Breaking News

#हरदोई:- पिहानी- अनुकरणीय है मर्यादा पुरुषोत्तम श्रीराम का चरित्र:-आचार्य प्रकाश#


#हरदोई:- पिहानी- अनुकरणीय है मर्यादा पुरुषोत्तम श्रीराम का चरित्र:-आचार्य प्रकाश#

#हरदोई: पिहानी- माँ इच्छापूर्णी रामजानकी मंदिर में चल रहे श्री रामकथा के पंचम दिवस पर भगवान राम की बाल लीलाओं का बड़े ही भावुक ढंग से वर्णन किया गया। विवाह महोत्सव के अंतर्गत भगवान का पाणिग्रहण संस्कार संपन्न हुआ#

#कथा व्यास प्रकाश चन्द्र जी महाराज ने उपस्थित श्रोताओं को संबोधित करते हुए कहा कि प्रणाम करने से आयु, विद्या, यश और बल की प्राप्ति होती है। बच्चों का संस्कार उनके माता-पिता का परिचय देता है। आरंभ से ही अच्छी संगत में बच्चों का पालन पोषण करना चाहिए। उनको माता पिता की सेवा करना, बड़े बुजुर्गों को सम्मान देना सिखाना चाहिए। भगवान राम का चरित्र मनुष्य जीवन में अनुकरणीय है, उन्होंने कहा कि आशा केवल राम जी से रखनी चाहिए, जबकि मनुष्य आशा अपने पुत्रों व सगे संबंधियों से रख रहा है और वह पूर्ण नहीं होने पर दुखी होता है। मनुष्य को अपने स्वभाव में परिवर्तन करते हुए अपने जीवन की बागड़ोर रामजी पर छोड़ देनी चाहिए। स्वभाव में परिवर्तन केवल सत्संग से ही आ सकता है। वेद-शास्त्र और संत सोए हुए व्यक्ति को जगाने का कार्य करते हैं। मानस मर्मज्ञ ने कहा कि राम लक्ष्मण,भरत एवं शत्रुघ्न चारों राजकुमार अपनी शिक्षा पूरी करके अयोध्या लौटते हैं तो उनके पराक्रम की चर्चा सर्वत्र फैल गई। उसी दौरान कुछ हिस्सों में राक्षसी राज होने के कारण जनमानस बहुत प्रताड़ित था तब गुरु विश्वामित्र ने अयोध्या पहुंच कर राजा दशरथ से श्री राम और लक्ष्मण को जनकल्याण के लिए मांग लिया। जिसके बाद गुरु विश्वामित्र ने यज्ञ प्रारम्भ किया और विध्न करने पहुंचे राक्षसों समेत श्री राम ने ताड़का का वध कर दिया। अहिल्या उद्धार समेत आचार्य ने श्री राम की अनेक लीलाओं का मनमोहक वर्णन किया। इस अवसर पर यजमान वैष्णव हरिशरण, गुरुचरण लाल, धर्मेंद्र सोनी, श्यामाचरण, रामचन्द्र वैश्य, रामकृपाल मिश्र सतीश गुप्ता समेत अनेक श्रद्धालु उपस्थित रहे#

No comments