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#हरदोई:- पिहानी- माह- ए- रमजान में होते हैं 3 अशरे, पिहानी कस्बे के मस्जिदों में तैयारियां पूर्ण#


#हरदोई:- पिहानी- माह- ए- रमजान में होते हैं 3 अशरे, पिहानी कस्बे के मस्जिदों में तैयारियां पूर्ण#

#हरदोई: पिहानी- पाक महीना रमजान को लेकर मस्जिदों में तैयारियां पूरी हो गई है वहीं महिलाएं रोजा इफ्तार के लिए बाजारों में खरीदारियों के लिए जुट गई है।रमजान का महीना 12 मार्च 2023 से शुरू होगा. रमजान का महीना 30 दिनों का होता है और पूरे महीने मुसलामन रोजा रखते हैं। शिया धर्म गुरु मौलाना फरमान अली बताते हैं कि#

#रमजान महीने के 29 या 30 दिनों को तीन भागों में बांटा गया है, जिसे अशरा कहा जाता है. इस तरह से रमजान में पहला अशरा, दूसरा अशरा और तीसरा अशरा होता है. बता दें कि अरबी में अशरा का मतलब 10 है. इस तरह से रमजान के महीने का पहला अशरा 1-10 दिनों का, दूसरा असर 11 से 20 दिनों का आखिरी यानी तीसरा अशरा 21 से 30 दिनों का होता है. इन्हीं तीन भागों में बंटे 30 दिनों को तीन अशरा कहा जाता है#

#रमजान के तीन अशरे का महत्व#

#मौलाना वजीहुल बताते हैं किरमजान के 30 दिनों को 3 अशरों में बांटा गया है। इसमें पहला अशरा रहमत, दूसरा असरा मगफिरत (गुनाहों की माफी) और तीसरा अशरा जहन्नुम की आग से खुद को बचाने के लिए होता है. ऐसी मान्यता है कि रमजान के पहले अशरे में जो लोग रोजा रखते हैं और नमाज अदा करते हैं उनपर अल्लाह की रहमत होती है. दूसरी अशरे में मुसलामन अल्लाह की इबादत करते हैं और अल्लाह उनके गुनाहों को माफ कर देते हैं. वहीं आखिरी और तीसरे अशरे की इबादत और रोजा से जहन्नुम या दोजख से खुद को बचाया जा सकता है. इस तरह से इस्लाम में रमजान के तीन अशरे का महत्वपूर्ण बताया गया है।रमजान के पाक महीने में ज्यादा से ज्यादा समय अल्लाह की इबादत, धार्मिक किताबों का पाठ और नेक कामों में बिताएं।इसलिए रमजान में इबादत, तिलावत, जिक्र, तौबा और इस्तेगफार आदि करें#

#कुरआन हदीस में जिन कामों को करना मना है, उन्हें रमजान के महीने में बिल्कुल न करें#

#माह- ए- रमजान में खैर का काम, नेकी, सदका, जकात, खैरात, मदद जैसे कामों को मुख्तसर तौर पर करें#

#शरीअत के अनुसार जिन कामों को हराम माना गया है, उन कामों को रमजान के महीने में करने से बचें#

#रमजान में 5 वक्त की नमाज जरूर अदा करनी चाहिए. इस महीने किए इबादत का 70 गुना सवाब मिलता है#

#रमजान में झूठ बोलने, बेजुबानों को सताने, चुगली करने जैसे कामों से बचें#

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