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#हरदोई:- संडीला- जब शरीर दे ऐसे संकेत तो समझ जाएं खतरा है,डॉo शेफाली बावरिया रावत(M.B.B.S)नेत्र सर्जन* अशोका हॉस्पिटल की एक नई पहेल मधुमेह(डायबिटीज)जगरुता माह#


#हरदोई:- संडीला- जब शरीर दे ऐसे संकेत तो समझ जाएं खतरा है,डॉo शेफाली बावरिया रावत(M.B.B.S)नेत्र सर्जन* अशोका हॉस्पिटल की एक नई पहेल मधुमेह(डायबिटीज)जगरुता माह#

#हरदोई: संडीला- क्षेत्र के अंतर्गत डॉo शेफाली बावरिया रावत(M.B.B.S)नेत्र सर्जन डायबिटीज जगरुता माह पर दी जानकारी डायबिटीज में ज्यादातर लोगों में किसी तरह का शुरुआती लक्षण नजर नहीं आता है।जिससे इसकी पहचान कर पाना काफी मुश्‍किल होता है।पर कुछ संकेत आपको अलर्ट करते हैं।पुरे भारत वर्ष में आज कल डाइबिटीस एक फेसी बिमारी है।जो शरीर के विभिन्न अंगों को प्रभावित करती रही है।शरीर की छोटी धमनियाँ डेमेज़ होने लगती है।जो मुख्यत:और सबसे पहले आँख को प्रभावित करती हैं।शरीर के दूसरे अंग जैसे किडनी,हार्ट,फूट (पैर)नर्वस टिसू भी प्रभावित होते हैं।आँखों से सम्बंधित बिमारियों में मुख्यतः मोतियाबिंद,रेटिनोपैथी,ग्लूकोमा बार बार चश्मे का नम्बर बदलना और आँखों में बार बार इन्फेक्शन होना शामिल हैं। इनमें मोतियाबिंद कै आपरेशन के बाद तो रोशनी आ जाती है। लेकिन रेटिनोपेथी एक गम्भीर बिमारी है जिसके बारे में बहुत कम लोगों को पता है। इसमें रेटिना में सूजन आना,खून उतर आना और आगे चलकर पर्दा भी ख़राब हो सकता है।लेकिन उचित समय पर पता लगने पर न सिर्फ इन्हें रोका जा सकता है।बल्कि उचित रोकथाम भी की जा सकती हैं जिससे आँखों को अंधा होने से बचाया जा सकता डाइबिटीस से पीड़ित व्यक्ति को समय-समय पर स्क्रीनिंग करवाते रहने चाहिए।डाइबिटीस से पिड़ित मरीजों को या जिनके परिवार में की हिस्ट्री हो उन्हें साल में कम से कम एक बार तो स्क्रीनिंग करवानी चाहिए।अशोका हॉस्पिटल में आँखों से सम्बन्धित सभी प्रकार की जाँच व रेटिना की जाँच की जाती है#

#अशोका हॉस्पिटल हड्डी एवं आँख अस्पताल निकट सुम्बाबाग सण्डीला हरदोई

#डॉoअशोक कुमार रावत (एम.बी.बी.एस)(केजीएमयू)एम.एस.आर्थो

#वरिष्ठ ऑर्थोपेडिक एवं स्पाइन सर्जन हड्डी जोड़ एवं रीढ़ रोग विशेषज्ञ#

#डॉoशेफाली बावरिया रावत(एम.बी.बी.एस) नेत्र सर्जन#

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