#हरदोई:- कछौना - छुट्टा गोवंशों की हालत दयनीय,नहीं कोई पुरसाहाल, प्रभावी क्रियान्वयन न होने के कारण गोवंश हो रहे आए दिन उतर रहे मौत के घाट#
#हरदोई:- कछौना - छुट्टा गोवंशों की हालत दयनीय,नहीं कोई पुरसाहाल, प्रभावी क्रियान्वयन न होने के कारण गोवंश हो रहे आए दिन उतर रहे मौत के घाट#
#हरदोई:- कछौना - छुट्टा गोवंशों की हालत दयनीय,नहीं कोई पुरसाहाल, प्रभावी क्रियान्वयन न होने के कारण गोवंश हो रहे आए दिन उतर रहे मौत के घाट#
#हरदोई:- कछौना - छुट्टा गोवंशों की हालत दयनीय,नहीं कोई पुरसाहाल, प्रभावी क्रियान्वयन न होने के कारण गोवंश हो रहे आए दिन उतर रहे मौत के घाट#
#हरदोई:- कछौना - छुट्टा गोवंशों की हालत दयनीय,नहीं कोई पुरसाहाल, प्रभावी क्रियान्वयन न होने के कारण गोवंश हो रहे आए दिन उतर रहे मौत के घाट#
#हरदोई:- कछौना - छुट्टा गोवंशों की हालत दयनीय,नहीं कोई पुरसाहाल, प्रभावी क्रियान्वयन न होने के कारण गोवंश हो रहे आए दिन उतर रहे मौत के घाट#
#हरदोई:- कछौना - छुट्टा गोवंशों की हालत दयनीय,नहीं कोई पुरसाहाल, प्रभावी क्रियान्वयन न होने के कारण गोवंश हो रहे आए दिन उतर रहे मौत के घाट#
#हरदोई:- कछौना - छुट्टा गोवंशों की हालत दयनीय,नहीं कोई पुरसाहाल, प्रभावी क्रियान्वयन न होने के कारण गोवंश हो रहे आए दिन उतर रहे मौत के घाट#
#हरदोई : कछौना - वर्तमान समय में छुट्टा जानवर की हालत काफी दयनीय है। गोवंश संरक्षण एवं संवर्धन की योजनाओं का प्रभावी क्रियान्वयन ना होने के कारण छुट्टा गोवंश आए दिन मृत्यु के घाट उतर रहे हैं#
#शाम ढलते ही छुट्टा गोवंशों का झुंड कस्बे के सुठेना तिराहे पर, लखनऊ-हरदोई मार्ग पर, पुरानी पेट्रोल पंप के सामने, कोतवाली कछौना के सामने, भाजपा नेता मयंक सिंह के घर के सामने, केदारनाथ पेट्रोल पंप के सामने व ग्राम सभा सुन्नी में सैकड़ों गौवंशो का झुंड देखा जा सकता है, जो वाहनों की चपेट में आने से प्रतिदिन तड़प-तड़प कर मरने को विवश हैं। प्रतिदिन गोवंशों की दुर्घटना में मरना एक नियत सी बन गई है। वहीं ग्रामीण क्षेत्र में खोले गए अस्थाई गौआश्रय स्थल अव्यवस्थाओं की भेंट चढ़ गए हैं। कड़कड़ाती धूप में खुले आसमान में, टिन शेड के तले तड़पने को विवश हैं। चारा के नाम पर केवल सूखा भूसा खाने को विवश हैं। पानी के नाम पर खुदे गड्ढे का गंदा मटमैला पानी पीकर बीमार हो रहे हैं। गाय और सांड़ एक ही अस्थाई गौशाला में कैद होने के कारण सांड़ के हमले से गाय जख्मी होकर तड़प-तड़प कर मर जाती हैं। इनमें चंद दिनों में छुट्टा जानवर चारा-पानी के अभाव में सूख जाते हैं। बीमार व घायल होने पर असमय मर जाते हैं। छुट्टा गौवंशों की हालत काफी दयनीय है। घायल होने पर देख-रेख के अभाव में कुत्ते व कौवे नोच नोच कर उन्हें और मरणासन्न कर देते हैं जिससे वे चंद दिनों में ही मर जाते हैं। उसके बाद केयरटेकर गौशाला के किनारे जंगल व खाई में उनको डाल देते हैं। इन मृत गौवंशों का सही ढंग से निस्तारण नहीं किया जाता है जिनकी बदबू से आसपास के गांव वालों का जीना दुश्वार है और जिसके कारण संक्रामक बीमारी फैलने की प्रबल संभावना बनी रहती है। अस्थाई गौशाला कब्रगाह बने हैं#
#वहीं ग्राम सभाओं में किसानों ने छुट्टा गौवंशों से फसल को बचाने के लिए ब्लेड वाले तार लगा रखे हैं जिनकी चपेट में आने से पशुओं के साथ राहगीर भी चोटिल होते हैं। गांव में छुट्टा गोवंश तड़प तड़प कर मर रहे हैं। कई दिनों तक मृत गोवंश का शव पड़ा रहता है। वर्तमान समय में जिला पंचायत द्वारा मृत जानवरों के निस्तारण की प्रक्रिया बंद होने के कारण कोई पुरसाहाल नहीं है। प्रत्येक गांव में कोई न कोई गौवंश मृत अवस्था में पड़ा है#
#ग्रामसभा का कहना है कि मृत गौवंशों के निस्तारण के लिए हमारे पास कोई मद नहीं है। जिसके कारण मृत गौवंशों का शव सड़-सड़कर नष्ट हो जाता है। इस दौरान उठने वाली बदबू से ग्रामीणों का जीना दुश्वार है जिसके कारण संक्रामक बीमारी फैलने की प्रबल संभावना बनी रहती है। वर्तमान समय में नगर सहित ग्रामीण क्षेत्र में छुट्टा गोवंश किसी के खुर से खून बहता हुआ, किसी के शरीर में गहरा घाव की तस्वीर देखी जा सकती है। छुट्टा गोवंश की ज्वलंत समस्या बनी हुई है। आए दिन सड़क दुर्घटनाओं के कारण राहगीर चुटहिल होकर घायल हो रहे हैं। वहीं बिगड़ैल सांड के हमले से कई लोगों की मौत हो चुकी है। कछौना में पुराने पेट्रोल पंप के पास, केदारनाथ पेट्रोल पंप के पास दुर्घटना में घायल गौवंश कई दिनों से पड़े हैं। ग्राम सभा रेसों में गौवंश चुटहिल पड़ा हुआ है। ग्राम सभा गौसगंज में शुक्रवार को अज्ञात वाहन की टक्कर से कई गौवंश मर गये। गौरक्षा के संरक्षण व संवर्धन के नाम पर लाखों रुपए का बजट पानी की तरह बहाया जा रहा है। उसके बावजूद भी छुट्टा गौवंशों की हालत दयनीय बनी है। जबकि सरकार छुट्टा गौवंशों की समस्या के निराकरण पर प्रभावी कदम उठाने की बात चुनाव के दौरान कही थी जो हवा-हवाई साबित हुई#
#क्षेत्रीय विकास जन आंदोलन के संयोजक रामखेलावन कनौजिया ने बताया कि सूचना के अधिकार के तहत कई बिंदुओं पर प्रशासन से सूचनाएं मांगी है। समय रहते छुट्टा गौवंशों की समस्या का निराकरण न होने पर गांव गांव जाकर किसान चौपाल लगाकर किसानों को जागरुक कर इस समस्या से निजात पाने के लिए मुहिम चलाई जाएगी#
खोज जारी है.24×7 न्यूज चैनल/ हिन्दी दैनिक समाचार पत्र की खास रिपोर्ट...
No comments