#रायबरेली:- खोज की प्रवृत्ति को बढ़ावा, ऐसे कार्यक्रम बच्चों में वैज्ञानिक दृष्टिकोण विकसित करेगा-खण्ड शिक्षा अधिकारी सतांव#
#रायबरेली:- खोज की प्रवृत्ति को बढ़ावा, ऐसे कार्यक्रम बच्चों में वैज्ञानिक दृष्टिकोण विकसित करेगा-खण्ड शिक्षा अधिकारी सतांव#
#रायबरेली: खण्ड शिक्षा अधिकारी सतांव श्री गौरव कुमार मिश्र एवं विद्यालय प्रबन्धक अमित चौधरी द्वारा जिला विज्ञान क्लब के तत्वाधान में आयोजित नवप्रवर्तन जनजागरूकता कार्यक्रमों के अन्तर्गत स्कूली बच्चों के लिये तोड़-फोड़-जोड़ कार्यक्रम का शुभारम्भ दुर्गा पब्लिक इण्टर कॉलेज, देदौर रायबरेली में संयुक्त रूप से मॉ सरस्वती के समक्ष दीप प्रज्ज्वलित एवं माल्यार्पण कर किया गया। मुख्य अतिथि खण्ड शिक्षा अधिकारी सतांव श्री गौरव कुमार मिश्रा ने कहा कि बच्चों में तकनीकी खोज की प्रवृत्ति को बढ़ावा देने के उद्देश्य से आयोजित ऐसे कार्यक्रम से निश्चित ही बच्चों में वैज्ञानिक दृष्टिकोण विकसित करेगा और उनमें नई तकनीक के प्रति रूझान उत्पन्न होगा। उन्होंने विद्यार्थियों से कहा कि हमारा जीवन-यापन वैज्ञानिक तरीकों से होना चाहिये। प्रबन्धक दुर्गा पब्लिक इण्टर कॉलेज देदौर, रायबरेली श्री अमित चौधरी ने कहा कि यह आवश्यक नहीं कि हमें प्रथम बार में ही किसी कार्य, शोध अथवा खोज में सफलता प्राप्त हो, इसके लिये हमें निरन्तर प्रयास करने की आवश्यकता है। कार्यक्रम का उद्देश्य बताते हुए जिला समन्वयक, जिला विज्ञान क्लब अमित वर्मा ने बताया कि विद्यार्थियों में वैज्ञानिक सोच विकसित करने एवं शोध की प्रवृत्ति जाग्रत करने के उद्देश्य से तोड़-फोड़-जोड़ कार्यक्रम का आयोजन किया गया। बच्चों में शुरूआत से ही वैज्ञानिक दृष्टिकोण उत्पन्न करना इस कार्यक्रम का मुख्य उद्देश्य है। राम सजीवन वर्मा प्रवक्ता दुर्गा पब्लिक इण्टर कॉलेज ने महान वैज्ञानिकों आर्कमिडीज, एडिशन, डा0 एपीजे अब्दुल कलाम के अविष्कारों को बताते हुए कहा कि नई तकनीक खोज अथवा शोध वैज्ञानिकों के कई बार के प्रयासों के बाद ही संभव हो पाया है। उन्होंने विद्यार्थियों के समक्ष, मानीटर, सी0पी0यू0, यू0पी0एस0, प्रिंटर, डीवीडी, सीडी, डीटीएच मशीन, हीटर, इमरजेंसी लाइट, इंवर्टर, बाइंडिंग, डिजिटल माइक एवं अन्य उपकरणों को तोड़-फोड़ कर एवं पुनः जोड़कर उनके पीछे निहित वैज्ञानिक सिद्धान्तो से परिचित कराया। मनीष कुमार विज्ञान प्रवक्ता ने कहा कि नवअन्वेषण को बढ़ावा देने के उद्देश्य से कार्यक्रम आयोजित किया गया। उन्होंने विद्यार्थियों के कार्यों का मूल्यांकन करने के लिए निर्णायक की भूमिका भी निभाई। विद्यालय के प्रधानाचार्य ने बताया कि सभी छात्रों को उपकरणों को नए प्रतिरूप में बनाने की प्रेरणा दी गई ताकि छात्रों में नवप्रवर्तन की भावना विकसित हो सके#
#कार्यक्रम के अन्त में मुख्य अतिथि द्वारा प्रतिभागियों को पुरस्कार एवं प्रमाण पत्र व शिक्षकों को स्मृति चिन्ह देकर सम्मानित किया गया। कार्यक्रम का संचालन राम सजीवन वर्मा ने किया। इस अवसर पर प्रधानाचार्य मनीष कुमार समेत तान्या पटेल, रिया सिंह, वर्तिका पटेल, अंशिका पटेल, आयुष पटेल, गौरव यादव, राजवीर सिंह, अभय निर्मल सहित सैकडों प्रतिभागीगण उपस्थित रहे#
Post Comment
No comments