#हरदोई:- संडीला- लकड़ी माफिया ने बौर से लदा आम का बाग काटा,जिम्मेदार मौन, 76 पेड़ साफ#
#हरदोई:- संडीला- लकड़ी माफिया ने बौर से लदा आम का बाग काटा,जिम्मेदार मौन, 76 पेड़ साफ#
#हरदोई: संडीला- सत्ता की छतरी के नीचे रहने वाले एक लकड़ी माफ़िया ने बौर से लदे हरे भरे आम के बाग से लगभग 76 पेड़ पर आरा चला दिया।लकड़ी भरावन से होते हुए लखनऊ भेज दी बल्कि उसने जेसीबी चलाकर काटे गए पेड़ों के ठूंठ तक उखाड़ कर सबूत मिटाने का आखरी प्रयास कर डाला। वहीं दूसरी ओर सम्बन्धित जिम्मेदार मूकदर्शक बनी रहे#
#मामला संडीला कोतवाली के अंतर्गत ग्राम पंजाबीखेड़ा मजरे ककराली की है। यहां नहर के उत्तर में गंगाप्रसाद का करीब 50 वर्ष पुराना आम का बाग था। जिसमें आम के विशाल 80 पेड़ लगे थे। गंगाप्रसाद ने अपने दामाद कमलेश को अपने पास रख लिया था। उनके बाद कमलेश ने इस बाग के आम के पेड़ों को जिनमें से अधिकांश पर बौर फूल रहा था।क्षेत्र के एक दबंग लकड़ी माफिया को बेचा। उक्त माफ़िया ने मशीन की सहायता से रातभर में 76 पेड़ों को काटकर गिरा दिया और बेहद खामोशी के साथ सारी लकड़ी ककराली से भरावन के रास्ते लखनऊ भेज दी। जब इसकी जानकारी कुछ मीडियाकर्मियों को हुई। उस समय जेसीबी की सहायता से पेड़ों के ठूंठ उखाड़ कर सबूत मिटाने का काम किया जा रहा था। इस मामले की सूचना वन विभाग और पुलिस को दी गयी। पुलिस मौके पर पहुंची भी लेकिन आश्चर्य का विषय है कि पुलिस को कोई साक्ष्य नहीं मिल पाया और मौके पर गए पुलिसकर्मियों ने प्रभारी निरीक्षक को किसी प्रकार का कटान न होने की सूचना दे दी।जबकि ठूंठ उखाड़ने का काम बृहस्पतिवार को भी जारी रहा। उक्त लकड़ी माफिया ने क्षेत्र में अवैध आरामशीन संचालित कर रखी है। कुछ समय पूर्व उक्त माफिया ने वन विभाग के ही एक कर्मचारी मुंशीलाल और उसके पुत्र की पिटाई कर दी थी। पहले तो रेंजर इस मामले पर आंखे बंद किए रहे लेकिन जब यह मामला कई समाचार पत्रों में प्रमुखता से छपा तो विभाग जागा। कोतवाली में एफआईआर दर्ज करने के बाद उक्त अवैध आरामशीन को जब्त कर लिया गया और उसे उखाड़कर वन विभाग ले जाया गया लेकिन सत्ता की छतरी का प्रभाव सफल रहा#
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