#हरदोई:- सवायजपुर विधानसभा में किस पर बरसेगा जनता का दुलारी रंग सवायजपुर में भाजपा सपा में सीधी जंग# #हरदोई : भाजपा प्रत्याशी माधवेन्द्र ने शुभ मुहूर्त विचार दाखिल किया नामांकन#


#हरदोई:- सवायजपुर विधानसभा में किस पर बरसेगा जनता का दुलारी रंग सवायजपुर में भाजपा सपा में सीधी जंग#

#हरदोई : भाजपा प्रत्याशी माधवेन्द्र ने शुभ मुहूर्त विचार दाखिल किया नामांकन#

#हरदोई : 29 जनवरी। विधानसभा चुनावों की बयार अब तेजी से प्रदेश में बह रही है और जनता पर भी चुनावी रंग चढ़ने लगा है। चुनावी समर की बेला में हरदोई जिले की जनता पर चुनावी रंग जमकर चढ़ गया है और हर गली नुक्कड़ पर दलों के प्रत्याशियों की हार जीत की आंकड़ेबाजी की जा रही है। चुनावी रंग में जहां जनता रंगने लगी है तो वहीं चुनावी समर में उतरने के लिए प्रत्याशी भी चुनाव की पहली सीढ़ी चढ़ने लगे है यानी नामांकन करना प्रारम्भ कर दिए हैं। हरदोई जिले की आठ सीटों पर चौथे चरण में 23 फरवरी को मतदान होना है जिसके लिए नामांकन की प्रक्रिया शुरू हो गई है। शनिवार को सवायजपुर विधानसभा से भाजपा प्रत्याशी के रूप में मौजूदा विधायक माधवेन्द्र प्रताप सिंह रानू ने नामांकन दाखिल किया। कलेक्ट्रेट परिसर में नामांकन दाखिल करने पहुंचे माधवेन्द्र प्रताप सिंह रानू ने शुभ मुहूर्त (2 बजकर 31 मिनट से पहले) पर अपना नामांकन दाखिल किया जिसके बाद वह परिसर में मौजूद मीडियाकर्मियों से मुखातिब हुए। मीडियाकर्मियों से बातचीत के दौरान उन्होंने अपने 5 साल के विकास कार्यों को गिनाया तो वहीं आगामी चुनावों के लिए अपनी प्राथमिकताएं भी सामने रखीं#

#हरदोई : जिले की सवायजपुर विधानसभा इसलिए भी बेहद महत्वपूर्ण है क्योंकि इस सीट पर राजनीति में दिलचस्पी रखने वाले जिले के सभी लोगों की नजरें रहती है। सवायजपुर सीट से सपा ने पद्मराग सिंह यादव पम्मू तो वहीं बसपा ने इस बार राहुल तिवारी को प्रत्याशी बनाया है लेकिन बसपा इस बार चुनावी फाइट से बाहर मानी जा रही है इसलिए इस बार सीधा मुकाबला सपा के पम्मू यादव व भाजपा के रानू सिंह के बीच होता हुआ दिखाई दे रहा है। सवायजपुर सीट पर किसी एक दल का कब्जा नहीं रहा इसलिए यह कहना जल्दबाजी हो जाएगी कि इस बार यहां जनता किसको सिर माथे बिठाएगी। 2017 के चुनाव में यहां से भाजपा के कुंवर माधवेंद्र सिंह ने सपा के पदमराग सिंह को 26970 वोट के बड़े अंतर से हराया था। 2017 में भाजपा विधायक माधवेंद्र सिंह को 92601, सपा प्रत्याशी पदमराग सिंह यादव को 65631 तो वहीं बसपा प्रत्याशी अनुपम दूबे को 59791 मत मिले थे। सवायजपुर सीट से प्रत्याशी बनाये गए पद्मराग सिंह यादव उर्फ पम्मू यादव इससे पहले भी दो बार चुनाव लड़ चुके है और उन्हें एक बार बसपा से विधायक रही रजनी तिवारी तो वहीं एक बार मौजूदा विधायक रानू सिंह भी हार का स्वाद चखा चुके हैं। सवायजपुर सीट पर 1989 में भाजपा को यहां से पहली बार सफलता मिली थी औऱ गंगा भक्त सिंह विधायक चुने गए थे जोकि 1989 व 1991 में दो बार इसी सीट पर विधायक रहे। 1996 में भारतीय जनता पार्टी से गंगा सिंह चौहान सवायजपुर विधायक रह चुके है और वर्तमान में भी इस सीट पर भाजपा का ही कब्जा है#

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#हरदोई : सवायजपुर विधानसभा क्षेत्र से वर्तमान विधायक व भाजपा के अधिकृत प्रत्याशी माधवेंद्र प्रताप सिंह के पिता सवायजपुर राजघराने से ताल्लुक रखते थे और वह सवायजपुर के प्रधान भी रहे थे। उनके ताऊ हरिहर बक्श सिंह कांग्रेस पार्टी के टिकट पर विधायक रह चुके हैं जबकि उनके एक चाचा कांग्रेस पार्टी के प्रदेश पदाधिकारी भी रहे है। भाजपा प्रत्याशी माधवेन्द्र प्रताप सिंह रानू का जन्म 25 अक्टूबर 1973 को हुआ था और उनके पिता का नाम स्वर्गीय भगवानदास सिंह है। भाजपा विधायक मानवेंद्र प्रताप सिंह रानू की शुरुआती शिक्षा हरदोई जिले से ही हुई जिसके बाद उन्होंने आगरा यूनिवर्सिटी से सम्बद्ध कासगंज के एक प्रसिद्ध कालेज से ग्रेजुएट की डिग्री हासिल की। माधवेन्द्र प्रताप सिंह को राजनीति विरासत में मिली लेकिन राजनीति में आने का शौक उनके मन मे 1995 में पंचायत चुनाव के समय जागा जब उनकी मां गीता सिंह भरखनी ब्लॉक की पहली बार ब्लॉक प्रमुख चुनीं गईं जिसके बाद वह दो बार ब्लॉक प्रमुख चुनी गईं। धीरे धीरे राजनीति में सक्रिय हो रहे रानू सिंह ने माँ के ब्लॉक प्रमुख बनने के बाद उनका पूरा काम संभाल लिया और राजनीति की ABCD सीखनी शुरू कर दी जिसके बाद उन्होंने कभी पीछे मुड़कर नही देखा। 2012 के विधानसभा चुनाव में उन्हें पहले ही चुनाव में हार का स्वाद भले ही चखना पड़ गया लेकिक उन्होंने हार नही मानी और वर्तमान में वह स्वयं सवायजपुर सीट से विधायक है तो वहीं प्रमुखी भी एक दूसरे भाई धीरेंद्र प्रताप सिंह के मार्फ़त घर से ही संचालित हो रही है#

#सवायजपुर_सीट_का_भौगोलिक_इतिहास_व_जातिगत_आंकड़े#

#हरदोई जिले की बहुचर्चित सवायजपुर सीट की सीमा फर्रुखाबाद, कन्‍नौज और शाहजहांपुर से सटी हुई है और इस क्षेत्र को कटियारी के साथ पंचनंद के नाम से भी पुकारा जाता है। सवायजपुर विधानसभा क्षेत्र में चूंकि 5 नदियां बहती है इसलिए इस क्षेत्र का एक बड़ा हिस्सा हमेशा बाढ़ की त्रासदी को झेलता रहा है जिसके निशान आपको बाढ़ग्रस्त इलाकों में देखने को मिल जायेंगे#

#2019 के आंकड़ों के अनुसार सवायजपुर विधानसभा सीट पर कुल 390390 मतदाता हैं जिनमें 214811 पुरुष और 175571 महिला मतदाता है। सवायजपुर सीट के अगर जातीय समीकरणों पर नजर डाली जाए तो इस सीट पर ओबीसी मतदाओं की संख्या 40 प्रत‍िशत है जिसमें यादवों की संख्‍या सबसे ज्‍यादा है। सवायजपुर सीट पर करीब एक लाख 80 हजार ओबीसी वर्ग के मतदाता हैं। सवायजपुर में करीब 70 हजार ब्राह्मण व 50 हजार क्षत्रिय मतदाता हैं तो वहीं मुस्लिमों की आबादी लगभग 30 हजार है। सवायजपुर में यादव बिरादरी के 60 हजार मतदाता, फिर लोध बिरादरी 55 हजार, कश्यप समाज के करीब 40 हजार मतदाता निर्णायक भूमिका में हैं। इस सीट पर काछी, कुर्मी, पाल बिरादरी के भी मतदाता हैं तो वहीं करीब 5 हजार वैश्य और करीब साढ़े पांच हजार कायस्थ मतदाता हैं। अनुसूचित जाति के मतदाताओं की संख्या लगभग साठ हजार के आसपास है जो चुनावी फाइट को दिलचस्प बनाते हैं#

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