#हरदोई:- शाहबाद- डेंगू से लेखपाल नरेंद्र द्विवेदी की हुई मौत ने नर्वस सिस्टम की खोली पोल, विलग्राम तहसील में तैनात थे मृत लेखपाल नरेंद्र द्विवेदी#
#हरदोई:- शाहबाद- डेंगू से लेखपाल नरेंद्र द्विवेदी की हुई मौत ने नर्वस सिस्टम की खोली पोल, विलग्राम तहसील में तैनात थे मृत लेखपाल नरेंद्र द्विवेदी#
#हरदोई: शाहबाद- आखिर नर्वस सिस्टम के चलते डेंगू से लेखपाल की असमय मृत्यु हो गयी।रविवार की देर शाम लेखपाल की हुई मृत्यु ने पूरे नगर को झकझोर कर रख दिया।लेखपाल की असमय हुई मौत ने पूरे प्रशासन को हिलाकर रख दिया।लेखपाल की मौत की खबर पल भर में ही आग की तरह फैल गयी।रात से ही उनके जानने वालों रिश्तेदारों दोस्तों का तांता लगा रहा।कस्बा शाहाबाद निवासी लेखपाल नरेंद्र द्विवेदी की मौत से जहां पूरा परिवार टूट गया है वहीं पत्नी बेसुध पड़ी हुई है।माँ के आंखों से आंसू थम नहीं रहे हैं।मां का रो रोकर बुरा हाल हो गया है।पुत्र वियोग में बिलखती मां कलेजा फाड़ कर कह रही हैं कि उन्होंने जवानी में ही अपने 2 लाल खो दिये हैं।इससे पूर्व एक बेटे की मौत दुर्घटना में हो गयी थी।लेखपाल की मौत की खबर पाते ही उच्च शिक्षा राज्यमंत्री रजनी तिवारी अंतेष्टि स्थल पँहुचीं और परिवार को ढांढस बंधाया।मृत लेखपाल अपने पीछे 2 पुत्रियों एक 13 वर्ष व छोटी पुत्री 10 साल को छोड़कर दुनिया से चले गए।पिता का साया छिनने के बाद उनकी परवरिश पढ़ाई लिखाई कौन करेगा यह बोझ कौन उठाएगा कहकर पुत्रियों का हाल देखा नही जा सकता।सोमवार को अंतेष्टि स्थल पर उनके चाहने वाले हजारों लोगों की भीड़ अंतिम दर्शन के लिए नर्मदा स्थल पँहुचीं और मृत आत्मा को अश्रुपूरित श्रद्धांजलि दी।वहीं मृत लेखपाल के परिजनों का कहना है कि शनिवार को वह एक निजी अस्पताल से दवा लाये थे तथा खून की जांच रिपोर्ट डेंगू पॉजिटिव थी।रविवार को डाक्टर के यहां पुनः दवा लेने गए तो वह अपने को संभाल नही पाये।तो परिजन तत्काल उन्हें शाहजहाँपुर के एक बड़े अस्पताल ले गये।जहां डाक्टर ने गम्भीर हालत में बरेली भेज दिया।रास्ते में उनकी मौत हो गयी।लेखपाल की डेंगू से हुई मौत ने स्वास्थ्य विभाग की अच्छी सेवाओं और पालिका प्रशासन के स्वच्छता के दावों की पोल खोल कर रख दी है।जानकारी के अनुसार नगर में दवा का छिड़काव न होने,जगह जगह भरा पानी तथा स्वास्थ्य विभाग में ब्याप्त अव्यवस्थाओं के चलते पूरे क्षेत्र में जानलेवा बुखार,डेंगू व टाइफाईड का प्रकोप लगातार बढ़ता ही जा रहा है।मरीजों की रोकथाम के लिये यहाँ पर किये जा रहे तमाम प्रयास नाकाफी साबित हो रहे है।मच्छर जनित बीमारियों को रोकने के लिए मलेरिया और स्वास्थ्य विभाग की सभी तैयारियां धरी की धरी रह गईं#
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