब में हैं। दोनों की दोस्ती स्कूल के दिनों से है। विनोद ने कहा कि करवा चौथ पर महिलाओं की भक्ति देखकर सोचा, क्यों न पुरुष भी दोस्त के लिए ऐसा करें। यह मजाक था, लेकिन दोस्ती का संदेश दे गया। टीवी9 हिंदी की रिपोर्ट में स्थानीय लोगों ने कहा कि यह अनोखा था, लेकिन सकारात्मक। कुछ बुजुर्गों ने हंसते हुए कहा कि परंपरा तो पति-पत्नी की है, लेकिन दोस्ती भी पवित्र है। वीडियो ने सोशल मीडिया पर दोस्ती और प्यार की बहस छेड़ दी। कई यूजर्स ने शेयर किया कि दोस्ती ही असली रिश्ता है#
#करवा चौथ 2025 पर पूरे देश में लाखों महिलाओं ने व्रत रखा। लेकिन भिंड की यह कहानी अलग थी। इंडिया टीवी हिंदी की रिपोर्ट के अनुसार, विनोद का वीडियो रील्स पर ट्रेंड कर रहा है। लोग इसे फॉरवर्ड कर रहे हैं। विनोद ने कहा कि अगले साल फिर ऐसा करेंगे, अगर दोस्त सहमत हुए। गिरीश ने हंसते हुए कहा कि विनोद की वजह से मेरा नाम अमर हो गया। यह घटना दोस्ती को नई परिभाषा देती है। समाज में जहां रिश्ते टूट रहे हैं, वहां दोस्ती की यह मिसाल प्रेरणादायक है#
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#योगी का रवि किशन पर तंज- "जितना करना है, उतना ही बोलो", गोरखपुर रैली में लिया मजा, राजनीतिक हलकों में चर्चा#
#उत्तर प्रदेश: के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने भोजपुरी सुपरस्टार और अपने कैबिनेट सहयोगी रवि किशन पर हल्का-फुल्का तंज कसते हुए कहा, "जितना करना है, उतना ही बोलो। मैंने रवि किशन को बोला है।" यह बयान 10 अक्टूबर 2025 को गोरखपुर में एक विकास परियोजना के उद्घाटन समारोह के दौरान आया, जहां योगी ने रवि किशन की मौजूदगी में यह मजाकिया अंदाज अपनाया। आज तक और एबीपी न्यूज की रिपोर्ट्स के अनुसार, यह टिप्पणी रवि किशन के सक्रिय राजनीतिक बयानों और भोजपुरी स्टाइल में जनता से जुड़ने के तरीके पर थी। रवि किशन, जो गोरखपुर लोकसभा सीट से बीजेपी सांसद और सूक्ष्म उद्योग मंत्री हैं, अक्सर मीडिया और रैलियों में जोशीले भाषण देते हैं। योगी का यह बयान हंसी का पात्र बना और राजनीतिक हलकों में चर्चा का विषय हो गया। रवि किशन ने भी मुस्कुराते हुए इसे स्वीकार किया, जिससे माहौल हल्का हो गया#
#यह घटना गोरखपुर के एक बड़े आयोजन में हुई, जहां योगी आदित्यनाथ ने 500 करोड़ रुपये की विकास योजनाओं का शिलान्यास किया। हिंदुस्तान टाइम्स की 11 अक्टूबर की रिपोर्ट के मुताबिक, समारोह में रवि किशन भी मंच पर थे। योगी ने भाषण के दौरान कहा कि मंत्रिमंडल के सहयोगी अच्छा काम कर रहे हैं, लेकिन कभी-कभी बोलचाल में अतिरिक्त जोश आ जाता है। फिर मुड़कर रवि किशन की ओर इशारा करते हुए बोले, "जितना करना है, उतना ही बोलो। मैंने रवि किशन को बोला है।" मंच पर मौजूद लोग ठहाका मारकर हंस पड़े। रवि किशन ने हाथ जोड़कर ताली बजाई और कहा, "मुख्यमंत्री जी सही कह रहे हैं, मैं सुधार करूंगा।" यह पल वीडियो में कैद हो गया, जो सोशल मीडिया पर वायरल हो गया। एक्स (पूर्व ट्विटर) पर #YogiOnRaviKishan ट्रेंड करने लगा#
#योगी आदित्यनाथ और रवि किशन का रिश्ता गहरा है। योगी गोरखपुर के गोरखनाथ मठ के महंत हैं, जबकि रवि किशन उसी क्षेत्र से सांसद। 2019 के लोकसभा चुनाव में रवि किशन ने गोरखपुर से बीजेपी टिकट पर जीत हासिल की, जहां योगी ने उनका खूब प्रचार किया। इंडिया टीवी की रिपोर्ट के अनुसार, रवि किशन का राजनीतिक सफर भोजपुरी सिनेमा से शुरू हुआ। वे 100 से ज्यादा फिल्मों में काम कर चुके हैं और गाने जैसे 'लॉलीपॉप लागेलू' से मशहूर हुए। राजनीति में आने के बाद वे योगी सरकार के चहेते बने। 2021 में उन्हें कैबिनेट मंत्री बनाया गया। रवि किशन अक्सर भोजपुरी में भाषण देते हैं, जो जनता को पसंद आता है। लेकिन कभी-कभी उनके बयान विवादास्पद हो जाते हैं। उदाहरण के लिए, 2024 में उन्होंने विपक्ष पर तंज कसा था, जिसे योगी ने सार्वजनिक रूप से नरमी से टोका था#
#इस बयान का राजनीतिक संदर्भ भी है। उत्तर प्रदेश में विधानसभा चुनाव 2027 की तैयारी चल रही है। योगी सरकार विकास पर फोकस कर रही है। गोरखपुर में उद्घाटित योजनाओं में सड़कें, स्कूल और अस्पताल शामिल हैं। न्यूज18 की 10 अक्टूबर की रिपोर्ट में योगी ने कहा कि सहयोगी मंत्रियों को काम पर ध्यान देना चाहिए, न कि अनावश्यक बयानों पर। यह टिप्पणी रवि किशन के हालिया बयानों पर थी, जहां उन्होंने बिहार चुनाव में बीजेपी की रणनीति पर जोर दिया था। रवि किशन ने कहा था कि बिहार में एनडीए मजबूत है। योगी ने इसे हल्के में लिया, लेकिन संदेश साफ था कि पार्टी लाइन पर रहें। रवि किशन ने बाद में कहा, "मुख्यमंत्री जी का आशीर्वाद है, मैं उनका कहना मानूंगा।" यह घटना बीजेपी के अंदर अनुशासन को दर्शाती है#
#सोशल मीडिया पर प्रतिक्रियाएं मिली-जुली आईं। एक्स पर एक यूजर ने लिखा, "योगी जी का तंज कमाल का था, रवि भैया को सुधारने का तरीका।" दूसरा बोला, "भोजपुरी स्टार को भोजपुरी स्टाइल में टोका।" कुछ विपक्षी समर्थकों ने इसे आंतरिक कलह बताया। लेकिन ज्यादातर ने हंसी-मजाक माना। रवि किशन ने इंस्टाग्राम पर वीडियो शेयर किया, जहां उन्होंने योगी को गुरु बताया। उन्होंने कैप्शन में लिखा, "मुख्यमंत्री जी का संदेश सराहनीय है। जितना करना है, उतना ही बोलेंगे।" यह पोस्ट को 2 लाख लाइक्स मिल चुके हैं#
#रवि किशन का राजनीतिक करियर चमकदार रहा है। वे समाजवादी पार्टी से शुरू हुए, लेकिन 2014 में बीजेपी में शामिल हो गए। गोरखपुर से जीतकर वे स्टार बने। मंत्री के रूप में उन्होंने एमएसएमई क्षेत्र में काम किया। योगी सरकार के कई फैसलों में उनका योगदान रहा। लेकिन उनके बोल्ड बयान कभी-कभी सुर्खियां चुरा लेते हैं। उदाहरण के लिए, 2023 में उन्होंने राम मंदिर पर जोशीला भाषण दिया था। योगी का यह तंज उनके बीच के विश्वास को दिखाता है। योगी अक्सर सहयोगियों को सार्वजनिक रूप से टोकते हैं, ताकि अनुशासन बना रहे#
#यह बयान बीजेपी की एकजुटता का प्रतीक है। पार्टी में आंतरिक लोकतंत्र है, जहां नेता खुलकर बोलते हैं। विपक्ष ने इसे तंज बताया, लेकिन बीजेपी ने कहा कि यह हल्का-फुल्का था। गोरखपुर आयोजन में योगी ने विकास पर जोर दिया। उन्होंने कहा कि गोरखपुर अब मॉडल शहर बनेगा। रवि किशन ने समर्थन में ताली बजाई#
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#गाजियाबाद: राजेंद्र नगर के होटल में देर शाम लगी आग, चार फायर ब्रिगेड ने 1.5 घंटे में काबू पाया, कोई हताहत नहीं#
#उत्तर प्रदेश: के गाजियाबाद जिले के राजेंद्र नगर सेक्टर-2 में स्थित एक होटल में 10 अक्टूबर 2025 को शुक्रवार देर शाम को भीषण आग लग गई। यह घटना शाम करीब 7:10 बजे की बताई जा रही है, जब होटल के किसी हिस्से से धुआं उठने लगा। गौतम बुद्ध नगर के मुख्य अग्निशमन अधिकारी (सीएफओ) प्रदीप चौबे ने बताया कि कंट्रोल रूम को सूचना मिलते ही तुरंत चार फायर ब्रिगेड वाहनों को विभिन्न स्टेशनों से रवाना किया गया। आग को बुझाने में करीब एक से डेढ़ घंटे की मशक्कत के बाद पूरी तरह नियंत्रण में ला लिया गया। राहत की बात यह रही कि इस घटना में किसी प्रकार का कोई हताहत या चोटिल होने की कोई सूचना नहीं मिली। द हिंदूस्तान टाइम्स और एएनआई की रिपोर्ट्स के अनुसार, होटल में उस समय कुछ यात्री मौजूद थे, लेकिन सभी को सुरक्षित बाहर निकाल लिया गया। आग का कारण अभी स्पष्ट नहीं हो सका है, लेकिन प्रारंभिक जांच में शॉर्ट सर्किट या गैस लीक की आशंका जताई जा रही है#
#घटना की जानकारी सबसे पहले होटल के कर्मचारियों ने कंट्रोल रूम को दी। सीएफओ प्रदीप चौबे ने पत्रकारों से बातचीत में कहा कि सूचना मिलते ही फायर टीम ने तुरंत मौके पर पहुंचकर कार्रवाई शुरू कर दी। होटल के ऊपरी हिस्से से आग फैल रही थी, जहां धुआं इतना घना हो गया था कि सांस लेना मुश्किल हो गया। चार फायर टेंडरों ने मिलकर पानी की बौछारें मारकर आग को घेर लिया। लगभग 1.5 घंटे की कड़ी मशक्कत के बाद आग पर पूरी तरह काबू पा लिया गया। चौबे ने कहा कि होटल के स्टाफ और यात्रियों ने भी सहयोग किया, जिससे कोई बड़ा नुकसान नहीं हुआ। होटल में उस समय करीब 20-25 लोग ठहरे हुए थे, लेकिन सभी को समय रहते बाहर निकाल लिया गया। कोई धुआं सांस लेने से प्रभावित नहीं हुआ#
#गाजियाबाद: में ऐसी घटनाएं आम हैं, खासकर पुराने होटलों में जहां फायर सेफ्टी के उपकरण अपर्याप्त होते हैं। द न्यूज मिल की रिपोर्ट के अनुसार, यह होटल राजेंद्र नगर के एक व्यस्त इलाके में स्थित है, जहां कई छोटे-बड़े होटल और कमर्शियल बिल्डिंग हैं। आग लगने के बाद इलाके में अफरा-तफरी मच गई। स्थानीय लोग दौड़ पड़े और मदद के लिए पहुंचे। लेकिन फायर टीम की त्वरित कार्रवाई से स्थिति नियंत्रण में आ गई। पुलिस ने भी मौके पर पहुंचकर ट्रैफिक कंट्रोल किया और आसपास के लोगों को सुरक्षित दूरी पर रखा। जिला प्रशासन ने कहा कि होटल प्रबंधन के खिलाफ जांच होगी। अगर फायर सेफ्टी नियमों का पालन न किया गया हो, तो कार्रवाई की जाएगी#
#आग बुझाने के बाद फायर टीम ने होटल के अंदर का मुआयना किया। प्रारंभिक रिपोर्ट में आग रसोई या इलेक्ट्रिकल वायरिंग से लगने का अनुमान है। वेबइंडिया123 की खबर के अनुसार, होटल का नाम प्लूटो होटल बताया जा रहा है, जो सेक्टर-2 के मुख्य बाजार में है। यह होटल बजट कैटेगरी का है और मुख्य रूप से व्यापारियों व यात्रियों को आकर्षित करता है। आग के दौरान होटल का एक हिस्सा क्षतिग्रस्त हो गया, लेकिन संरचना पर कोई बड़ा असर नहीं पड़ा। होटल प्रबंधन ने प्रभावित यात्रियों को पास के दूसरे होटल में शिफ्ट कर दिया। जिला मजिस्ट्रेट ने कहा कि कोई जानमाल का नुकसान न होने से राहत है, लेकिन भविष्य में ऐसी घटनाओं से बचाव के लिए सख्ती बरती जाएगी#
#गाजियाबाद: में अग्नि सुरक्षा की स्थिति चिंताजनक है। एनसीआरबी के आंकड़ों के अनुसार, 2024 में उत्तर प्रदेश में 50,000 से ज्यादा आग की घटनाएं हुईं, जिनमें 2,000 से ज्यादा मौतें हुईं। गाजियाबाद जैसे शहरों में होटल और बाजारों में भीड़भाड़ के कारण खतरा बढ़ जाता है। विशेषज्ञ कहते हैं कि फायर अलार्म, स्मोक डिटेक्टर और आपातकालीन निकास के अभाव में छोटी आग बड़ी हो जाती है। इस घटना के बाद स्थानीय प्रशासन ने सभी होटलों का निरीक्षण शुरू करने का आदेश दिया। फायर डिपार्टमेंट ने कहा कि वे जागरूकता अभियान चलाएंगे। होटल एसोसिएशन ने भी कहा कि वे सुरक्षा मानकों का पालन करेंगे#

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