#कन्नौज:- हेड कांस्टेबल को बनाया चौकी इंचार्ज- मेहनत वक्त लेती है। लेकिन फल भी शानदार देती है#
#कन्नौज:- हेड कांस्टेबल को बनाया चौकी इंचार्ज- मेहनत वक्त लेती है। लेकिन फल भी शानदार देती है#
#कन्नौज: मेहनत वक्त लेती है, लेकिन फल भी शानदार देती है. ऐसा इत्रनगरी कन्नौज के एक हेड कांस्टेबल की कहानी से लगता है. अक्सर सुना होगा कि पुलिस की नौकरी में या तो अधिकारी बनो या फिर रहने ही दो. लेकिन नौकरी कोई भी हो, सच्ची लगन से की जाए तो शिखर तक पहुंचा ही देती है#
#कन्नौज में पुलिस महकमें से एक ऐसा मामला सामने आया है जिसकी हर ओर चर्चा हो रही है. एसपी के एक कदम ने एक हेड कांस्टेबल की जिन्दगी बदल दी. हेड कांस्टेबल को बिना प्रमोशन के ही प्रमोशन दे दिया और उसको चौकी इंचार्ज बना दिया. अचानक तबादले की लिस्ट में हेड कांस्टेबल ने अपने नाम के आगे चौकी इंचार्ज लिखा देखा तो वह हैरान रह गया. एसपी ने उसको यह इनाम उसकी मेहनत और लगन पर दिया है#
#कन्नौज में एसपी ने बड़े पैमाने पर इंचार्ज और हेड कांस्टेबल, कांस्टेबल के तबादले किए थे, लेकिन एक तबादला सुर्खियां बन गया. एक हेड कांस्टेबल को एसपी ने चौकी इंचार्ज बना दिया. एटा के अलीगंज के सुधीर सिंह चौहान 2011 में पुलिस में भर्ती हुए थे. 2015 में कन्नौज में आमद दर्ज कराने के बाद तिर्वा थाने में पहली तैनाती मिली थी. 2020 में वह गुरसहायगंज थाने में रहे. वहां उन्होंने अपने अधिकारियों के साथ मिलकर कुछ ऐसी घटनाओं पर काम किया, जिसको लेकर उनकी बहुत चर्चा हुई. वहां एक बच्ची के साथ दरिंदगी के मामले में सुधीर ने बड़ी भूमिका निभाई थी. बच्ची की जान बचाई तो मुख्य आरोपी को जेल पहुंचा दिया#
#इन्हीं बातों को नोटिस करते हुए कन्नौज के पुलिस कप्तान अमित कुमार आनंद ने उनको यह ईनाम दिया. वहीं सिपाही की लिस्ट में अपने तबादले का थाना ढूंढ रहे सुधीर को जब मालूम चला कि उसको चौकी इंचार्ज बनाया गया है उसकी खुशी का ठिकाना नहीं रहा. कन्नौज एसपी अमित कुमार आनंद ने बताया पैरा 58 पुलिस रेगुलेशन के तहत यह किया जा सकता है. सुधीर लगातार कड़ी मेहनत से अपनी वर्दी के प्रति पूरी ईमानदारी से काम कर रहे थे. हमारे पास जिले में चौकियों की संख्या भी ज्यादा है, ऐसे में एक नई सोच के साथ इस युवा को यह जिम्मेदारी दी गई है#
No comments