#रायबरेली:- थाना दिवस में दो मामले रहे चर्चा का विषय, एक मे मृत प्रधान ने कर दिया पट्टा तो दूसरे में दबंग ग्राम प्रधान करवा रहा जबरन निर्माण, नायब तहसीलदार की अध्यक्षता में थाना दिवस संपन्न, 13 शिकायतों में 3 का मौके पर निस्तारण#
#रायबरेली:- थाना दिवस में दो मामले रहे चर्चा का विषय, एक मे मृत प्रधान ने कर दिया पट्टा तो दूसरे में दबंग ग्राम प्रधान करवा रहा जबरन निर्माण, नायब तहसीलदार की अध्यक्षता में थाना दिवस संपन्न, 13 शिकायतों में 3 का मौके पर निस्तारण#
#रायबरेली: प्रशासन की ओर से आयोजित किए जा रहे थाना दिवस में लगातार क्षेत्रों से जमीनी विवाद के मामले सामने आ रहे हैं, आज थाना खीरों परिसर में थाना दिवस का आयोजन किया गया जिसमें जमीनी विवाद के मामले गूंजते रहे। फिलहाल नायब तहसीलदार की अध्यक्षता में संपन्न हुआ थाना दिवस में 13 शिकायतों में 3 का मौके पर निस्तारण किया गया। वही तीन जगहों पर राजस्व टीम भेजकर मौके के घटनास्थल का जायजा लेकर रिपोर्ट मांगी गई। थाना परिसर में आयोजित समाधान दिवस में सेमरी क्षेत्र से 2 ऐसे मामले आए जो चर्चा का विषय बने रहे। एक मामला सेमरी चौकी के नया खेड़ा गांव का प्रकाश में आया जहां परिवारिक जमीन पर प्रतिपक्षियों ने जबरन ग्राम प्रधान की मदद से कॉलोनी का निर्माण कार्य शुरू किया, परिवारी जनों ने एसडीएम लालगंज से शिकायत की थी जिस पर खीरों थाना अध्यक्ष को जांच कर कार्रवाई के लिए आदेशित किया गया था, खीरों प्रभारी देवेंद्र अवस्थी ने मौके पर सेमरी चौकी इंचार्ज को भेजकर कार्य को यथा स्थित करने के लिए आदेशित किया था, बावजूद दबंग ग्राम प्रधान की मिलीभगत से कार्य को शुरू किया गया। सेमरी के नया खेड़ा गांव निवासी राजकिशोर ने पुनः थाना दिवस में पहुंचकर नायब तहसीलदार को एक शिकायती पत्र दिया जिसमें नायब तहसीलदार ने मौके पर एक टीम वाले पाल सहित चौकी इंचार्ज को भेजकर कार्य को रुकवाने का आदेश दिया। लेकिन दबंग ग्राम प्रधान पुनः आदेशों को ताक पर रखकर शटरिंग लगवा कर जबरन छत डलवाने का प्रयास शुरू किया तो फिर तो ने 112 को फोन कर मौके पर फिर से बुलाया। वही दूसरा मामला दीपक कुमार पुत्र मुन्नीलाल निवासी सेमरी चौराहा ने नायब तहसीलदार को दिया जिसमें बताया कि ग्राम प्रधान के फर्जी हस्ताक्षर बनाकर पट्टे के आधार पर विपक्षी द्वारा जबरन कब्जा किया जा रहा है जबकि पीड़ित की भूमि भूमि धरी है। घटना में सबसे बड़ी बात सामने आई विपक्षी द्वारा दिखाया गया पट्टा 15 मार्च सन 1979 का बना हुआ है जबकि एक लिखित मृत्यु प्रमाण पत्र के आधार पर प्रधान सुरेश चंद्र सिंह की मृत्यु 11 नवंबर 1974 में हो चुकी है। फिलहाल नायब तहसीलदार ने मौके पर लेखपाल को जांच करने के आदेश दिए हैं ऐसी घटनाओं से साफ जाहिर होता है कि क्षेत्र में दबंग किस तरह से जमीनों पर हावी हैं वहीं प्रशासन भी दबंगों के आगे नतमस्तक दिखाई दे रहा है#
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